शाश्वत विकास लक्ष्य को सामने रख विकास प्रारुप तैयार करें
जिलाधिकारी पवनीत कौर ने नियोजन भवन में आयोजित बैठक में दिए निर्देश
अमरावती/दि.8– राज्य की वित्तीय व्यवस्था का विस्तार और उसे मजबूत करने के लिए जिला केंद्र स्थल पर विकास प्रारुप तैयार करने के शासन के निर्देश है. जिले की विशेषता व आवश्यकता ध्यान में रख शाश्वत विकास लक्ष्य पूर्ण करने प्रारुप तैयार करने के निर्देश जिलाधिकारी पवनीत कौर ने आज यहां दिए.
जिले का सर्वसमावेशक विकास प्रारुप तैयार करने निमित्त नियोजन भवन में आयोजित बैठक में वह बोल रही थी. जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अविश्यांत पंडा, मनपा आयुक्त डॉ. प्रवीण आष्टीकर, जिला नियोजन अधिकारी अभिजीत म्हस्के समेत विविध विभाग प्रमुख बैठक में उपस्थित थे. जिलाधिकारी ने आगे कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव निमित्त केंद्र शासन की तरफ से 2047 तक विकसीत भारत साकार करने का संकल्प किया गया है. देश में महाराष्ट्र की वित्तीय व्यवस्था सबसे बड़ी है. राज्य की वित्तीय व्यवस्था वर्ष 2027 तक एक ट्रिलीयन डॉलर, वर्ष 2037 तक 2.5 ट्रिलीयन डॉलर और वर्ष 2047 तक 3.5 ट्रिलीयन डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य निश्चित किया गया है. यह लक्ष्य पूरा करने के लिए आर्थिक वृद्धि व राज्य के सकल उत्पन्न के लिए उत्प्रेरक के रुप में जिले पर ध्यान केंद्रित करना आवश्यक है. विकास के केंद्र के रुप में जिले पर ध्यान केंद्रित किया तो आर्थिक विकास की दृष्टि से विकसित होकर सर्वसमावेशक व शाश्वत विकास लक्ष्य पूरा करना संभव होगा. इसके मुताबिक 2023-24 से प्रारुप तैयार किया जाएगा. इस संदर्भ में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने भी जिलाधिकारी का बैठक लेकर परिपूर्ण नियोजन करने का आदेश दिया है. सभी विभागों द्वारा दीर्घकालीन विकास की दृष्टि से प्रारुप तैयार करने के निर्देश जिलाधिकारी ने दिए.
राज्य के विकास में जिले का स्थान, विजन और ध्येय निश्चित कर प्रारुप किया जाएगा. इसके लिए सभी विभागों द्वारा नियोजन के प्रत्येक बात की सभी बाजू का विचार कर परिपूर्ण जानकारी प्रस्तुत की जाए, इस बाबत बुधवार से हर दिन विभागनिहाय बैठक लेने के निर्देश भी जिलाधिकारी ने इस अवसर पर दिए.