टायगर प्रोजेक्ट के नियमों के कारण खडीमल में समस्या
आदिवासी को ना पानी, ना कुआ, ना खोदने के लिए जमीन, ना रास्ता, ना बिजली
धारणी/ दि.21 – ना जाने के लिए रास्ता, ना पीने के लिए पानी और पानी निकालने के लिए जमीन ही नहीं है, स्वतंत्रता के 75 वर्ष बाद भी अतिदुर्गम खडीमल समेत अन्य गांव की स्थिति सिर चकरा देने वाली है. टायगर प्रोजेक्ट के कडे नियमों के कारण शेर महत्वपूर्ण है. तो इन्सान कचरा है क्या? उस वजह से रुके हुए विकास, पुनर्वसन के नाम पर जिंदा रहते समय मरण यातना आदिवासी झेल रहे है, ऐसी व्यथा विधायक राजकुमार पटेल और जिलाधिकारी पवनीत कौर ने किये संयुक्त दौरे के समय उन्होंने आदिवासियों से जानी. नियमों में घिरे होने के कारण रास्ता कैसे निकालेंगे, ऐसे में अब जीने के लिए दो घुट पानी, चलने के लिए रास्ते की समस्या शासन के दरबार में प्रस्तुत की जाएगी.
चिखलदरा तहसील में हर वर्ष करीब 35 गांवों को भीषण जलकिल्लत का सामना करना पडता हैैं. इस बार आदिवासियों को 22 गांवों को टैंकर से जलापूर्ति की गई. हर वर्ष की तरह रोैद्ररुप खडीमल में दिखाई दिया. दुनियाभर में पहुंचे खडीमल की पानी की समस्या सामने आयी है. हकीकत में आदिवासियों की समस्या पहले जैसे ही है. यहां निर्माण हुई जलकिल्लत की समस्या के बारे में दोैरे के समय समीक्षा ली गई.
रास्ता कहा से और कैेसे
खडीमल गांव को जोडने वाले रास्ते की अनुमति दे, शासन स्तर पर प्रयास करने की मांग आदिवासियों ने विधायक राजकुमार पटेल से की. तहसील के मुख्यालय से खडीमल गांव तक रास्ते के लिए प्रयास करने का आश्वासन इस समय विधायक पटेल ने दिया.
चारों तरफ जंगल, बीच में हम
खडीमल गांव के चारों ओर टायगर प्रोजेक्ट होने के कारण पानी के लिए कुआ खोदने हेतु ग्रामपंचायत के पास जमीन नहीं है. वन विभाग, टायगर प्रोजेक्ट उनके क्षेत्र में कुआ नहीं खोदने देते. इसपर आदिवासियों के साथ चर्चा कर विधायक राजकुमार पटेल, जिलाधिकारी पवनीत कौर वन अधिकारियों से चर्चा कर रास्ता निकालने का प्रयास करेंगे, ऐसा प्रस्ताव शासन की ओर भेजा जाएगा.
समस्या ही समस्या
विधायक राजकुमार पटेल ने काटकुंभ, कोयलारी, कान्हेरी, पांचडोंगरी, घाणा, खंडूखेडा, खडीमल, नवलगांव, चुनखडी, माखला, शेमाडोह गांव में भेंट देकर संवाद साधा, उनकी समस्याएं जानी. इस समय राजेश सेमनकर, देवीदास कोगे, कमलेश राठोड, सुनील उईके, मनोज बेलकर, राजेंद्र अलोकार, विनोद बेलकर आदि प्रहार जनशक्ति पक्ष के कार्यकर्ता उपस्थित थे.
नवलगांव में जलापूर्ति
खडीमल इस 1 हजार 200 जनसंख्या वाले गांव में नवलगांव ग्रामपंचायत मुख्यालय से जलापूर्ति की जाती है. गर्मी में जलापूर्ति योजना के कुएं में पानी घट जाने के कारण गर्मी में केवल नवलगांव को जलापूर्ति की जाती है, इस वजह से खडीमल गांव में जलकिल्लत की समस्या निर्माण होती है.