बुलढाणा में हादसे के बाद धधकी निजी बस, 25 यात्री खाक
प्रदेश के इतिहास की सबसे भयंकर दुर्घटना
टायर फूटने के बाद डीजल ने पकड़ी आग
मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पहुंचे घटनास्थल
मृतकों के वारिसों को 5-5 लाख
मृतकों में तीन मासूम और महिलाएं
विदर्भ ट्रैवल की थी बस, कारंजा में भोजन विश्रांति के बाद जा रही थी पुणे
मृतकों में नागपुर, वर्धा और यवतमाल के निवासी
देर रात 1.26 बजे झपटा काल
रौंगटे खड़े कर देने वाला दृश्य
बुलढाणा/दि.1- नागपुर से पुणे की तरफ जा रही विदर्भ ट्रैवल की अभागी बस कल देर रात डेढ़ बजे के लगभग जिले के सिंधखेड़राजा के पास पिंपलखुटा ग्राम में भयंकर हादसे का शिकार हो गई. सामने का टायर फूटने और दोनों अगले पहिए एक्सल सहित निकल जाने के बाद निजी बस पलट गई. फिर डीजल टंकी में आग लग गई, जिससे 25 मुसाफिरों के बुरी तरह झुलसकर मारे जाने से हर कोई सन्न रह गया है. दुर्घटना में युवा मुसाफिरों ने किसी तरह बस के शीशें तोड़कर अपने आपको बचाया. मृतकों में महिलाएं भी शामिल है. शव पहचान से दूर हो गए हैं. हादसा बड़ा भयंकर रहा. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस मौके पर पहुंचे हैं. मृतक के वारिसों को 5-5 लाख रुपए सानुग्रह राशि देने का ऐलान हुआ है. दो रोज में राज्य में सड़क दुर्घटना के कारण 39 लोगों की अकाल मौत हो गई. जिससे व्यवस्था विशेषकर प्रादेशिक परिवहन विभाग की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में आ गई है. कुछ बड़ी कार्रवाई होने और बड़े कदम उठाने की मांग जनमानस में उठी है.
शनिवार सुबह होते ही लोगों को अत्यंत बुरी खबर देखने-सुनने मिली. बुलढाणा जिले के समृद्धि महामार्ग पर लक्जरी बस के 25 यात्रियों की झुलसकर मौत हो जाने के समाचार ने सभी को झंकझोर दिया.
* कैसे हुआ हादसा?
नागपुर से समृद्धि महामार्ग से विदर्भ ट्रैवल की यह बस एमएच 29 बीई 1819 गत शाम 5 बजे पुणे के लिए रवाना हुई. बस में लगभग 33 यात्री थे. कारंजा के पास एक ढाबे पर बस रुकी. यात्रियों और चालक दल सदस्यों ने भोजन किया. फिर बस आगे बढ़ी. सिंधखेड़ राजा के आगे पिंपलखुटा गांव के पास बस का अगला पहिया फूट गया और निकल गया, जिससे बस अनियंत्रित हो गई और एक पोल से टकराने के बाद डिवाइडर से जा टकराई. इसके बाद लगभग 100 फीट घसीटते हुए आगे जाकर पलट गई. पल्टी भी वह कंडक्टर साइड से. कुछ ही क्षणों में डीजल ने आग पकड़ ली और बस धू-धू कर जल उठी. 25 मुसाफीर जिनमें तीन बच्चे और महिलाएं भी थी, दरवाजा बंद होने और खिड़कियों पर ग्लास होने से बाहर नहीं निकल सके और जिंदा जल गए. बस के कुछ यात्री युवा थे, उन्होंने मिले उस साधन से खिड़कियों के कांच तोड़े और बाहर कूद गए.
* दृश्य भयानक, पास भी न जा सके
घटना की खबर पुलिस के माध्यम से इस क्षेत्र में सड़क हादसों के शिकार लोगों की तत्पर मदद करने वाले एड.मेहत्रे को मिली. वे अपने साथियों संग मौके पर पहुंचे. उन्होंने मीडिया को बताया कि जब वे लोग पहुंचे तो बस धधक उठी थी. चित्कार चीखों से माहौल भयानक हो गया था. दृश्य भयंकर था. पास भी न जा सके थे. बस में सवार कुछ जवान यात्री खिड़कियां तोड़कर बाहर निकल गए थे. उन्होंने अपना ही बचाव किया.
* शव शिनाख्त से परे
बुलढाणा जिला प्रशासन से आला अधिकारी और दमकल,एंबूलेंस लगभग घंटेभर में पहुंच गए थे. किन्तु तब तक 25 लोगों की जान चली गई थी. बल्कि जलकर अधिकांश शव राख में तब्दील हो गए. उनका पहचानना बड़ी चुनौती बन गया है. पुलिस और प्रशासन ने लोगों से पहचान की अपील भी की है. एक खबर में बताया गया कि मृत यात्रियों की पहचान करना पुलिस के लिए दुष्कर हो गया है. डीएनए टेस्ट के सिवाय पर्याय नहीं है. पिछले माह ओडिसा के रेल हादसे के बाद ही अनेक मुसाफिरों की पहचान डीएनए टेस्ट से हुई.
* चालक और कंडक्टर बच गए
बड़ी बात है कि बस के पलटनेे से पूर्व चालक और कंडक्टर वाहन से कूद पड़े थे. उन्हें पुलिस ने डिटेन कर रखा है. उनसे पूछताछ हो रही है. हादसे में बाल-बाल बचे आठ लोगों में यह दोनों शामिल हैं. बस में अधिकांश प्रवासी नागपुर, वर्धा और यवतमाल के थे. आठ यात्री बाल-बाल बचे किन्तु उनमें से तीन घटनास्थल से चले गए.
