राकांपा प्रत्याशी के तौर पर शुरु की तैयारियां
वर्धा से लोकसभा के उम्मीदवार होगे हर्षवर्धन
* वर्धा की कांग्रेस ने शुरु किया विरोध
अमरावती /दि.31– राकांपा सुप्रीमो शरद पवार के बेहद नजदीकी माने जाते पूर्व मंत्री व अमरावती स्थित श्री शिवाजी शिक्षा संस्था के अध्यक्ष हर्षवर्धन देशमुख ने आगामी लोकसभा चुनाव वर्धा संसदीय क्षेत्र से लडने को लेकर अपनी तैयारियां अभी से शुरु कर दी है. साथ ही खुद को वर्धा संसदीय क्षेत्र से राकांपा का प्रत्याशी बताते हुए हर्षवर्धन देशमुख ने क्षेत्र के मतदाताओं के बीच अपना टेलिफोनिक प्रचार भी शुरु कर दिया है. हालांकि इसका वर्धा शहर व जिला कांग्रेस द्वारा जमकर विरोध किया जा रहा है. क्योंकि महाविकास आघाडी के तहत अभी सीटों का बंटवारा नहीं हुआ है और कांग्रेस द्वारा वर्धा संसदीय सीट पर अपना दावा किया जा रहा है. ऐसे में आगामी लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी के मुद्दे को लेकर वर्धा जिले में मविआ के दो घटक दलों के बीच अभी से ही अच्छी खासी तनातनी देखी जा रही है.
बता दें कि, वर्धा संसदीय क्षेत्र में अमरावती जिले के मोर्शी-वरुड तथा चांदूर रेल्वे-धामणगांव रेल्वे विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों का भी समावेश होता है. इसमें से मोर्शी-वरुड निर्वाचन क्षेत्र से राकांपा नेता हर्षवर्धन देशमुख कई वर्ष पहले विधायक रह चुके है और उस समय वे राज्य की कांगे्रस सरकार में कृषि राज्यमंत्री भी थे. तत्कालीन मुख्यमंत्री शरद पवार की कैबिनेट का हिस्सा रहने वाले हर्षवर्धन देशमुख ने कालांतर में कांग्रेस से अलग होकर राष्ट्रवादी कांगे्रस पार्टी बनाने वाले शरद पवार का नेतृत्व स्वीकार किया और वे भी कांग्रेस छोडकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में आ गये थे और वे तब से ही राकांपा सुप्रीमो शरद पवार के खासमखास बने हुए है. विगत कुछ समय से मुुख्यधारा वाली राजनीति से अलग रहते हुए हर्षवर्धन देशमुख ने शिवाजी शिक्षा संस्था पर अपनी मजबूत पकड बनाई और वे लगातार दूसरी बार विदर्भ की इस सबसे बडी शिक्षा संस्था का अध्यक्ष बनने में सफल रहे. साथ ही अब वे एक बार फिर मुख्यधारा की राजनीति में सक्रिय होना चाह रहे है. इसके लिए उन्होंने मोर्शी-वरुड विधानसभा क्षेत्र का समावेश रहने वाले वर्धा संसदीय क्षेत्र से राकांपा प्रत्याशी के तौर पर लोकसभा का चुनाव लडने का निर्णय लिया है. साथ ही वर्धा संसदीय क्षेत्र में खुद को राकांपा का प्रत्याशी प्रोजेक्ट करते हुए अपना प्रचार भी शुरु कर दिया है.
* कांग्रेस की ओर से शैलेश अग्रवाल का नाम चल रहा आगे
विशेष उल्लेखनीय है कि, महाविकास आघाडी में अब तक सीटों का बंटवारा तय नहीं हो पाया है. साथ ही कांग्रेस द्वारा वर्धा संसदीय सीट को अपनी परंपरागत सीट बताते हुए आगामी लोकसभा चुनाव के लिए भी इस सीट पर मविआ में अपना दावा किया जा रहा है और वर्धा जिले की राजनीति पर अपनी मजबूत पकड रखने वाले शैलेश अग्रवाल को कांग्रेस पार्टी का संभावित प्रत्याशी बताया जा रहा है. जिनका नाम वर्धा जिला कांग्रेस कमिटी द्वारा विगत दिनों पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले के पास भेजा गया था. वहीं दूसरी ओर राकांपा में प्रत्याशियों के नाम तय करने को लेकर कोई गतिविधि नहीं होने के बावजूद हर्षवर्धन देशमुख ने खुद ही अपने आप को वर्धा संसदीय क्षेत्र में राकांपा का प्रत्याशी घोषित करते हुए अपना प्रचार भी शुरु कर दिया है. जिसे लेकर वर्धा शहर एवं जिला कांग्रेस कमिटी में काफी हद तक नाराजगी देखी जा रही है तथा कांग्रेस पदाधिकारियों सहित शैलेश अग्रवाल के समर्थकों द्वारा हर्षवर्धन देशमुख की ओर से शुरु की गई गतिविधियों का काफी हद तक विरोध किया जा रहा है.