कृषि कर्ज वितरण में निजी बैंकों का अडियल रवैय्या कायम
चेतावनी के बाद राष्ट्रीयकृत बैंकों के काम में हुआ सुधार
* जिला मध्यवर्ती बैंक ने 83 फीसद कर्ज वितरण किया
अमरावती/दि.8– इस समय खरीफ फसलों की बुआई का सीझन जोरदार ढंग से शुरू हो गया है. ऐसे में किसानों को बुआई के लिए खाद व बीज हेतु पैसोें की जरूरत पड रही है और वे कर्ज निकालने के लिए बैंकों की शरण में पहुंच रहे है. लेकिन निजी क्षेत्र की बैंकों ने फसल कर्ज वितरण को लेकर अडियल रवैय्या अपनाते हुए इस काम में अडंगा डाला जा रहा है. जिसके चलते निजी बैंकों द्वारा उन्हें दिये गये लक्षांक की तुलना में अब तक केवल 27 फीसद कर्ज का वितरण ही किया गया है. वहीं राष्ट्रीयकृत बैंकों ने अपने हाथ को थोडा ढीला करते हुए 66 फीसद तक कर्ज वितरण का काम पूर्ण किया है. साथ ही जिला मध्यवर्ती सहकारी बैेंक द्वारा अब तक कुल लक्षांक की तुलना में 83 फीसद कृषि कर्ज वितरित किया जा चुका है. जिसके चलते जिले में अब तक औसत 71 फीसद कृषि कर्ज का वितरण हुआ है.
बता दें कि, बैंकों से मिलनेवाले फसल कर्ज का किसानों को काफी बडा आधार रहता है और सीझन के प्रारंभ में सही समय पर कर्ज मिल जाने पर किसानों के लिए खाद और बीजोें की व्यवस्था करना आसान होता है. जिसके लिए वे लगातार बैंकों में चक्कर मारते है. इस वर्ष खरीफ सीझन में अमरावती जिले के लिए 14,000 करोड रूपये के कर्ज वितरण का लक्ष्य तय किया गया है. जिसके तहत राष्ट्रीयकृत बैंकों को 761.40 करोड का लक्ष्य दिया गया है. इन बैंकों के 97 हजार किसान खाताधारक है. जिनमें से अब तक 43 हजार 251 खाताधारक किसानोंं को 499 करोड 94 लाख रूपये का फसल कर्ज वितरित करते हुए कुल लक्षांक की तुलना में 66 फीसद कर्ज वितरित किया जा चुका है. किंतु वहीं दूसरी ओर निजी बैंकों ने कृषि कर्ज वितरण के मामले में अब तक अपना हाथ तंग रखा है. निजी बैंकों को 66 करोड 60 लाख रूपये के कर्ज वितरण का लक्ष्य दिया गया है. इन बैंकों में 4 हजार किसान खाताधारक है. जिनमें से अब तक केवल 915 खाताधारक किसानों ने महज 17 करोड 83 लाख रूपये के कर्ज वितरित किये गये है. सरकार द्वारा बार-बार दिशा निर्देश दिये जाने के बावजूद इन बैंकों के अडियल रवैय्ये में कहीं कोई कमी नहीं आयी है.
वहीं दूसरी ओर किसानों की बैंक के तौर पहचान रखनेवाली जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक ने हमेशा की तरह इस बार भी फसल कर्ज वितरण में अपना अव्वल स्थान कायम रखा है. 70 हजार किसान खाताधारक रहनेवाली जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक में इस बार के सीझन में 555 करोड रूपये के कर्ज वितरण का लक्ष्य तय किया था. जिसकी तुलना में अब तक 48 हजार 987 खाताधारक किसानों को 461 करोड 92 लाख रूपयों का फसल कर्ज वितरित किया जा चुका है, जो कुल लक्ष्यांक की तुलना में 83 फीसद है. इसके अलावा ग्रामीण बैंक द्वारा 117 फीसद कर्ज वितरण किया गया है. ग्रामीण बैंक को 17 करोड रूपये का लक्ष्य दिया गया था. जिसकी ऐवज में ग्रामीण बैंक द्वारा 19.83 करोड रूपये का कर्ज वितरित किया गया है.
* एक दृष्टिक्षेप में कर्ज वितरण (आंकडे करोड में)
कर्ज वितरण प्रतिशत
राष्ट्रीय बैंक 499.94 66
जिला बैंक 461.92 83
ग्रामीण बैंक 19.83 117
निजी बैंक 17.83 27