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शिक्षा आयुक्त के पत्र को रद्द करने की मांग
अमरावती/दि.३ – राज्य की प्राथमिक व माध्यमिक शालाओं हेतु सेवक संच मान्यता के मौजूदा नियमों को बदलकर नई नीति शिक्षा आयुक्त द्वारा प्रस्तावित की गई है. इस नई नीति की वजह से राज्य की सभी प्राथमिक व माध्यमिक शालाओें का अस्तित्व ही खतरे में आ जायेगा और गरीबोें व वंचितों के बच्चों की शिक्षा भी खतरे में पड जायेगी. क्योंकि शिक्षा आयुक्त की प्रस्तावित संच मान्यता नीति के तहत विद्यार्थी संख्या तो बढेगी, लेकिन शिक्षकों की संख्या घटायी जायेगी. ऐसे में इस पत्र को तत्काल रद्द किया जाना चाहिए. इस आशय की मांग संभाग के शिक्षक विधायक प्रा. श्रीकांत देशपांडे ने राज्य की शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड से मुलाकात करते हुए की है.
इस मुलाकात के दौरान शिक्षक विधायक प्रा. श्रीकांत देशपांडे ने शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड के समक्ष शिक्षकों से संबंधित कई प्रलंबित मामलों को लेकर भी गहन चर्चा की और शिक्षकों की समस्याओं को जल्द से जल्द हल किये जाने की मांग की. जिस पर शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड ने सकारात्मक ढंग से विचार करने का आश्वासन दिया.