प्रतिनिधि/ दि.१८
अमरावती – कारागृह कहने पर अपराध में सजा पाने वाले केैदी ऐसा लोगों के जेहन में चित्र निर्माण होता है, परंतु बीते चार माह से लगातार प्रयास कर इन्हीं कैदियों ने अपनी कल्पनाओं का परिचय देकर करीब ५०० गणेश मुर्तियां तैयार कर बिक्री के लिए उपलब्ध कराई है. गणेश मुर्ति तेैयार करने के लिए लगभग १० कैदियों ने प्रयास किये. पूरी तरह से दो फीट के अंदर साडू मिट्टी का उपयोग कर मुर्ति तैयार की गई. आकर्षक रंग, घरेलू स्थापना के लिए तैयार की गई मुर्ति की कीमत भी ७०० से ९०० तक है. कैदियों व्दारा तैयार की गई घरेलू गणेश मुर्ति बेचने के लिए बाहर लाने का यह प्रयोग बीते तीन वर्षों से शुरु है. कारागृह प्रशासन ने उनका सहयोग किया. ज्यादा से ज्यादा समय देते हुए गणेश प्रतिमाओं का निर्माण किया. कम समय में ज्यादा मुर्तियां तैयार की गई. जेल क्वार्टर परिसर में रास्ते के किनारे कारागृह की जमीन पर नया शो रुम निर्माण किया गया है. यहां गणेश मुर्ति बिक्री का शुभारंभ किया गया है. कोरोना वायरस के प्रादुर्भाव पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से इस गणेश मुर्ति बिक्री केंद्र का उद्घाटन समारोह इस बार नहीं लिया गया.
- कारागृह सुधारगृह बने
कारागृह में रहते समय सकारात्मक उर्जा निर्माण हो, बकाया आयु आनंद में बीते, इस उत्साह से कैदियों ने मुर्ति तैयार करने के उपक्रम में भाग लिया. कारागृह सुधारगृह बने इसके लिए प्रयास शुरु है. रमेश कांबले, अधिक्षक मध्यवर्ती कारागृह