* गिरीश महाजन पहुंचे
भयंकर दुर्घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सीएम शिंदे ने दुख व्यक्त कर 2 लाख और 5 लाख रुपए की सानुग्रह मदद घोषित की है. यह जानकारी भाजपा नेता गिरीश महाजन ने दी. उन्होंने दावा किया कि सड़क अच्छी है, किन्तु गति पर नियंत्रण आवश्यक है. चालक और खलासी को पुलिस ने ताबे में लिया है. संपूर्ण जांच होगी.
* बस मालिक का खुलासा
बस मालिक वीरेंद्र धरणे ने खुलासा किया कि उक्त एसी स्लीपर बस 2020 में खरीदी थी. बस चालक दानिश बहुत अनुभवी था. टायर फूटने से बस डिवाइडर से टकराई और पलट गई. बस में ज्वलनशील वस्तु होने से जल उठी. वीरेंद्र धरणे ने बताया कि नागपुर से सात, यवतमाल से तीन, वर्धा से चौदह यात्री सवार हुए थे. गाड़ी के कागजात व्यवस्थित थे. उसका फिटनेस भी था. इन्शुरन्स था.
* हादसे में बचे योगेश गवई का बयान
भयंकर हादसे में बाल-बाल बचे योगेश रामदास गवई ने बताया कि औरंगाबाद जाने के लिए उन्होंने नागपुर में विदर्भ ट्रैवल की बस ली थी. समृद्धि हाइवे पर बस पलट गई और जल उठी. उनके साथ तीन-चार लोग खिड़की के कांच तोड़कर बाहर आए. एक युवक को मैंने बाहर खींचा. हमने बस से छलांग लगाई और कुछ ही क्षणों में जोरदार विस्फोट हुआ… थोड़ी देर में दमकल की गाड़ियां आयी और उन्होंने आग बुझाई.
टायर फूटा ही नहीं, एक्सल सहित सामने के दोनों पहिए निकले
इस बीच प्रादेशिक परिवहन अधिकारी के हवाले से कहा गया कि उपरोक्त अभागी बस के सामने का टायर बर्स्ट होने की बात कही जा रही है. जबकि हकीकत में टायर नहीं फूटा है. पूर्व मंत्री गिरीश महाजन ने मौके का अवलोकन करने के बाद कहा कि टायर फूटने से अपघात होने की बात कही जा रही है. किन्तु प्राथमिक रुप से उन्हें नहीं लगता कि ऐसा कुछ हुआ है. महाजन ने हादसे को लेकर आशंका भी जताई. उन्होंने चालक को नींद की झपकी आने की वजह से दुर्घटना होने की आशंका अधिक दिखाई पड़ रही है. मार्ग पर टायर फूटने अथवा घसीटते जाने का कोई निशान नहीं दिख रहा. पुलिस अधीक्षक सुनील कडासने ने कहा कि अचानक आग लगी. लोग नींद में थे. जिसके कारण सभी की मृत्यु हो गई. एसपी ने भी कहा कि बस चालक को झपकी आयी होगी. कडासने ने बताया कि सिंधखेड़ राजा और किनगांवराजा से पुलिस टीम एवं पांच-छह एंबूलेंस पहुंचे हैं. डीएनए जांच के बारे में जिला शल्य चिकित्सक से चर्चा करेंगे. कडासने ने बताया कि बस में तीन छोटे बच्चे भी थे.
ठाकरे, थोरात, पवार सभी ने व्यक्त किया दुख
भयंकर, रौंगटे खड़े कर देने वाली दुर्घटना से पूरा महाराष्ट्र सन्न रह गया है. अग्रणी नेताओं ने भी हादसे पर बहुत दुख व्यक्त किया है. उबाठा शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे, विपक्ष के नेता अजीतदादा पवार, कांग्रेस नेता बालासाहब थोरात ने हादसे पर शोक जताया और कहा कि अभी भी हम हादसे नहीं रोक पा रहे, अमूल्य जिंदगियां गंवा रहे हैं.
ब्रेक के आधे घंटे बाद हादसा
बस में सवार और भयंकर हादसे में अपनी हिम्मत और सूजबूझ के कारण बचे युवा यात्री हर्षल हिवसे ने एक मराठी समाचार चैनल को बताया कि कारंजा के आगे एक ढाबे पर भोजन किया गया. उपरांत बस की यात्रा आगे बढ़ी. आधे घंटे बाद ही पुल के खंभे से टकराई, फिर डिवाइडर से टकराई. तुरंत आग लग गई. बस में हम नीचे गिर गए. जिससे हादसा हो जाने का पता चला. मेरे साथ के यात्री ने खिड़की की कांच तोड़ी. जिससे हम बाहर कूद सके. हादसा रात 1 बजकर 26 मिनट को हुआ. हर्षल ने यह भी बताया कि डीजल टंकी में विस्फोट हुआ. फिर तुरंत ही पुलिस और एम्बूलेंस वहां आ गई थी.
