भजन संध्या के माध्यम से भारतीय संस्कृति का जतन: विधायक सुलभा खोडके
सुमधुर स्वरों की भजन संध्या कार्यक्रम
* अमरावती सिद्धीविनायक महिला बचतगट का आयोजन
* श्रावण महीेने के पावन पर्व पर सुश्राव्य भजनसंध्या में महिलाएं हुई सहभागी
अमरावती/दि.11- भजन संध्या के माध्यम से भारतीय अध्यात्मिक संस्कृति का जतन व संवर्धन होता है. श्रावण महीने के पावन पर्व पर भजनसंध्या का लाभ यह मन को श्रद्धा व भक्ति के मार्ग पर आरुढ़ करने वाला है. ऐसा प्रतिपादन विधायक सुलभाताई संजय खोडके ने किया.
अमरावती सिद्धीविनायक महिला बचत गट सरकारी पतसंस्था द्वारा 8 सितंबर को संत ज्ञानेश्वर सांस्कृतिक भवन में भजन संध्या का कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस समय वे बोल रही थी. अमरावती सिद्धीविनायक महिला बचत गट सहकारी पतसंस्था मर्यादित की ओर से संपूर्ण वर्षभर महिलाओं के लिए विविध उपक्रम आयोजित किए जाते हैं. इसी श्रृंखला में शुक्रवार 8 सितंबर को आयोजित इस भजनसंध्या में शहर की सहभागी हुई महिला भजन मंडल की ओर से एक सूर-एक ताल का सुरीला मेल साधते हुए एक से बढ़कर एक सरस भजनों का प्रस्तुतिकरण किया गया. इस समय पारंपरिक पद्धति से वेशभूषा धारण कर महिलाओं ने भक्तिरस पूर्ण, अध्यात्मिक भावार्थ विशद करने वाले भजनों के माध्यम से सभी उपस्थितों को मंत्रमुग्ध कर दिया. दरमियान शिवकालीन स्मृति को याद दिलाने वाले भजनों से छत्रपति शिवाजी महाराज के पराक्रम का उपस्थितों को स्मरण करवाया. साथ ही सद्गुरु का स्मरण, मां जगदंबा का जयजयकार, ईश्वरी अगाध लीला की जानकारी, साढ़ेतीन शक्तिपीठ की महिमा, गण गण गणात बोते का गजर, रामभक्त हनुमानजी की अपार भक्ति आदि सहित संस्मरणीय सुश्राव्य भजनों के माध्यम से श्रीक्षेत्र शेगांव, पंढरपुर, माहूर, कोल्हापुर, तुलजापुर, वणी सप्तश्रृंगी इन स्थानों के महत्व की प्रचिती हुए दृश्य इस समय दिखाई दिए.
इस समय अमरावती सिद्धीविनायक महिला बचतगट सहकारी पतसंस्था की अध्यक्षा विधायक सुलभाताई खोडके व उनके सहयोगियों के हाथों सभी महिला भजन मंडल मान्यवरों का सत्कार किया गया. इस दरमियान शुरुआत में स्वरा प्रवीण ईश्वरकर इस बच्ची ने ओंकार गजानन रुप गणेशाचे यह गणपति बाप्पा का गीत प्रस्तुत कर सभी उपस्थितों का ध्यानाकर्षित किया. साथ ही भारुड, गवलन, सामूहिक नृत्य भी प्रस्तुत किए गए.
इस अवसर पर अमरावती सिद्धीविनायक महिला बचत गट सहकारी पतसंस्था मर्यादित, अमरावती की उपाध्यक्ष अनुराधा बरडे, सुचिता काले, संचालिका छबुताई मातकर, उषा पाटील, वर्षा कुर्हेकर, स्नेहा रायटे, पोर्णिमा फंदे, सरोज चिखलकर, माधुरी भणग, उषा मेश्राम, व्यवस्थापिका निलभा ठाकरे आदि सहित कल्पना मोहोड, माया शेंडे, ज्योती उंबरकर, उषा कुरलकर, मनीषा सीमगेकर,शारदा ठाकरे, मीना देशमुख, रेखा देशमुख, तृप्ती व्यवहारे, सुषमा ठाकरे, लक्ष्मी उमेकर, गीता ढवले, वंदना नागपुरे, शकुंतला बालापुरे, सारिका महल्ले, अंजली केवले, अंजली चौधरी, संजीवनी देशमुख, कीर्ती कोरडे, जया मानकर आदि सहित सभी महिला सभासद व आमंत्रित सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित थे. संचालन कल्पना मोहोड ने एवं आभार प्रदर्शन छबुताई मातकर ने किया.