अमरावती

राज्य में कारागृह के कैदियों से फिलहाल मुलाकात बंद

बढते कोरोना संक्रमण की वजह से उठाया कदम

अमरावती प्रतिनिधि/दि. १२ – कोरोना संक्रमण के मरीजों की संख्या तेजी से बढने के कारण कारागृह के कैदियों के रिश्तेदारों से फिलहाल मुलाकात बंद कराई गई हैं. सप्ताह में एक बार वीडियों कॉलिंग के व्दारा कैदियों की परिजनों से चर्चा कराने की सुविधा उपलब्ध कराई है. इसके पहले कैदियों को कारागृह में इंटरकॉम प्रणाली व्दारा रिश्तेदारों के साथ आमने सामने चर्चा कराने की सुविधा उपलब्ध कराई थी. परंतु कोरोना की वजह से राज्यभर के कैदियों को रिश्तेदारों से मुलाकात कराने में फिलहाल पाबंदी लगाई गई हैं. मुंबई के ऑर्थर रोड, पुणे स्थित येरवडा, नागपुर व अमरावती के मध्यवर्ती कारागृह में कर्मचारी व कैदी कोरोना संक्रमित पाये जाने से सुरक्षा यंत्रणा परेशान हो गई थी. गृह विभाग के आदेशानुसार मई माह से ही कारागृह के कैदियों की रिश्तेदारों के साथ मुलाकात बंद कर दी. नागपुर में जुलाई और अमरावती मध्यवर्ती कारागृह में अगस्त माह में पहली बार कैदी कोरोना संक्रमित पाये गए. गृह विभाग के नई गाईड लाइन के अनुसार नए कैदियों के लिए अस्थायी कारागृह तैयार किया गया. अदालत के आदेशानुसार कारागृह में भेजे जाने वाले कैदियों को पहले दो सप्ताह अस्थायी जेल में रखना अनिवार्य है. कोरोना जांच, रिपोर्ट, डॉक्टरों से जांच आदि खानापूर्ति करने के बाद कैदियों को पुराने कारागृह में रवाना किया जाता है. राज्य में ९ मध्यवर्ती कारागृह, ११ ओपन कारागृह, ४७ जिला कारागृह, श्रेणी-१ व २ तथा दो महिला कारागृह में कैदियों के रिश्तेदारों से मुलाकात की मनाई की गई है.

  • कैदियों की दो बार कोरोना जांच

न्यायालय के आदेशानुसार कारागृह में आने वाले कैदियों की दो बार कोरोना जांच की जा रही है. अस्थायी कारागृह में दो बार कोरोना की जांच की जाती है. दो सप्ताह वहां रखने के बाद फिर एंटीजन जांच की जाती है, रिपोर्ट निगेटीव आने के बाद पुराने कारागृह में उस कैदी को भेजा जाता है, ऐसी जानकारी स्वास्थ्य विभाग व्दारा प्राप्त हुई है.

  • गृह विभाग के आदेश मिले है

कैदियों की रिश्तेदारों के साथ इंटरकॉम पर होने वाली मुलाकात पर राज्यभर के कारागृह में पाबंदी लगाई गई है. ऐसे गृह विभाग के आदेश है. मगर रोटेशन प्रणाली व्दारा कैदियों को सप्ताह में एक बार वीडियों कॉलनी के व्दारा रिश्तेदारों से चर्चा करने की सुविधा उपलब्ध कराई गई है. – रमेश कांबले, अधिक्षक मध्यवर्ती करागृह अमरावती.

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