प्रतिनिधि
दि.२७ अमरावती-इस समय कोरोना संक्रमण के असर से कोई भी क्षेत्र अछूता नहीं है और हर ओर कामकाज की रफ्तार पूरी तरह से सुस्त हो गयी है. इसका सीधा असर जिले में जिप द्वारा करवाये जानेवाले विकास कामों पर भी देखा जा रहा है और कोरोना व लॉकडाउन के चलते जिले में सभी विकास कार्य लगभग पूरी तरह से ठप्प हो गये है. ऐसे में जिप अध्यक्ष बबलू देशमुख की पहल पर लॉकडाउन के बावजूद जिले में विकास कार्यों को गतिमान करने हेतु एकशन प्लान बनाया जा रहा है. जिसके चलते जिले का विकास एक बार फिर रफ्तार पकडेगा. इस संदर्भ में जिप अध्यक्ष बबलू देशमुख ने जिप पदाधिकारियों व अधिकारियों को अपनी इस संकल्पना से अवगत कराते हुए स्पष्ट किया है कि, जिस तरह से कोरोना से बिना डरे उससे लडना है. उसी तरह विकास कामों से भी हाथ पीछे खींचने की बजाय कोरोना से बिना डरे विकास कामों को किया जाना चाहिये. जिसमें सभी का सहयोग अपेक्षित है. जिप अध्यक्ष बबलू देशमुख के मुताबिक सभी के सहयोग से एक एकशन प्लान तैयार किया जायेगा. जिसपर अमल करने से जिले का विकास एक बार फिर रफ्तार पकडेगा. यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, इस समय कोरोना का संक्रमण जारी रहने के चलते जिला परिषद को विभिन्न स्त्रोतों से होनेवाली आय में काफी कमी आयी है. वहीं सरकार की ओर से भी मिलनेवाली निधी रूकी पडी है. ऐसे में जिला परिषद इस समय जबर्दस्त आर्थिक तंगी का सामना कर रही है. इस वजह से भी तमाम विकास कार्य पूरी तरह से प्रभावित हुए है. यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि शहरी क्षेत्र में काम करनेवाली मनपा की तुलना में जिला परिषद की आय काफी कम होती है और ग्रामीण क्षेत्रों में होनेवाली खरीदी-बिक्री के लिए अदा किये जानेवाले स्टैम्प ड्यूटी से जिप को राजस्व प्राप्त होता है. किंतु विगत चार माह से कोरोना के चलते ग्रामीण क्षेत्रों में खरीदी-बिक्री के व्यवहार पूरी तरह से बंद है. जिसकी वजह से स्टैम्प ड्यूटी से कोई आय नहीं हो रही. वहीं दूसरी ओर इस समय किसानों के पास कोई कामधाम नहीं है. ऐसे में उनसे कर व पानी पट्टी का टै्नस मांगना भी उचित नहीं है. जिसके चलते जिप की आय हर ओर से रूकी पडी है और इसका सीधा असर जिप द्वारा किये जानेवाले विकास कामोें पर पड रहा है. ऐसे में सभी बातोें के बीच समन्वय स्थापित करते हुए जिप अध्यक्ष बबलू शेखावत ने विपरित हालात में से विकास की राह खोज निकालने का प्रयास शुरू किया है.