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तीन दिवसीय तबलीगी इज्तेमा की तैयारियां अंतिम चरण में

2 से 4 दिसंबर तक होगा तीन दिवसीय धार्मिक आयोजन

* नवसारी टी-पाइंट पर ऑर्चिड स्कुल के सामने तैयार हो रहा इज्तेमा
* देश के विभिन्न हिस्सों से आएंगे अकाबरीन
* संभाग के पांचों जिलोें के इज्तेमाईयों का जुटेगा मेला
* तीन साल बाद शहर में होने जा रहा दीनी तब्लीगी इज्तेमा
अमरावती/दि.29 – करीब तीन साल के अंतराल पश्चात अमरावती शहर में तीन दिवसीय दीनी तब्लीगी इज्तेमा का आयोजन आगामी 2 से 4 दिसंबर तक आयोजित होने जा रहा है. जिसके लिए नवसारी टी-पॉइंट पर ऑर्चिड इंटरनैशनल स्कूल के पास खाली पडी करीब 70 एकड खुली जमीन पर इस इज्तेमा के आयोजन को लेकर विगत अनेक दिनों से तैयारियां चल रही है, जो अब अपने अंतिम चरण में है. यहां पर करीब 22 एकड क्षेत्रफल मेें इज्तेमागाह बनाई जा रही है. जिसके लिए 600 बाय 600 स्क्वे. फीट का विशालकाय पंडाल लगभग पूरी तरह से बनकर तैयार है. इसके अलावा इस इज्तेमा में शामिल होने वाले बरार क्षेत्र के इज्तेमाईयों की सुविधा व सहुलियत के लिहाज से आयोजन स्थल पर तमाम तरह के प्रबंध किये जा रहे है. जिसके तहत यहां पर 1500 वजुखाने, करीब 1 हजार स्वच्छता गृह व शौचालय, पानी की 20 सबीले तथा खाने के 8 झोन तैयार किये जा रहे है. साथ ही संभाग के पांचों जिलों से आने वाले इज्तेमाईयों के वाहनों को खडा करने के लिए विशालकाय पार्किंग झोन भी तैयार किया गया है. इन सबके साथ ही किसी भी तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्या से निपटने के लिए यहां विशेष रुप से मेडिकल झोन भी साकार किया जा रहा है. जहां पर 20 डॉक्टर अपने टीम के साथ पूरा समय तैनात रहेंगे. साथ ही यहां ऑक्सिजन सिलेंडर व एम्बुलेंस आदि की व्यवस्था भी रहेंगी.
3 दिनों तक चलने वाले इस तब्लीकी इज्तेमा में देश के अलग-अलग हिस्सों से वास्ता रखने वाले 25 से अधिक अकाबरीन यानि शोराए कराम उपस्थित रहेंगे. जिनके द्बारा इज्तेमाईयों को दीन व मजहब के बारे में मार्गदर्शन किया जाएगा. इन अकाबरीन में मौलाना इब्राहिम देवला, मौलाना अहमद लाड, मौलाना जाहेरुल हसन, मौलाना इस्माइल गोदरा व भाई फारुख बंगलुरी बाअहबाब शिरकत करेंगे. साथ ही इस तीन दिवसीय आयोजन में महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों से आनेवाले 40 से भी अधिक उलेमा ए कराम, हाफीज, कारी व नात ख्वां द्वारा दीन और मजहब के बारे में मार्गदर्शन किया जायेगा.

* एक माह से चल रही तमाम तैयारियां
इस आयोजन को लेकर विगत 1 माह से आर्चिड इंटरनेशनल स्कूल के पास इज्तेमागाह साकार करने हेतु दिन-रात काम किया जा रहा है. जहां पर 1500 से अधिक लोग जमीन को समतल करने को लेकर यहां पर अलग-अलग पंडाल व झोन साकार करने के काम में जुटे हुए है. साथ ही अमरावती शहर सहित आसपास के तहसील क्षेत्रों के युवा भी स्वयंस्फूर्त रुप से इन तैयारियों को मुकम्मल करने के लिए अपनी ओर से सहयोग प्रदान करने हेतु रोजाना आयोजन स्थल पर पहुंच रहे है. जिनके द्बारा की जाती मेहनत के चलते तमाम तैयारियां अब अपने अंतिम चरण में पहुंच चुुकी है. ऐसे में सभी कामों के लिए अलग-अलग समितियोें का गठन करते हुए जिम्मेदारान को अलग-अलग कामों का जिम्मा बांट दिया गया है. जिसके चलते ट्रैक्टर व रोलर के जरिये जमीन को समतल बनाने का काम सबसे पहले पूरा किया गया. साथ ही मुख्य रास्ते से इज्तेमागाह तक पहुंचनेवाले रास्ते को भी समतल बना दिया गया है.

* तीन लाख स्क्वेटर फीट का पंडाल
नवसारी टी-पॉइंट के निकट आर्चिड इंटरनैशनल स्कूल के सामने 70 एकड खुली जमीन पर होने जा रहे इस दीनी तब्लीगी इज्तेमा के लिए 3 लाख स्क्वेअर फीट का भव्य पंडाल बनाया गया है, जिसमें एक ओर 20 बाय 40 फीट का मंच साकार किया गया है, इसी मंच से अकाबरीन यानि धर्मगुरूओं द्वारा इज्तेमा के दौरान अपनी तकरीरे व बयानात दिये जाएंगे. साथ ही रविवार 4 दिसंबर की सुबह 11 बजे इसी स्थान पर सामूहिक दुआ पढी जाएगी.

