गवलान समाज की समस्याओं को दुर करने तैयार करे विशेष नियोजन
आजाद समाज पार्टी की जिलाधिकारी से मांग
अमरावती/दि.05– जिले के अतिदुर्गम क्षेत्र कहे जाने वाले धारणी, चिखलदरा तहसील भागों में बडे पैमाने पर आदिवासी गवलान समाज रहता है. जो कि पीढियों से यहां निवास करता है.मगर जिला प्रशासन इस समाज की तरफ ध्यान नहीं देने से इनकी समस्या बढती जा रही है. आदिवासी गवलान समाज की विभिन्न समस्याओं को दुर करने व आदिवासी बहुल क्षेत्रों के विकास के लिए विशेष नियोजन बनाने की मांग आज आजाद समाज पार्टी की ओर से जिलाधिकारी से निवेदन सौंप कर की गई.
आज सोमवार को सौंपे गए निवेदन में कहा गया कि गवलान समाज 2008 से ओबीसी संवर्ग में आता है मगर अभी एनटी-बी संवर्ग में समाविष्ट किए जाने से अनेक योजनाओं से वंचित हो गया है. जिसके कारण उनको दुबारा ओबीसी संवर्ग में समाविष्ट किया जाए. (मध्य प्रदेश राज्य में गवलान समाज ओबीसी में आता है), वयोवृद्ध व्यक्ती व विधवा महिलांओं के लिए पेन्शन योजना चलाई जाए. विद्यार्थियों के लिए मुफ्त वसतिगृह मुफ्त लायब्रेरी व विभिन्न डिप्लोमा कोर्स मेें विशेष व स्वतंत्र कोटा दिए जाने सहित अनेक मांगो को प्रशासन के सामने रखा. वासुदेव पात्रे चिखलदरा तालुका अध्यक्ष के नेतृत्व में दिए गए निवेदन देते समय किरण गुडधे, सनी चव्हाण, संजय गडलिंग, प्रतिक खडसे, सूखदेव पात्रे, समीर हुडके, बलदेव राजणे, मोहन मेटकर, अर्जुन मोरे, दिलीप खडगे, घनश्याम वाघमारे, रामप्रसाद कस्तुरे, मंगेश बारस्कर, सुनिल मेटकर, हेमंत बारव्हात, अनिल राजणे, शिवचरण पात्रे आदि अनेक गवलान समाज के नागरिक उपस्थित थे.