मृतकों के नाम
अवंती पोहनीकर वर्धा
संजीवनी शंकरराव गोटे अल्लीपुर हिंगणघाट
प्रथमेश खोडे वर्धा
श्रेया वंजारी वर्धा
राधिका खडसे साईनगर वर्धा
तेजस पोकले कृष्णानगर वर्धा
तनीशा तायडे वर्धा
शोभा वनकर गोंडप्लॉट वर्धा
वृषाली वनकर गोंडप्लॉट वर्धा
ओवी वनकर गोंडप्लॉट वर्धा
करण बुधबावरे झडशी सेलू
राजश्री गांडोले आर्वी
सुशील केलकर
तेजू राऊत
* पीएम मोदी ने व्यक्त किया शोक
– मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख की सहायता
वहीं इस भीषण हादसे की जानकारी मिलते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे लेकर शोक व्यक्त किया है. साथ ही मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए की सहायता दिए जाने की घोषणा भी की है. पीएम मोदी ने ट्विट करते हुए कहा कि, महाराष्ट्र के बुलढाणा में घटित भीषण सडक हादसे की खबर सुनकर काफी दुख हुआ. इस हादसे में जिन लोगों की मौत हुई है, वे उन लोगों के परिजनों के दुख में शामिल है. साथ ही प्रार्थना करते है कि, हादसे में घायल हुए लोगों को जल्द स्वास्थ्य लाभ हो, इस हादसे में मृत हुए यात्रियों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए की सहायता दिए जाने के साथ ही घायलों को 50-50 हजार रुपए की सहायता राशि दिए जाने की घोषणा पीएम मोदी द्बारा की गई है. वहीं राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी इस हादसे को लेकर शोक व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों हेतु राज्य सरकार की ओर से 5-5 लाख रुपए की सहायता राशि दिए जाने की घोषणा की.
* पति-पत्नी व बेटी की दर्दनाक मौत
– बारामती के वकील परिवार पर टूटा दुखों का पहाड
समृद्धि महामार्ग पर हुए भीषण सडक हादसे में बारामती निवासी एड. अमर काले की बहन का पूरा परिवार खत्म हो गया. इस हादसे में एड. अमर काले की बहन कंचन गंगावने (38), दामाद कैलास गंगावने (48) व भानजी सई गंगावने (20) की आग में झुलसकर मौत हो गई. मूलत: शिरुल निवासी गंगावने परिवार विगत लंबे समय से निरगुडसर में रह रहा था. जहां पर कैलास गंगावने विगत 27 वर्ष से पंडित जवाहरलाल नेहरु विद्यालय में प्राध्यापक के तौर पर कार्यरत थे. गंगावने दम्पति के बेटे को नागपुर के विधि महाविद्यालय में प्रवेश मिला था. जिसे महाविद्यालय में प्रवेश दिलाने के बाद होस्टल में वापिस छोडकर गंगावने परिवार के तीनों सदस्य विदर्भ ट्रैवल्स की बस से पुणे की ओर जाने हेतु निकले. लेकिन बीच रास्ते में सिंदखेड राजा व पिंपलखुटा के बीच घटित हादसे में तीनों की मौत हो गई. आज सुबह इन तीनों लोगों से फोन पर संपर्क नहीं हो पा रहा था और सुबह तक बस हादसे की खबरे भी प्रसारित होने लगी थी. ऐसे में एड. अमर काले ने तुरंत ही राज्य के नेता प्रतिपक्ष अजित पवार के स्वीय सहायक सुनील मुसले के जरिए बुलढाणा पुलिस अधीक्षक से संपर्क करते हुए जानकारी हासिल की, तो पता चला कि, नागपुर से पुणे हेतु निकले बस यात्रियों की सूची में गंगावने परिवार के तीनों सदस्यों का नाम शामिल था. साथ ही तीनों के मोबाइल का अंतिम लोकेशन भी घटनास्थल पर ही दिखाई दे रहा था. जिसके चलते यह निष्कर्ष निकाला गया है कि, गंगावने परिवार के तीनों सदस्य इसी बस में सफर कर रहे थे और इस हादसे की वजह से तीनों की आग में जलकर मौत हो गई. पता चला है कि, जहां एक ओर गंगावने परिवार के बेटे को नागपुर के लॉ कॉलेज में प्रवेश मिला है. वहीं हादसे का शिकार हुई सई गंगावने भी काफी मेधावी छात्रा थी. जिसने मेरिट के दम पर आयुर्वेदिक महाविद्यालय में मेडिकल पाठ्यक्रम हेतु प्रवेश प्राप्त किया था और वह जल्द ही डॉक्टर बनने वाली थी.
* नौकरी ज्वॉइन करने जा रही अल्लीपुर की संजीवनी
वर्धा जिलांतर्गत अल्लीपुर में रहने वाली संजीवनी शंकरराव गोठे नामक 22 वर्षीय युवती को एक निजी कंपनी में अभियंता के तौर पर नौकरी प्राप्त हुई थी. जिसके चलते पूरे परिवार में हंसी-खुशी का माहौल था. ऐसे ही माहौल में बीती शाम संजीवनी गोठे अपनी नौकरी ज्वॉइन करने के लिए विदर्भ ट्रैवल्स की इसी बस से पुणे के लिए रवाना हुई थी. लेकिन यह बस सिंदखेड राजा के निकट समृद्धि एक्सप्रेव वे पर भीषण हादसे का शिकार हो गई. जिसमें 26 लोगों की जिंदा जलकर मौत हुई. इन मृतकों में भविष्य के सपने संजोते हुए अपनी नौकरी ज्वॉइन करने हेतु पुणे जा रही संजीवनी गोठे का भी समावेश था.
