बिंदुनामावली की जानकारी पिछडावर्गीय आयोग को प्रस्तुत करें
बिंदुनामावली के बाद ही शिक्षक भर्ती
* 7 जुलाई तक शिक्षा विभाग को डेडलाइन
अमरावती/दि.5- राज्य में शिक्षकों के हजारों पद भरने की अनेक बार घोषणा हुई है, लेकिन शिक्षक भर्ती में अनेक दुविधा निर्माण हो रही है. विद्यार्थियों का आधार लिंक न रहने से पंजीयन पूरा नहीं हुआ है. दूसरी तरफ बिंदू नामावली अपूर्ण रहने से भी प्रक्रिया देरी से होनेवाली है. इस कारण अब 7 जुलाई तक बिंदुनामावली की कार्रवाई पूर्ण कर विस्तृत जानकारी पिछडावर्गीय कक्ष को प्रस्तुत करने के निर्देश शिक्षण आयुक्त ने शिक्षाधिकारी को दिए हैं.
इस बात पहली दफा पंजीयन के लिए विद्यार्थियों के ‘आधार’ की शर्त अनिवार्य की गई है. जितने विद्यार्थियों के आधार लिंक हुए, स्टूडंट पोर्टल पर जितने विद्यार्थियों की जानकारी भरी गई है उतने ही विद्यार्थियों का पंजीयन होने वाला है. अप्रैल से शुरु हुई आधार लिंक की प्रक्रिया जून माह के समाप्त होने पर भी शत प्रतिशत पूर्ण नहीं हुई है. जिन जिलो के 99 फीसद आधार लिंक हुए उनका पंजीयन शिक्षण विभाग की तरफ से किया जाने वाला है. पंजीयन के बाद रिक्त पदों की स्थिति सामने आने वाली है. पश्चात अतिरिक्त शिक्षकों का पहली बार समायोजन होगा. उसके बाद अंत में निजी और जिला परिषद शाला में पवित्र पोर्टल व्दारा पारदर्शीता से शिक्षक भर्ती के काम में गति आएगी. समाजशास्त्र व विज्ञान विषय के शिक्षकों को अब उपशिक्षक किए जाने के बाद उस विषय शिक्षक के पद प्राथमिकता से भरने पडेंगे. समाशास्त्र शिक्षक को नियुक्ति देते समय मानक का कडाई से पालन नहीं किया गया. दूसरी तरफ 12वीं विज्ञान शाखा के शिक्षकों को विज्ञान विषय के शिक्षक पद पर नियुक्ति दी गई, लेकिन अब फिर से उन्हें उपशिक्षक के रुप में काम करना पडेगा. कुल मिलाकर इस आदेश के कारण शिक्षकों के भर्ती में विलंब होने की स्थिति है.
* पंजीयन के बाद स्थिति स्पष्ट होगी
पंजीयन प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद जिला परिषद शालाओं में कितने पद रिक्त है यह स्पष्ट होगा. 7 जुलाई तक सभी पदों की बिंदुनामावली पूर्ण कर उसकी जानकारी पिछडावर्गीय पक्ष को प्रस्तुत करना है.
– बुद्धभूषण सोनोने,
प्राथमिक शिक्षाधिकारी