अमरावती

आवक कम रहने से सब्जियों के दाम बढ़े

आलू के साथ पत्ता गोभी, फूलगोभी और टमाटर में तेजी

बैगन, पालक और धनिया के भाव आसमान छूने लगे
अमरावती-दि.28 इस वर्ष वापसी की बारिश के कारण खेती का अधिक नुकसान होने से दिवाली के बाद भी सब्जी की आवक बाजारों में काफी कम हो गई है. इस कारण सब्जियों के दाम आसमान छूने लगे हैं. बैगन 60 रुपए, धनिया 120 रुपए, पालक 40 रुपए और टमाटर 50 रुपए, पत्ता गोभी 40 रु., फूलगोभी 60 रु. और आलू 40 रुपए प्रति किलो थोक विक्रेताओं द्वारा शुक्रवार को बाजार में बिक्री किये गए हैं.
इस वर्ष बारिश अधिक होने के बाद वापसी की बारिश का भी कहर रहने से सब्जी उत्पादन पर इसका असर हुआ है. वैसा देखा जाये तो दिवाली समाप्त होते ही ठंड ब़ढ़ने पर सब्जियों के दाम कम हो जाते ैहैं, लेकिन इस बार बारिश के कारण सब्जी उत्पादक किसानों का नुकसान अधिक होने से मंडी में सब्जी की आवक प्रतिदिन काफी कम है. इस कारण दिनोंदिन सब्जी के दाम बढ़ने लगे हैं. थोक बाजार में ही सब्जी महंगी बिक्री होने के कारण चिल्लर सब्जी विक्रेता बाजार में सब्जी काफी महंगी बेच रहे हैं. आलू, बैगन, टमाटर, पत्तागोभी और फूलगोभी के अलावा धनिया और प्याज के दाम काफी बढ़ गए हैं. कोई भी सब्जी 80 से 100 रुपए प्रति किलो के नीचे नहीं मिल रही है. केवल आलू और पत्तागोभी 40 रुपए प्रति किलो, अन्य सभी सब्जियां 60 से 80 रुपए किलो के दाम बेची जा रही है. शुक्रवार को थोक बाजार में धनिया 120 रुपए प्रति किलो और बैगन 60 रुपए किलो बिक्री होने से चिल्लर विक्रेता बैगन 80 रुपए, टमाटर 50 रुपए प्रति किलो के दाम से बेच रहे हैं. यह दाम हर दिन बदलते भी जा रहे हैं. सफेद प्याज 50 से 60 रुपए किलो चिल्लर सब्जी विक्रेताओं द्वारा बेचा जा रहा है. वहीं ऊपर से काले और थोड़ी बहुत फफूंद लगे प्याज 30 रुपए किलो से बिक्री हो रहे हैं. नवरात्रोत्सव के दौरान 25 रुपए किलो मिलने वाले आलू अब 40 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गए हैं. वहीं अन्य सभी सब्जियां भी महंगी हो गई है. सब्जी के दाम बढ़ने से सामान्य नागरिक परेशान हैं. उनका आर्थिक बजट बिगड़ गया है.

आवक बढ़ने पर कम होंगे दाम
वर्तमान स्थिति में बाजार में सब्जी की आवक कम रहने से सभी सब्जियों के दाम बढ़े हुए दिखाई दे रहे हैं, लेकिन आगामी कुछ दिनों में सब्जियों की आवक बढ़ते ही थोक बाजार में दाम कम हो जाएंगे और चिल्लर विक्रेता भी अपनेआप ही सभी सब्जियों के दाम कम कर देंगे.
– संदीप ढवले, थोक सब्जी विक्रेता

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