आनंदवन में डॉ. विकास आमटे के हाथों मुख्याध्यापक जीवन गोरे का सत्कार
अमरावती/दि.28– हाल ही में बाबा आमटे के आनंदवन में स्व. दौलतभाई देसाई मतिमंद शाला के मुख्याध्यापक जीवन प्रेमचंद गोरे का आनंदवन के सर्वेसर्वा डॉ. विकास आमटे के हाथों शाल व पुस्तक देकर यथोचित सत्कार व सम्मान किया गया.
अमरावती के रघुवीर व संगीत साधना कराओके क्लब के संचालक चंद्रकांत पोपट और उनके सभी साथियों ने हाल ही में राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कराओके स्पर्धा का आयोजन किया था. देश-विदेश से 350 से अधिक स्पर्धको ने इसमें भाग लिया था. आनंदवन से भी कुछ दिव्यांग स्पर्धको ने इस स्पर्धा के दिव्यांग गुट में शामिल होकर पुरस्कार प्राप्त किए थे. इस पुरस्कार का वितरण डॉ. विकास आमटे के हाथों स्पर्धको को करने के लिए संगीत साधना की तरफ से डॉ. गोविंद कासट, दिलीप सदार, जीवन गोरे और संदीप सदार आनंदवन गए थे. जहां विजेता स्पर्धको को डॉ. विकास आमटे के हाथों पुरस्कार वितरित किए गए. जीवन गोरे स्व. दौलतभाई देसाई मतिमंद छात्रो की शाला राजापेठ में मुख्याध्यापक है. निसर्ग ने जिन्हें बुद्धी नहीं दी ऐसे मतिमंद छात्रो को पढने का पुण्य कार्य करने का कठिन काम जीवन गोरे बडे खुशी और उत्साह से तथा जिम्मेदारीपूर्वक करते है. मुंबई में इस विशेष शिक्षा का प्रशिक्षण लेकर वे 1999 से इस सेवा में है. विविध उपक्रम चलाकर वे मतिमंद विद्यार्थियों की सेवा कर रहे है और अन्य समय में वे डॉ. गोविंद कासट मित्र मंडल के अनेक सामाजिक उपक्रम में भी बडे उत्साह से शामिल होते है. साथ ही गायन व संगीत में रुची रहने से वें संगीत साधना कराओके क्लब के उपक्रम में और स्पर्धा में शामिल होकर स्पर्धा के आयोजन में अपना महत्वपूर्ण योगदान भी देते है. इन सभी बातों को देखते हुए डॉ. गोविंद कासट मित्र मंडली व आनंदवन की तरफ से डॉ. विकास आमटे के हाथों उनका सत्कार किया गया. इस अवसर पर डॉ. विकास आमटे, डॉ. भारती आमटे, डॉ. गोविंद कासट, सदाशिव ताजने, राजेश ताजने, स्वरानंदवन आर्केस्ट्रा के कलाकार व संगीत साधना आंतर्राष्ट्रीय कराओके प्रतियोगिता में विजयी सभी दिव्यांग स्पर्धक उपस्थित थे. कार्यक्रम का संचालन व आभार प्रदर्शन डॉ. गोविंद कासट ने किया.