* घटनास्थल पर रिश्तेदारों की चीख-पुकार
– रुदन व क्रंदन के साथ ही जबर्दस्त आक्रोश
विदर्भ ट्रैवल्स की बस के साथ सिंदखेड राजा के निकट हुए हादसे की खबर मिलते ही इस बस में सवार यात्रियों के रिश्तेदार अलग-अलग शहरों से घटनास्थल पर पहुंचना शुरु हो गए और बस में सवार अपने रिश्तेदारों के सकुशल होने की कामना करते हुए उनकी स्थिति जानने की जद्दोजहद में दिखाई दिए. चूंकि इस बस में कुल 33 यात्री सवार थे. जिनमें ज्यादा तर यात्री नागपुर, वर्धा व यवतमाल जिले से वास्ता रखते थे और अपने नौकरी व शिक्षा संबंधी कामकाज के लिए पुणे की ओर जा रहे थे. वहीं कुछ यात्री मूलत: पुणे एवं आसपास के परिसर निवासी थे, जो अपने घरों की ओर लौट रहे थे. इसमें से अधिकांश यानि 25 यात्रियों की बस में लगी आग में झुलसकर मौत हो गई तथा केवल 8 यात्री ही गंभीर रुप से घायल होकर जिंदा बच पाए है. ऐसे में बुलढाणा पहुंचने वाले सभी यात्रियों के रिश्तेदार अपने परिजनों की स्थिति को लेकर काफी चिंतातुर दिखाई दिए और घटनास्थल सहित बुलढाणा के सरकारी अस्पताल में रिश्तेदारों की चीख-पुकार तथा रुदन व क्रंदन वाला माहौल रहा.
* अधिकांश यात्री थे युवा, कोई नौकरी के लिए, तो कोई एडमिशन के लिए जा रहा था पुणे
पता चला है कि, इस बस के अधिकांश यात्री युवा विद्यार्थी अथवा नौकरीपेशा थे. साथ ही कुछ युवा ऐसे भी थे, जो अपनी नई-नई नौकरी ज्वॉइन करने अथवा किसी महाविद्यालय में प्रवेश निश्चित होने पर वहां अपनी एडमिशन करने के लिए पुणे जा रहे थे. वर्धा निवासी तनीशा नामक छात्रा को 12 वीं की परीक्षा उत्तीर्ण होने के बाद फर्ग्यूसन जैसे नामांकित कॉलेज में प्रवेश का मौका मिला था और वह अपनी एडमिशन के लिए पुणे जा रही थी. तनीशा की बडी बहन पहले से ही पुणे में रहती है, जो वहां पर अपनी छोटी बहन के आने की प्रतीक्षा कर रही थी. किंतु आज सुबह छोटी बहन की बजाय उसके साथ घटित हादसे की खबर पुणे निवासी बडी बहन के पास पहुंची. ऐसे में छोटी बहन की स्थिति क्या है और वह किस दवाखाने में भर्ती है, यह जानकारी हासिल करने का प्रयास पूरा परिवार कर रहा था. वहीं वर्धा निवासी तेजस नामक मेधावी युवक भी अपनी पहली नौकरी के लिए पुणे जाने हेतु निकला था, जो इसी बस में सवार था. हादसे की जानकारी मिलने के बाद तेजस के परिवार वाले भी बदहवास होकर घटनास्थल की ओर जाने हेतु रवाना हुए है.
* सीएम शिंदे व डेप्यूटी सीएम फडणवीस को ले जाने वाली कार ‘अनफीट’
– आरटीओ ने टायर जांच के बार समृद्धि पर जाने से रोका, ऐन समय पर दूसरा वाहन मंगाया गया
बीती रात समृद्धि एक्सप्रेस वे पर घटित हुए सडक हादसे की जानकारी मिलते ही राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे व उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस घटनास्थल पर जाने हेतु छत्रपति संभाजीनगर के लिए रवाना हो गए. जहां से पुणे दुर्घटनास्थल पर ले जाने हेतु 2 एसयूवी वाहनों को तैयार रखा गया था. इन दोनों वाहनों की ऐहतियात के तौर पर आरटीओ द्बारा जांच की गई. जिसके तहत दोनों वाहनों के टायरों की पडताल करने के साथ ही हेडलाइट, सीटबेल्ट, ब्रेक व सर्विसिंग आदि के बारे में जांच करते हुए देखा गया कि, दोनों वाहन अब तक कितने किमी चल चुके है. इस पडताल के बाद दोनों वाहनों में से एक एसयूवी वाहन को आरटीओ ने समृद्धि एक्सप्रेस वे पर ले जाने हेतु अनफीट करार दिया और कहा कि, चूंकि यह वाहन अब तक काफी अधिक चलाया जा चुका है. ऐसे में इसके जरिए शिंदे व फडणवीस को लेकर समृद्धि एक्सप्रेस वे पर नहीं जाया जा सकता. जिसके चलते तुरंत ही इस एसयूवी वाहन के बदले दूसरा वाहन लाया गया, जो जांच में पूरी तरह से फिट पाया गया. ऐसे में इन्हीं 2 एसयूवी वाहनों से सीएम शिंदे व डेप्यूटी सीएम फडणवीस दुर्घटनास्थल के लिए रवाना हुए.
