निजी कंपनी द्बारा संपत्ति कर वसूलने का कार्य सराहनिय
पूर्व पार्षद रतन डेंडूले ने किया मनपा का समर्थन
अमरावती /दि.16– मनपा के अधिकारियों व कर्मचारी राजनीतिक दबाव में काम करते है. जिसकी वजह से संपत्ती कर वसूली शत-प्रतिशत नहीं हो पाती. संपत्ती कर यह मनपा का मुख्य आय का स्त्रोत है. किंतु हर साल शत-प्रतिशत वसूली संपत्ती कर की ना होने की वजह से मनपा संपत्ती कर की वसूली का कार्य निजी कंपनी को सौंपने की तैयारी में है. इस मामले में मनपा आयुक्त प्रशांत रोडे द्बारा स्पष्ट संकेत दिये गये है. मनपा आयुक्त रोडे द्बारा लिये गये इस फैसले का पूर्व पार्षद रतन डेंडूले ने समर्थन कर इसे मनपा का सराहनीय कदम बताया है और उन्होंने मनपा आयुक्त को बधाई का हकदार भी कहा.
कांग्रेस के पूर्व पार्षद रतन डेंडूले ने कहा कि, मनपा अंतर्गत 5 झोन संपत्ति कर वसूलने के लिए बनाये गये है. संपत्ति कर वसूली के लिए 75 कर्मियों की नियुक्ति भी की गई है. किंतु फिर भी वसूली नहीं हो पाती. ऐसे में निजी कंपनियों को संपत्ति कर वसूलने की जबाबदारी दी जाती है, तो इन सभी 75 कर्मचारी मनपा के दूसरे विभाग मेें काम आ सकते है और मनपा में जो कर्मचारियों की किल्लत की समस्या है, वह भी दूर होगी. वैसे भी मनपा में ठेकेदारी तौर पर कर्मचारियों को नियुक्त किया जाता है. वहीं संपत्ति कर वसूली के लिए निजी कंपनी की भी नियुक्त की जा सकती है.
निजी कंपनी द्बारा संपत्ति कर वसूल करने पर मनपा को हर माह एक मुश्त रक्कम प्राप्त होगी वहीं संपत्ति कर वसूलने वाले कर्मचारियों पर खर्च होने वाले वेतन की भी बचत होगी. निजी कंपनी अपना दिया गया टार्गेट पूर्ण करेंगी. जिससे मनपा की शत प्रतिशत संपत्ति कर की वूसली होगी और मनपा बकाया संपत्ति कर के ग्रहण से मुक्त होगी. ऐसा कहकर उन्होंने मनपा आयुक्त प्रशांत रोडे की संकल्पना का समर्थन किया और सभी लोगों ने भी समर्थन देना चाहिए, ऐसा भी कहा.