अमरावती

शुद्घलेखन स्पर्धा के पुरस्कार वितरित

सप्तरंगी हिंदी साहित्य संस्था का उपक्रम

अमरावती-/दि.11 हिंदी साहित्य विधा के क्षेत्र में विगत करीब 40 वर्षों से काम कर रही सप्तरंगी हिंदी साहित्य संस्था द्वारा नई पीढी को हिंदी भाषा के शुद्घ स्वरूप से अवगत कराने हेतु हाल ही में हिंदी शुद्घलेखन स्पर्धा का आयोजन किया गया था. जिसके तहत शहर के अलग-अलग शालाओं में कक्षा 10 वीं के छात्र-छात्राओं से हिंदी का शुद्घलेखन करवाया गया और सबसे बेहतरीन शुद्घलेखन करनेवाले छात्र-छात्राओं को विगत दिनों समारोहपूर्वक सम्मानित किया गया.
जिला मराठी पत्रकार संघ के वालकट कंपाउंड परिसर स्थित मराठी पत्रकार भवन में सप्तरंगी हिंदी साहित्य संस्था के अध्यक्ष शंकर भूतडा की अध्यक्षता के तहत आयोजीत इस कार्यक्रम में बतौर प्रमुख अतिथी श्रीमती केशरबाई लाहोटी महाविद्यालय की पूर्व हिंदी विभाग प्रमुख डॉ. ज्योती व्यास, भंवरीलाल सामरा हाईस्कूल के प्रधानाचार्य मोहन राठी, संत कंवरराम हाईस्कूल की प्रधानाचार्या मंजू अडवाणी तथा सप्तरंगी हिंदी साहित्य संस्था के सचिव श्याम दम्मानी व वरिष्ठ सदस्या कविता मालपानी मंचासीन थे. इस आयोजन में सर्वप्रथम राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री स्व. लालबहादूर शास्त्री तथा दर्पणकार बालशास्त्री जांभेकर की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण करते हुए दीप प्रज्वलन किया गया. इसके उपरांत संस्था के पूर्व अध्यक्ष लक्ष्मीकांत खंडेलवाल ने आयोजन की प्रस्तावना रखी तथा शुद्घलेखन स्पर्धा के संयोजक व संस्था के सचिव श्याम दम्माणी ने इस स्पर्धा के आयोजन और इस दौरान मिले अनुभवों पर अपने विचार व्यक्त किये. साथ ही चंद्रप्रकाश दुबे ‘असीम’ ने भाषाई शुद्घता तथा शुद्घलेखन के महत्व पर अपने विचार रखे.
इसके उपरांत मुख्य वक्ता व प्रमुख अतिथी के तौर पर डॉ. ज्योति व्यास ने अनेकों उदाहरण व उध्दरण प्रस्तुत करते हुए हिंदी सहित किसी भी भाषा में शुद्घलेखन क्यों जरूरी है और लेखन शुद्घ नहीं रहने की वजह से लिखी गई बात के अर्थ का अनर्थ कैसे हो जाता है, इसे लेकर बडे मनोरंजनात्मक तरीके से उद्बोधन किया. जिसका उपस्थित छात्र-छात्राओं ने आनंद लिया. इसके उपरांत मंचासीन अतिथियों ने भी अपने समयोचित विचार व्यक्त किये. पश्चात गणमान्यों के हाथों ‘अ’, ‘ब’ व ‘क’ श्रेणी में प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार देने के साथ ही तीनों श्रेणियोें में दस प्रोत्साहन पर पुरस्कार दिये गये. जिसके तहत स्पर्धा में शामिल प्रत्येक विद्यालय को दो-दो प्रोत्साहन पुरस्कार मिलाकर कुल सात-सात पुरस्कार प्रदान किये गये और पुरस्कार विजेता छात्र-छात्राओं एवं उनके शिक्षकों तथा मुख्याध्यापकों को समारोहपूर्वक सम्मानित किया गया. इस स्पर्धा में मणिबाई गुजराती हाईस्कूल, तखतमल हाईस्कूल, नारायणदास लढ्ढा हाईस्कूल, भंवरीलाल सामरा हाईस्कूल तथा संत कंवरराम हाईस्कूल की कक्षा 10 वीं के छात्र-छात्राओें द्वाराि हिस्सा लिया गया था. इन सभी शालाओं के मुख्याध्यापकों को इस स्पर्धा हेतु दिये गये सहयोग के लिए स्मृतिचिन्ह देकर सम्मानित किया गया. पश्चात अपने अध्यक्षीय संबोधन में सप्तरंगी हिंदी साहित्य संस्था के अध्यक्ष शंकर भूतडा ने सभी पुरस्कार विजेता छात्र-छात्राओें को अपनी शुभकामनाएं देते हुए प्रति वर्ष हिंदी शुद्घलेखन स्पर्धा आयोजीत करने का मानस व्यक्त किया.
इस पुरस्कार वितरण समारोह में संचालन श्याम दम्माणी ‘नीलेश’ व आभार प्रदर्शन नरेंद्र देवरणकर ‘निर्दोष’ ने किया. इस कार्यक्रम में राजेश व्यास, दीपक सूर्यवंशी, प्रीतम जौनपुरी, युनुस शाद, सैय्यद मुजीब, डॉ. सुबोध निवाने, विष्णु सोलंके, हनुमान गुर्जर, निलीमा भोजने आदि सहित स्पर्धा में शामिल शालाओं के हिंदी शिक्षक तथा छात्र-छात्राएं बडी संख्या में उपस्थित थे.

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