* तो बचाई जा सकती थी कुछ जिंदगियां
पता चला है कि, समृद्धि महामार्ग पर बेहद कम आवाजाही रहने यहां पर आपसी समन्वय के साधनों का अभाव रहने के चलते आधी रात पश्चात घटित इस हादसे की जानकारी काफी देर से मिली और सहायता पहुंचाने में भी काफी विलंब हुआ. जिसके चलते इस हादसे की तीव्रता बढने के साथ ही हादसे की वजह से हुआ नुकसान भी बढ गया है. सिंदखेड राजा के निकट हादसे का शिकार होने के बाद जब इस बस में आग लगी, तो अगले आधे-पैन घंटे तक यहां पर कोई सहायता नहीं पहुंच पायी. बस के एक चालक द्बारा जैसे-तैसे कांच फोडकर बाहर निकलने के बाद फोन पर जानकारी दिए जाने और घटनास्थल पर मदद पहुंचने तक काफी बडे पैमाने पर प्राणहानि हो चुकी थी. ऐसे में यदि इस हादसे की जानकारी आसपास स्थित गांवों तक तुरंत पहुंच जाती और घटनास्थल तक तुरंत सहायता भेजन संभव हो पाता, तो शायद आग को बुझाकर अथवा बस के कांच को फोडकर कुछ लोगों की जान बचाई जा सकती थी.
* घटनास्थल पर पहुंचे सीएम शिंदे व डेप्यूटी सीएम फडणवीस
हादसे की जानकारी मिलते ही राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे व उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आज अपने सभी पूर्व नियोजित कार्यक्रमों को रद्द करते हुए घटनास्थल की ओर दौड लगाई. बुलढाणा जिले के सिंदखेड राजा परिसर अंतर्गत समृद्धि एक्सप्रेस वे पर घटनास्थल को भेंट देने के साथ सीएम शिंदे व डेप्यूटी सीएम फडणवीस ने कुछ प्रत्यक्षदर्शियों से भी बात की. साथ ही बुलढाणा के जिला पुलिस अधीक्षक सुनील कडासने से भी पूरी घटना को लेकर ब्यौरा प्राप्त किया. इस समय सीएम शिंदे ने इस हादसे को बेहद दुखदायी व कष्टदायी बताते हुए कहा कि, सरकार ने इस घटना को काफी गंभीरता से लिया है और इस हादसे की सघन जांच की जाएगी. साथ ही सीएम शिंदे ने यह भी कहा कि, समृद्धि महामार्ग को लोगोें का पैसा व समय बचाने के लिए बनाया गया था. जिसका प्रयोग करते समय यातायात संबंधी सभी नियमों का बेहद कडाई के साथ पालन करना बेहद अनिवार्य है. अब तक इस एक्सप्रेस वे पर जितने भी हादसे घटित हुए है, वे इंसानी चूक यानि ड्रायवरों की गलतियों के चलते हुए है. चूंकि प्रत्येक जिंदगी देश कीमती होती है. ऐसे में भविष्य में समृद्धि एक्सप्रेस वे से गुजरने वाले सभी वाहन चालकों को काफी सतर्कता व सजगता बरतनी होगी. ताकि भविष्य में ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति न हो.
* वह आखिरी भोजन साबित हुआ
– कारंजा लाड में भोजन हेतु रुकी थी बस
आज तडके करीब 2 बजे के आसपास बुलढाणा जिले में सिंदखेड राजा के निकट पिंपलखुटा में भीषण हादसे का शिकार हुई विदर्भ ट्रैवल्स की बस गत रोज शाम 4 बजे के आसपास नागपुर से रवाना हुई थी और रात के भोजन के लिए कारंजा लाड स्थित न्यू राधाकृष्ण रेस्टारेंट के पास रुकी थी. वहां पर बस के सभी यात्रियों ने भोजन किया था. जिसके उपरान्त यह बस रात 10.30 बजे के आसपास कारंजा लाड से आगे की यात्रा के लिए रवाना हुई और बस में रात 11.06 बजे कारंजा टोल नाके को पार किया. कारंजा लाड से सिंदखेड राजा की दूरी 174 किमी है और कारंजा से रवाना होने के करीब ढाई घंटे बाद यह बस हादसे का शिकार हो गई. ऐसे में हादसे का शिकार हुए सभी यात्रियों के लिए बीती रात कारंजा लाड के न्यू राधाकृष्ण रेस्टारेंट में किया गया भोजन ही उनका अंतिम भोजन साबित हुआ.
* ड्रायवर व क्लीनर को एक खरोच तक नहीं आयी
विदर्भ ट्रैवल्स की बस के साथ हुए हादसे में जहां 25 यात्रियों की जिंदा जलकर मौत हो गई और 8 यात्री बुरी तरह से झुलसकर घायल हो गए. वहीं बस के ड्रायवर दानिश सहित बस के कंडक्टर को एक खरोच तक नहीं आयी. यह अपने आप में सबसे बडा आश्चर्य है. पहले कहा जा रहा था कि, बस का टायर फूटने की वजह से बस अनियंत्रित होकर पोल से टकराते हुए रोड डिवाइडर से जा भिडी और सडक पर उलट गई. जिसके बाद बस में आग लग गई. किंतु सडक पर कही पर भी टायर के फूटने अथवा घिसटने के निशान नहीं मिले है. जिसके चलते माना जा रहा है कि, संभवत: बस के ड्रायवर को नींद की झपकी लग गई थी. जिसके बाद यह बस सडक किनारे स्थित पोल से जा भिडी और यह हादसा घटित हुआ.
