बंद नहीं होगी 100 व 200 रुपए के मुद्रांकोें की छपाई व विक्री
पंजीयन व मुद्रांक महानिरीक्षक सोनवने ने दी जानकारी
* स्टैम्प वेंडरों के जरिए पहले की तरह विक्री जारी रखने की बात कही
अमरावती/दि.10 – विगत कुछ समय से सोशल मीडिया 100 व 200 रुपए के स्टेम्प पेपरों की छपाई व विक्री बंद होने से संबंधित खबरे जमकर वायरल हो रही है. जिनका खंडन करते हुए राज्य के पंजीयन महानिरीक्षक व मुद्रांक निरीक्षक हीरालाल सोनवने ने स्पष्ट किया है कि, सरकार द्वारा ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया है तथा सभी स्टैम्प पेपरों की विक्री स्टैम्प वेंडरों यानि मुद्रांक विक्रेताओं के जरिए पहले की तरह जारी रहेगी. अत: सोशल मीडिया पर वायरल होने वाली खबरों पर बिल्कुल भी ध्यान न दिया जाये.
बता दें कि, विगत कुछ समय से सोशल मीडिया के जरिए यह खबर फैल रही थी कि, अब व्यक्तिगत स्वरुप के सभी शपथ पत्र 500 रुपए के मुद्रांक पर ही करने होंगे और सरकार ने 100 व 200 रुपए के मुद्रांकों की छपाई व विक्री को बंद करने का निर्णय लिया है. इस खबर के सामने आते ही राज्य के विविध मुद्रांक विक्रेता संगठनों सहित अखिल महाराष्ट्र मुद्रांक समिति (पुणे), मुद्रांक विक्रेता महासंघ एवं जलप्रतिनिधियों द्वारा सरकार को अपनी मांगों का निवेदन सौंपा गया. इन निवेदनों में कहा गया कि, ब्रिटीशकाल के समय से मुद्रांक विक्रेताओं द्वारा सरकार की सेवा करते हुए सरकार को बडे पैमाने पर राजस्व उपलब्ध कराया जाता है. साथ ही इन मुद्रांक विक्रेताओं के जरिए आम नागरिकों को सहज तरीके से मुद्रांक उपलब्ध होता है. ऐसे में यदि सवा 200 रुपए के मुद्रांक की सरकार द्वारा छपाई व विक्री को बंद कर दिया जाता है, तो सभी मुद्रांक विक्रेता बेरोजगार हो जाएंगे और उन पर भूखमरी की नौबत आ जाएगी. अत: मुद्रांक विक्री की मौजूदा पद्धति को ही कायम रखा जाये. अपनी इस मांग को लेकर मुद्रांक विक्रेताओं के संगठनों द्वारा कई जिलाधीश कार्यालयों के समक्ष धरणा आंदोलन भी किया गया था.
इन तमाम स्थितियोंं को देखते हुए पंजीयन महानिरीक्षक व मुद्रांक निरीक्षक हीरालाल सोनवने द्वारा विगत 7 अक्तूबर को एक पत्र जारी करते हुए कहा गया कि, 100, 200 व 500 रुपए के मुद्रांक फिलहाल व्यवहार में बने हुए है. साथ ही इन मुद्रांकों की विक्री भी मुद्रांक विक्रेताओं के मार्फत सुचारु रुप से चल रही है. साथ ही सरकार द्वारा 100-200 रुपए के मुद्रांकों की विक्री को बंद करने का कोई निर्णय भी प्रस्तावित नहीं है. मुद्रांक निरीक्षक द्वारा जारी किये गये इस पत्र के चलते अब सोशल मीडिया पर चल रही चर्चाओं पर लगाम लगती नजर आ रही है.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही खबर पूरी तरह से गलत व निरर्थक है. सरकार द्वारा किसी भी तरह के स्टैम्प पेपर को बंद करने के संदर्भ में कोई आदेश जारी नहीं किये गये है. सभी स्टैम्प पेपरों की नियमित विक्री मुद्रांक विक्रेताओं के द्वारा ही की जा रही है.
– अनिल औतकर,
मुद्रांक जिलाधिकारी.