* करीब 40 हजार इज्तेमाईयों के आने पर अनुमान
इज्तेमा कमिटी द्बारा तमाम तैयारियों के बीच जताये गये अनुमान के मुताबिक इस इज्तेमा में अमरावती, अकोला, यवतमाल, वाशिम व बुलडाणा जिलों से वास्ता रखनेवाले करीब 35 से 40 हजार इज्तेमाईयों के शिरकत करने की संभावना है. जिनके लिए इज्तेमा कमिटी द्बारा आयोजन स्थल पर तमाम जरुरी इंतेजामात किये जा रहे है. साथ ही इस जानकारी भी दी है कि, आगामी 2 दिसंबर को फजर की नमाज के साथ ही इस 3 दिवसीय इज्तेमा का आगाज हो जाएगा. जो रविवार 4 दिसंबर को जोहर की नमाज तक चलेगा. 4 दिसंबर को जोहर की नमाज से पहले सभी शोराए कराम द्बारा सामूहिक दुआ पढाई जाएगी. पश्चात सभी इज्तेमाई जोहर की नमाज अदा करने के बाद यहां से रवानगी लेंगे.

* 1500 वजुखाने व 1 हजार से अधिक स्वच्छता गृहों का इंतजाम
तीन दिन तक चलनेवाले इस दीनी तब्लीगी इज्तेमा में शामिल होनेवाले इज्तेमाईयों की सुविधा को देखते हुए यहां पर वजू, तराहत व गूसल के लिए लगनेवाले पानी सहित 2 लाख लीटर की क्षमतावाली पानी की टंकी का निर्माण किया जा रहा है. इसके साथ ही वजू के लिए पानी एकत्रित करने हेतु 3 बडे हौज, तहारत खाना, वजू खाना व गूसल खाना की भी व्यवस्था की जा रही है. जिसके तहत आयोजन स्थल पर 1500 वजुखाने और 1 हजार से अधिक स्वच्छतागृह व शौचालयों का निर्माण किया गया. जिसके लिए आयोजन स्थल पर पानी की आपूर्ति को सुचारु रखने के लिए भूमिगत पाइप-लाइन डाली गई है. साथ ही शौचालयों व स्वच्छता गृहों से निकलने वाले गंदे पानी की निकासी के लिए भी जरुरी प्रबंध किये गये है.

* विभिन्न सुविधाओं का किया जायेगा प्रबंध
साथ ही बाहरी जिलों से अपने-अपने वाहनों के जरिये आनेवाले इज्तेमाईयों के वाहन पार्क करने हेतु भव्य पार्किंग स्थल की व्यवस्था की जा रही है. इन सब के साथ ही इज्तेमा गाह में खाने के आठ झोन बनाये जायेंगे और अलग-अलग तरह के 12 सबिले (विभाग) भी साकार किये जायेंगे. जिसमें से दो-तीन सबिलों में इलाज व चिकित्सा की सुविधा उपलब्ध रहेगी. जहां पर सरकारी व निजी अस्पतालों के 20 से अधिक डॉक्टर पूरा समय अपनी सेवाएं देंगे. इसके अलावा इज्तेमा गाह में सामान्य एम्बुलन्स के साथ ही कार्डियाक एम्बुलन्स की सुविधा भी उपलब्ध करायी जायेगी, ताकि किसी भी आपात स्थिति में लोगोें को इज्तेमागाह से तुरंत अस्पताल पहुंचाया जा सके. इसके अलावा इज्तेमागाह में किसी अनहोनी की आशंका को ध्यान में रखते हुए दमकल एवं पुलिस विभाग को भी यहां पूरा समय तैनात रखा जायेगा.

* धर्मगुरुओं के निवास हेतु विशेष प्रबंध
3 दिवसीय इज्तेमा में शिरकत करने आ रहे अकाबरीन के निवास हेतु आयोजन स्थल पर विशेष प्रबंध किये गये है. जिसके तहत इज्तेमागाह के पास स्थित अब्दुल्ला फार्म हाउस पर 3 विशेष तरह के डोम बनाये गये है. जिनमें एक समय 3 से 4 लोगों के रहने व सोने का प्रबंध रहेगा. साथ ही इसमें अटैच स्वच्छता गृह व शौचालय की सुविधा भी जोडी गई है. इन तीनों डोम में करीब 9 से 10 धर्मगुरुओं के रहने की व्यवस्था रहेंगी. इसके अलावा इसके ही पास 8 विशेष तरह के कमरे और एक स्पेशल हॉल भी साकार किया गया है. जहां पर धर्मगुरुओं के रुकने व सोने का प्रबंध रहेगा.

* फुड झोन में रहेगा पूरी तरह से शाकाहारी भोजन का प्रबंध
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, दीनी इज्तेमा के तहत बनाए जाने वाले 8 फुड झोन में पूरी तरह से शाकाहारी भोजन का ही प्रबंध किया जाएगा. जिसके तहत दाल-चावल, वेज बिरयानी, मसाला भात, खिचडी व तेहरी जैसे व्यंजन तीनों दिन परोसे जाएंगे. वहीं इज्तेमागाह के पास बनाए जाने वाले अस्थायी मार्केट में लगने वाली होटलों में सामिष यानि मांसाहारी भोजन का प्रबंध रहेगा. जहां पर सामिष भोजन करने के इच्छूक अपने पास से खर्च का वहन करते हुए उस भोजन का लूत्फ उठा सकेंगे.

* अस्थायी मार्केट भी साकार होगा, कई दुकाने लगेंगी
इस तीन दिवसीय आयोजन के लिए इज्तेमागाह के पास ही एक अस्थायी मार्केट भी साकार किया जाएगा. जहां पर होटलों के साथ-साथ दैनिक जरुरतों से संबंधित साजो-सामान की करीब 150 दुकानें लगाई जाएगी. जहां से इज्तेमाईयों द्बारा अपनी जरुरत के मुताबिक खरीददारी की जा सकेंगी.

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