* ऐसे घटित हुआ हादसा
कुछ प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक अनियंत्रित होकर पोल से टकराने के बाद यह बस रोड डिवाइडर से जाकर भिडते हुए एक्सप्रेस वे पर पलटी खा गई. यह बस बायी ओर यानि कंडक्टर साइड की ओर पलट गई थी. जिसके चलते बस के अगले हिस्से में स्थित दरवाजे से बाहर निकलना असंभव था. ऐसे में सबसे पीछे स्थित इमर्जेसी दरवाजे का कांच तोडकर कुछ लोग बाहर निकलने में कामयाब रहे. लेकिन इस समय तक बस के डीजल टैंक में आग लगने के साथ ही एसी सिलेंडर में भी आग लग गई थी. जो देखते ही देखते बस के भीतर फैल गई तथा चारों ओर से बंद रहने वाली इस बस के भीतर मौजूद यात्रियों की धुएं में दम घुटकर व आग में झुलसकर मौत हो गई.
* सरकार तुरंत गंभीर होकर करें उपाय
– राकांपा प्रमुख शरद पवार ने लिया आडे हाथ
वहीं इस हादसे की जानकारी मिलने के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने हादसे में मृत हुए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की. साथ ही राज्य सरकार को आडे हाथ लेते हुए कहा कि, समृद्धि महामार्ग पर आए दिन सडक हादसे घटित हो रहे है. जिसे गंभीरतापूर्वक लेते हुए राज्य सरकार द्बारा सडक हादसों की रोकथाम के लिए तत्काल उपाय किए जाने चाहिए.
* यह तो मृत्यु का महामार्ग – आव्हाड
वहीं राकांपा नेता व विधायक जितेंद्र आव्हाड ने समृद्धि महामार्ग को मृत्यु का महामार्ग निरुपित करते हुए बताया कि, विगत कुछ समय से समृद्धि महामार्ग पर आए दिन सडक हादसे घटित हो रहे है. जिनमें बडे पैमाने पर मौतें भी हुई है. यह अपने आप में चिंता का विषय है. आव्हाड के मुताबिक समृद्धि महामार्ग के सदोष निर्माण व मानवीय त्रृटियों की वजह से यह हादसे घटित हो रहे है.
* कांच पर हाथ पटक रहे थे यात्री, देखते ही देखते छोटे बच्चे की जलकर हुई मौत
– प्रत्येक्षदर्शियों ने सुनाए रौंगटे खडे कर देने वाले अनुभव
हादसे के तुरंत बाद बचावकार्य हेतु मौके पर पहुंचे कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने रौंगटे खडे कर देने वाले अनुभव सुनाए है. उन्होंने बताया कि, हादसे के बाद बस के पिछले हिस्से में स्थित खिडकियोें के कांच पर हाथ पटक-पटक कर कुछ यात्री सहायता करने की गुहार कर रहे थे. लेकिन आसपास से गुजरने वाले अन्य वाहन चालक सहायता के लिए नहीं रुके. वहीं एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि, उसकी आंखों के सामने एक छोटे बच्चे की जिंदा जलकर मौत हो गई और उस महिला की मां अपने बच्चों के साथ कांच पर हाथ पटकते हुए खुद को बचाए जाने की याचना कर रही थी. परंतु भीषण आग लगी होने के चलते बस के भीतर से यात्रियों के लिए कांच फोडकर बाहर आना संभव नहीं हो पाया. वहीं आसपास से गुजरने वाले ट्रक व टेम्पो जैसे वाहनों के चालक भी यहां पर नहीं रुके. यदि इन वाहन चालकों ने अपने वाहन रोककर कांच फोडने के लिए लोहे की रॉड या टॉमी दी होती, तो शायद बस की खिडकियों के कांच को फोडकर कई लोगों की जान बचाई जा सकती थी.
* शापिक हो गया है समृद्धि एक्सप्रेस वे – राउत
वहीं शिवसेना उबाठा के नेता व सांसद संजय राउत ने समृद्धि एक्स्प्रसे वे पर आए दिन घटित होने वाले हादसों के मद्देनजर कहा कि, समृद्धि एक्सप्रेस वे अब एक तरह से शापिक हो गया है और इस रास्ते में कई लोगों के आंसू और श्राप दिखाई देते है. राउत के मुताबिक समृद्धि महामार्ग का निर्माण भ्रष्टाचार से हुआ है और कई लोगों की जमीनें इस महामार्ग के लिए जबरन छीनी गई है. ऐसे में इस महामार्ग के साथ कई लोगों की बददुआएं जुडी हुई है. शायद इसी वजह से यह महामार्ग शापित हो गया है.
* सभी 25 शव लाए जिला अस्पताल
बालासाहब ठाकरे समृद्धि महामार्ग पर यात्री बस जल जाने से बस में सवार 25 लोगों की दर्दनाक मृत्यु हो गई. इन 25 के शव चार एम्बुलेंस से बुलढाणा जिला अस्पताल में लाए गए. विशेषज्ञ डॉक्टर्स की उपस्थिति में शवविच्छेदन किया जाएगा. उनकी पहचान के लिए डीएनए टेस्ट भी होगी. अत: अकोला से डीएनए विशेषज्ञ को बुलाया गया है. मृत यात्रियों की पहचान बडी चुनौती बना है. पुलिस सूत्रों ने बताया कि, जिला शल्य चिकित्सक से डीएनए जांच को लेकर चर्चा हुई है.
* चालक ने बताई हकीकत
चालक दानिश ने दावा किया कि सामने का टायर फूटने के कारण बस बेकाबू हुई. वह पलट गई. जिसके बाद आग लगी. एसपी सुनील कडासेन ने बताया कि, पूरी जांच की जाएगी. प्राथमिक रुप से काफी कुछ कहा जा रहा है. उन्होंने डीएनए टेस्ट के सिवाय यात्रियों की पहचान संभव नहीं होने की बात कही.
