निकासी जल, घन कचरा प्रबंधन पर जिप में हुआ विभिन्न संस्थाओं का प्रेजेंटेशन
मूल्यांकन के बाद किया जायेगा चयन
अमरावती/दि.5 – अमरावती जिला वर्ष 2018 में गंदगी मुक्त (ओडीएफ) हुआ है और अब वर्ष 2023 तक जिले को ओडीएफ प्लस बनाने का मानस जिला परिषद का है. इस संबंध में ग्रामस्तर पर निकासी जल व घन कचरे का शास्त्रशुध्द पध्दति से प्रबंधन कर तथा इस प्रबंधन के माध्यम से ग्राम पंचायत को आय स्त्रोत उपलब्ध कराने के लिए जिले के 651 गांवों में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण, 15 वां वित्त आयोग एवं महात्मा गांधी नरेगा इन तीन योजनाओं के कृति संगम से इसका क्रियान्वयन किया जाएगा. जिसके लिए मंगलवार को व्यवसायी संस्थाओं के साथ एनजीओ ने प्रेजेंटेशन दिया.
प्रेजेेंटेशन देनेवाली संस्थाओं का मूल्यांकन करने के बाद चयन किया जायेगा. मूल्यांकन के लिए प्रेजेंटेशन के समय उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी दिलीप मानकर, श्रीराम कुलकर्णी, सिनारे, कार्यकारी अभियंता सावलकर, उप कार्यकारी अभियंता गजभिये, स्वच्छता विशेष अजिंक्य काले आदि उपस्थित थे.
28 संस्थाओं को बुलाया गया था प्रस्तुति के लिए
– इस अभियान के तहत संबंधित गांवों का एक सर्वेक्षण कर कुछ व्यवसायिक संस्था व गैर सरकारी संगठनों को यह सुझाव देने के लिए सुचीबध्द किया जाएगा कि गांव में किस तरह की तकनीक प्रदान की जानी चाहिए और नए तकनीकों का प्रेजेंटेशन देनेवाली संस्थाओं का चयन किया जायेगा.
– प्रशासन द्वारा अखबार में विज्ञापन देकर विभिन्न संगठनों से आवेदन मांगे गए थे. जिसके बाद 68 संगठनों ने आवेदन प्रस्तुत किए थे.
– इनमें से दस्तावेजों की छटाई के बाद 28 संगठनों को प्रस्तुतिकरण के लिए बुलाया गया है.
– जिप के डॉ. पंजाबराव देशमुख सभागृह में सभी पात्र 28 संस्थाओं ने जिप मुख्य कार्यकारी अधिकारी अविश्यांत पंडा के समक्ष एक प्रस्तुति दी.