निजी अस्पतालों में प्रसुति के नाम पर की जा रही लूट
पालक मंत्री एड. यशोमति ठाकुर से की शिकायत
अमरावती प्रतिनिधि/दि.३ – शासन के महिला व बालकल्याण विभाग की ओर से गर्भवती महिलाओं को पोषक आहार व नवजात शिशुओं को आहार तथा टीकाकरण व औषधियां घर पहुंच दी जाती है. वहीं दूसरी ओर निजी अस्पतालों में कुछ डॉक्टरों ने नार्मल डिलेवरी न करते हुए सिजर द्वारा डिलेवरी करने का गोरख धंधा चला रखा है, और यह निजी अस्पताल के डॉक्टर मनमाने तरीके से रुपए ऐंठते है.
निजी अस्पताल द्वारा की जा रही लूट बंद की जाए व शासन निजी अस्पतालों की फिस तय की जाए, ऐसी मांग महिलाओं द्वारा राज्य की बालकल्याण विकास मंत्री एड. यशोमति ठाकुर से निवेदन सौंपकर की गई. निवेदन में कहा गया है कि शासकीय प्रसुतिगृह में प्रसुति के लिए सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध है. शासन द्वारा गर्भवति महिलाओं को सहायता राशि के रुप में ५ हजार रुपए भी दिए जा रहे है. दूसरी ओर निजी अस्पतालों में निश्चित दर उपलब्ध न रहने की वजह से अलग-अलग तरीके से रुपए वसूले जा रहे है.
निजी अस्पतालों में २५ से ७० हजार रुपए तक प्रसुति के लिए जा रहे है. तथा औषधियों के लिए ७ से १० हजार रुपए अलग से लिए जाते है. इतना ही नहीं जिनकी डिलेवरी सिजर से हुई हो उसमें टांके खोलने के भी पैसे निजी अस्पातालों में अलग से मांगे जाते है. इस तरह से निजी अस्पतालों में प्रसुति के नाम पर लूट की जा रही है. इसकी रोकथाम की जाए ऐसी मांग निवेदन द्वारा की गई है.