* गडकरी ने कहा था मैंने सीएम से की बात
केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने पिछले सप्ताह एक भेंट वार्ता में समृद्धि हाईवे के बारे में कहा था कि यह राज्य का प्रकल्प है. केंद्र का इससे संबंध न रहने पर भी हादसे कम करने की दृष्टि से उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से पिछले दिनों बात की थी. दुर्घटनाएं कम करने एक बार फिर वार्ता होगी. गडकरी ने कहा था कि राष्ट्रीय महामार्ग निर्माण के समय सडक के दोनों ओर निश्चित अंतर पर प्रसाधान और विश्राम का बंदोबस्त किया जाता है. अपघात प्रवण स्थल खोजकर खामी दूर की जाती है. समृद्धि हाइवे पर इसका अभाव नजर आ रहा है.
* यह हादसा नहीं, बल्कि साजिश है
– सांसद इम्तियाज जलिल ने सरकार पर व्यक्त किया संताप
बुलढाणा में घटित सडक हादसा कोई आम दुर्घटना नहीं है, बल्कि यह सरकारी लापरवाही का नतीजा और एक तरह से साजिश है. जिसके लिए पूरी तरह से राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे व उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस जिम्मेदार है. इस आशय के शब्दों मेें एमआईएम के सांसद इम्तियाज जलिल ने राज्य सरकार को घेरने का प्रयास किया. साथ ही इम्तियाज जलिल ने यह भी कहा कि, राजनीतिक श्रेय लूटने के लिए रोड सेफ्टी की कोई जांच किए बिना समृद्धि महामार्ग का उद्घाटन कर दिया गया. जिसका नतीजा आए दिन होने वाले सडक हादसों के तौर पर हम सभी के सामने है. सांसद जलिल के मुताबिक देश में अन्य कई एक्सप्रेस वे व सुपर हाईवे भी बनकर तैयार हुए है. जहां पर रोड सेफ्टी का ध्यान रखा गया है. जिसके चलते अन्य किसी भी एक्सप्रेस वे पर इस तरह से सडक हादसे घटित नहीं हो रहे है. वहीं समृद्धि एक्सप्रेस वे के उद्घाटन के लिए बिना वजह जल्दबाजी की गई. जिसका नतीजा आए दिन होने वाले सडक हादसों और उन हादसों में होने वाली मौतों के तौर पर सबके सामने है.
* विशेष कैबिनेट्स में रखे गए सभी शव
– सभी की पहचान सुनिश्चित करने का चल रहा काम
– फॉरेंसिक टीम पहुंची, रिश्तेदारों के लिए जा रहे सैम्पल
समृद्धि हाईवे पर घटित हादसे में जिंदा जलकर मारे गए 25 यात्रियों के शवों को जिला अस्पताल के आधुनिक शवविच्छेदन गृह में बनाए गए विशेष कैबिनेट्स में रखा गया है. वहीं दूरदराज से आए रिश्तेदार अपने मृत परिजनों को पहचानने का असफल प्रयास कर रहे है. इसी बीच अमरावती से फॉरेंसिंक विभाग की एक टीम बुलढाणा पहुंच गई है और मृतकों के परिजनों को अस्पताल परिसर में ही रुकवाते हुए उन सभी के ब्लड सैम्पल लिए जा रहे है. जिनका मृतकोें के सैम्पलों के साथ मिलान किया जाएगा. ताकि डीएनए सैम्पल रिपोर्ट के आधार पर मृतकों की पहचान सुनिश्चित की जा सके. उल्लेखनीय है कि, आज तडके हुए इस हादसे की वजह से बस में लगी आग के चलते जिंदा जलकर मारे गए यात्रियों के शव इस कदर झुलस चूके है कि, उनकी पहचान करना भी काफी मुश्किल हो चुका है. ऐसे में सभी शवों को विशेष तापमान पर ‘टू बॉडी मर्च्यूरी कैबिनेट’ में सुरक्षित रखा गया है और इस कक्ष के बाहर पुलिस का कडा बंदोबस्त लगाया गया है. साथ ही कुछ चुनिंदा रिश्तेदारों को ही मृतकों की शिनाख्त करने के लिए इस कक्ष के भीतर भेजा जा रहा है एवं बाकी सभी रिश्तेदारों को अस्पताल परिसर में ही रुकवाकर रखा गया है.
* यात्रियों सहित बस जलकर बन गए कोयला
इस हादसे के चलते बस में लगी आग इतनी भीषण थी कि, बस पूरी तरह से जलकर खाक हो गई है और अब घटनास्थल पर बस का केवल लोहे से बना ढांचा ही पडा हुआ है. वहीं बस से बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं मिलने की वजह से बस में सवार 33 में से 25 यात्रियों की बस के भीतर ही फंसकर आग में जलकर मौत हो गई. जिनके शव लगभग कोयले में तब्दिल हो गए है. इन सभी शवों को अग्निशमन दल के जवानों ने बस से बाहर निकाल लिया है. जिन्हें शिनाख्त के लिए जिला अस्पताल के शवागार में रखा गया है.
