अमरावती

पहले डोज का प्रमाणपत्र नहीं रहने पर दुसरा डोज मिलने में दिक्कतें

टीकाकरण केंद्र पर देनी पडती है जानकारी

  • टीकाकरण पंजीयन की सर्वाधिक समस्याएं ग्रामीण क्षेत्र में

अमरावती/दि.30 – यद्यपि कोविड प्रतिबंधात्मक वैक्सीन की आपूर्ति पूरी तरह से सुचारू व नियमित नहीं है, लेकिन इसके बावजूद जिले में कोविड प्रतिबंधात्मक टीकाकरण अभियान युध्दस्तर पर जारी है. किंतु ग्रामीण क्षेत्र में कुछ तकनीकी दिक्कतों के चलते लाभार्थियों सहित टीकाकरण केंद्र के अधिकारियों को काफी तकलीफों का सामना करना पड रहा है. इसके साथ ही पहला डोज लेने का प्रमाणपत्र उपलब्ध नहीं रहने पर दूसरा डोज कैसे दिया जाये, यह समस्या सबसे आम है. क्योंकि इस बारे में केंद्र पर मौजूद अधिकारियों द्वारा जानकारी की पुष्टि करने के बाद ही संबंधित लाभार्थी को वैक्सीन का दूसरा डोज नहीं दिया जा सकता. ऐसी जानकारी जिला समन्वयक द्वारा बताई गई है.
बता दें कि, अमरावती जिले में विगत 16 जनवरी से टीकाकरण अभियान का प्रारंभ हुआ और शुरूआती दो चरणों में हेल्थलाईन वर्कर्स व फ्रंटलाईन वर्कर्स का टीकाकरण किया गया. पश्चात 60 वर्ष से अधिक आयुवाले नागरिकों और 45 वर्ष से अधिक आयुवाले बीमारी व्यक्तियों को वैक्सीन लगाने में प्राधान्य दिया गया. इसके साथ ही 45 वर्ष से अधिक आयुवाले सभी नागरिकों को टीका लगाये जाने की शुरूआत करते हुए 1 मई से 18 से 44 वर्ष आयुवाले नागरिकों का टीकाकरण करना शुरू किया गया. पहले दो चरणों का ग्रामीण क्षेत्र से कोई विशेष संबंध नहीं था. वहीं इसके बाद ग्रामीण क्षेत्रों में भी टीकाकरण अभियान शुरू किया गया. यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि वैक्सीन का पहला डोज लगाते समय संबंधित लाभार्थी को अपना आधार कार्ड व मोबाईल नंबर बताना होता है. जिसके बाद टीके का पहला डोज लगने पर संबंधित व्यक्ति के मोबाईल पर इससे संबंधित संदेश आता है. किंतु पहला डोज लगवाते समय कई लोगों ने अपने रिश्तेदारों या पडोसियों का नंबर दिया था और अब उन्हें यहीं याद नहीं आ रहा कि, उनके द्वारा दिया गया नंबर कौनसा था. इसकी वजह से दूसरे डोज के पंजीयन में काफी दिक्कतों का सामना करना पड रहा है. इसमें भी कई लोगों ने अपना नंबर दर्ज कराते समय आंकडें बताते हुए कुछ चूक कर दी थी, जो अब दूसरा डोज मिलने में बाधक बन रही है.

पहले डोज का प्रमाणपत्र नहीं मिलने पर क्या करे

यदि पहले डोज का प्रमाणपत्र नहीं मिल रहा है, तो दूसरा डोज लेने के लिए उसी केंद्र पर जाये. वहां कोई न कोई जानकारी जरूर दर्ज रहेगी. साथ ही संबंधित डॉक्टर द्वारा लाभार्थी को पहला डोज दिये जाने की पुष्टि करने पर दूसरा डोज दिया जा सकता है. जिसकी जानकारी पोर्टल पर दर्ज करायी जा सकती है. ऐसा मनपा के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विशाल काले द्वारा बताया गया है.

पहला डोज लेने पर प्रमाणपत्र की प्रिंट निकालें

कोविड प्रतिबंधात्मक वैक्सीन का पहला डोज लेने के तुरंत बाद इससे संबंधित प्रमाणपत्र की प्रिंट निकाले, ताकि दूसरा डोज लेते समय किसी तरह की कोई दिक्कत न आये. साथ ही यदि प्रमाणपत्र नहीं है, तो संबंधित डॉक्टर द्वारा पुष्टि किये जाने के बाद दूसरा डोज लिया जा सकता है.
– डॉ. विनोद करंजीकर
जिला समन्वयक, टीकाकरण अभियान

टीकाकरण के समय ये सावधानियां बरतें

– टीकाकरण करवाते समय जहां तक संभव हो, अपना ही नंबर दें.
– खुद के पास मोबाईल नहीं रहने पर अपने बेहद नजदिकी रिश्तेदार का नंबर दें.
– टीकाकरण के तुरंत बाद प्रमाणपत्र को डाउनलोड करते हुए उसकी प्रिंट निकाल ले, ताकि दूसरा डोज आसानी से प्राप्त हो सके.

– 6,02,971 – अब तक लगे कुल टीके
– 4,52,791 – पहला डोज
– 1,50,180 – दूसरा डोज

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