कारागृह हाउसफुल : डेढ वर्ष में 8 हजार कैदियों की संख्या अधिक हुई
कोरोना से राहत मिलते ही कैदियों की संख्या में इजाफा
फिर से बढने लगे अपराध, 40 प्रतिशत पद रिक्त
अमरावती- / दि.23 राज्य के कारागृह कैदियों से खचाखच भर गए है. क्षमता से 3-4 गुना अधिक कैदी कैद होने के कारण कारागृह में जगह कम पडने लगी है. अधिकारी, कर्मचारियों की कमी होने के कारण कैदियों की सुरक्षा, व्यवस्था, स्वास्थ्य तथा प्रशासकीय कामकाज संभालने में परेशानी हो रही है. कोरोना महामारी से निपटते ही पिछले डेढ वर्ष में 8 हजार से अधिक कैदियों की संख्या ज्यादा होने के कारण चिंता बढ गई है.
राज्य के नव में से 7 मध्यवर्ती कारागृह में कायम स्वरुप के अधिक्षक नहीं है. प्रभारी के भरोसे काम शुरु हेै और उपर से कारागृह में क्षमता से अधिक कैदी बंद हैं. मनुष्यबल की वजह से जुलाई माह में अमरावती जिला मध्यवर्ती कारागृह तोडकर कैदियों की भागने की घटना उजागर हुई थी. पिछले सप्ताह नाशिक व येरवडा मध्यवर्ती कारागृह में कैदियों ने कर्मचारियों पर हमला करने की घटना उजागर हुई. इस मामले में पुलिस थाने में अपराध दर्ज किये गए. राज्य के कारागृह में जेल अधिकारियों के 100 पद रिक्त है. जिसमें से अकेले विदर्भ में 14 पद खाली पडे हैं. इस वजह से नागपुर, अमरावती मध्यवर्ती कारागृह में अंतर्गत सुरक्षा पर सवालियां निशाना उठा है. कारागृह अधिक्षक, जेल अधिकारी, सुरक्षा रक्षक, हवलदार, कार्यालयीन कर्मचारी आदि के पद रिक्त पडे हैं.
कोरोना के बाद कैदियों की संख्या में इजाफा
कोरोना के पहले राज्य के कारागृह में 34 हजार कैदी कैद थे, मगर मिशन बिगेन अंतर्गत मार्च 2021 से कोरोना नियम शिथिल किये गए और कारागृह में कैदियों की संख्या काफी तेजी से बढने लगी. फिलहाल कारागृह में 42 हजार कैदी कैद होने का आंकडा प्राप्त हुआ हैं. जिससे पिछले डेढ वर्ष में अपराधिक घटनाएं काफी तेजी से बढने लगी, यह सच्चाई सामने आयी है.
गंभीर अपराधों के साथ चोरी, डकैती में वृध्दि
कोरोना के बाद अपराधिक घटनाएं काफी तेजी से बढने लगी है. कोरोना काल में दो वर्षों तक सभी का कामकाज ठप्प पडा था. कई लोग बेरोजगार हो गए. जिसके कारण डेढ वर्ष में गंभीर अपराधों के साथ चोरी डकैती में काफी वृध्दि हो गई है. कैदियों की तुलना में मनुष्यबल कम होने के कारण कैदियों की सुरक्षा, व्यवस्था व स्वास्थ्य और नियोजन करने में काफी दिक्कतें आ रही है.
राज्य के जेलों पर एक नजर
कारागृह क्षमता कैदी
येरवडा 2400 7000
मुंबई 0800 3500
ठाणे 1100 3500
अमरावती 0925 1175
नागपुर 1840 3120