हर्षोल्लास के साथ मना पूर्व पालकमंत्री प्रवीण पोटे का जन्मदिन
मित्र परिवार सहित अनेकों गणमान्यों ने दी जन्मदिवस पर शुभकामनाएं
अमरावती/दि.6- पूर्व राज्यमंत्री, जिले के पूर्व पालकमंत्री तथा विधान परिषद सदस्य रहने के साथ ही यारों का यार कहे जाते प्रवीण पोटे पाटील का जन्मदिवस आज बडे ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. इस उपलक्ष्य में प्रवीण पोटे मित्रमंडल के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों से वास्ता रखनेवाले गणमान्यों ने पूर्व पालकमंत्री प्रवीण पोटे पाटील को अपनी शुभकामनाएं देते हुए उनका अभिष्टचिंतन किया.
बता दें कि, जिले के इतिहास में सर्वाधिक समय तक जिला पालकमंत्री रहने का इतिहास रचनेवाले प्रवीण पोटे पाटील ने फडणवीस सरकार में राज्यमंत्री रहते समय जिले का चेहरा-मोहरा बदलने हेतु कई विकास परियोजनाएं कार्यान्वित की थी. इसके तहत हाईब्रीड ऍन्युईटी प्रकल्प अंतर्गत जिले के सभी अंतर्गत रास्तों सहित प्रमुख मार्गों का सिमेंट कांक्रीटीकरण करने के साथ-साथ महामार्गों पर सुरक्षित यात्रा के तमाम आवश्यक प्रबंध किये गये. साथ ही साथ उनके कार्यकाल दौरान कई प्रमुख महामार्गों को फोर लेन बनाने का काम शुरू किया गया. वहीं जिले के ग्रामीण इलाकों में सौर उर्जा उपलब्ध कराते हुए किसानों को कृषि पंप कनेक्शन हेतु बिजली उपलब्ध करायी गई. इसके अलावा उनके कार्यकाल दौरान ही आजादी के 70 वर्ष पश्चात आदिवासी बहुल मेलघाट के दुर्गम इलाकों तक रापनि की बस सेवा और बिजली आपूर्ति की व्यवस्था उपलब्ध हो सकी. वहीं प्रवीण पोटे द्वारा अमरावती जिले में शुरू की गई पालकमंत्री पगडंडी योजना को समूचे राज्य के लिए एक बेहतरीन उदाहरण मानते हुए इसे पूरे राज्य में लागू किया गया. इन्हीं तमाम कामों के चलते पूर्व पालकमंत्री प्रवीण पोटे पाटील को विकास का महामेरू भी कहा जाता है. साथ ही उन्होंने मंत्री पद पर नहीं रहने के दौरान भी कोविड संक्रमण काल के दौरान प्रचार-प्रसार के ताम-झाम से पूरी तरह दूर रहते हुए जिस तरह समूचे जिले में जरूरतमंद लोगों तक जीवनावश्यक वस्तुओं की सहायता पहुंचायी. उससे उनका प्रशंसक वर्ग और भी अधिक बढ गया. जिसकी अनुभूति आज उनके जन्मदिवस अवसर पर दिखाई दी, जब पूरा दिन उनके जनसंपर्क कार्यालय पर उन्हें जन्मदिवस की शुभकामनाएं देने हेतु खासोआम का तांता लगा रहा. उन्हें शुभकामनाएं देनेवालों में सभी जाति-धर्म, संवर्ग, राजनीतिक दलों, व्यापारिक, सामाजिक व स्वयंसेवी संगठनों तथा विभिन्न शिक्षा संस्थाओं के पदाधिकारियों सहित विविध क्षेत्रों से वास्ता रखनेवाले गणमान्यों का समावेश रहा.