* दो घंटे तक धधकती रही बस
जानकारी के मुताबिक यह हादसा रात करीब 1.20 बजे के आसपास घटित हुआ और बस में आग लग गई. जिसके बाद करीब 2.30 बजे के आसपास सिंदखेड राजा, लोणार व मेहकर नगर परिषद एवं महाराष्ट्र राज्य रास्ते विकास महामंडल के दमकल वाहन घटनास्थल पर पहुंचे. जिसके उपरान्त तडके 4 बजे के आसपास बस में लगी आग पर काबू पाया गया और सुबह 6.30 बजे के आसपास तक बस में फंसे यात्रियों के पूरी तरह से जल चुके शवों को बाहर निकाला गया. इस हादसे की जानकारी मिलने के बाद तडके 5.20 बजे जिला पुलिस अधीक्षक सुनील कडासने, तडके 5.40 बजे जिलाधीश तुममोड, सुबह 7.30 बजे आईजी जयंत नाईकनवरे, सुबह 8.30 बजे संभागीय आयुक्त निधि पाण्डेय, सुबह 9 बजे सांसद प्रताप जाधव व सुबह 10.30 बजे मंत्री गिरीष महाजन घटनास्थल पर पहुंचे. जिसके बाद दोपहर पश्चात राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे व उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी अपने तमाम पूर्व नियोजित कार्यक्रमों को रद्द करते हुए सिंदखेड राजा पहुंचे.
खाली जेब निकला था पुणे के लिए, अगले दिन भाई ट्रान्सफर करने वाला था पैसे
* सुबह पैसे भेजने के लिए फोन करते ही मिली सुन्न करने वाली खबर
बुलढाणा के पिंपलखुटा में सडक हादसे का शिकार हुई बस के दुर्भाग्यशाली यात्रियों में यवतमाल के निखिल पाथरे नामक युवक का भी समावेश था. जो नौकरी की तलाश में पुणे जा रहा था. बाभुलगांव तहसील के गोंधली गांव में रहने वाले निखिल के घर की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर थी कि, जब वह पुणे जाने हेतु निकला, तो उसके पास केवल टिकट निकालने के ही पैसे थे और वह खाली जेब लेकर बस में सवार हुआ था. निखिल के भाई हर्षद ने बताया कि, उसने निखिल को बस में बैठाते समय अगले दिन सुबह तक पैसों का इंतजाम करते हुए उसके फोन पर पैसा ट्रान्सफर करने की बात कही थी और आज सुबह जब उसने निखिल को पैसे ट्रान्सफर करने के लिए फोन किया, तो दूसरी ओर से कोई जवाब नहीं आ रहा था. लगभग इसी समय उसे बुलढाणा में विदर्भ ट्रैवल्स की बस के साथ हुए हादसे की जानकारी मिली और बस में सवार निखिल की मौत होने की भी खबर मिली.
‘उन’ दो यात्रियों का क्या हुआ, कारंजा से बिना बुकिंग बैठे थे बस में
समाचार लिखे जाने तक हाथ आयी जानकारी के मुताबिक बीती रात नागपुर से निकली यह बस जब कारंजा लाड के न्यू राधाकृष्ण रेस्टारेंट में भोजन के लिए रुकने के बाद पुणे हेतु आगे रवाना हुई, तो कारंजा टोल नाके के पास एक महिला व एक पुरुष ऐसे दो यात्री इस बस में सवार हुए थे. यह दोनों ही यात्री टोल नाके पर लगे सीसीटीवी कैमरे के फूटेज में दिखाई दिए है. जिनकी पहचान कारंजा लाड के शिव नगर में रहने वाले मनीष विजय बहाले व संजय गोविंद बहाले के तौर पर हुई है. परंतु इन दोनों यात्रियों के नाम बस की बुकिंग लिस्ट में शामिल नहीं थे. ऐसे मेें इन दोनों यात्रियों के नाम मृतक यात्रियों व घायल यात्रियों की सूची में भी दिखाई नहीं दे रहे है. जिसके चलते यह सवाल पैदा हो रहा है कि, आखिर इन दोनों यात्रियों का क्या हुआ और वे इस समय कहां हैं?
* बस में नहीं थी कोई आपातकालीन व्यवस्था, दो बार लग चुका था दंड
हादसे के बाद मिल रही जानकारी के मुताबिक एमएच-29/बीई-1819 क्रमांक की इस बस को इससे पहले दो बार वैध पीयूसी नहीं रखने, बस में अग्निशामक यंत्र नहीं रहने, वातानुकूलित रहने के चलते चारों ओर से कांच बंद रहने वाली इस बस में आपात स्थिति के दौरान कांच को फोडने के लिए हथौडी नहीं रहने जैसी वजहों के चलते 2 बार दंडात्मक कार्रवाई करते हुए आरटीओ द्बारा हजारों रुपयों का दंड लगाया गया था. लेकिन इसके बादवजूद भी इस बस में आपात स्थिति के मद्देनजर कोई इंतजाम नहीं थे. साथ ही किसी भी आपात स्थिति से निपटने हेतु बस के ड्रायवर व क्लीनर के पास कोई प्रशिक्षण भी नहीं था. जिसके चलते बीती रात बस के साथ हादसा घटित होने और बस में भीषण आग लगने के बाद ड्रायवर व कंडक्टर बस में सवार यात्रियों को बचाने के लिए कोई कदम नहीं उठा पाए.
* बस चालक शेख दानिश नामजद व गिरफ्तार
वहीं सिंदखेड राजा पुलिस ने इस भीषण हादसे और 25 लोगों की मौत के लिए विदर्भ ट्रैवल्स की लक्झरी बस के चालक शेख दानिश को जिम्मेदार मानते हुए उसके खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत अपराधिक मामला दर्ज किया. साथ ही बस चालक शेख दानिश को अपनी हिरासत में भी लिया