अमरावती-दि.10 बोरगांव दोरी गांव की दलित बस्ती में मुलभुत सुविधाओं का पूरी तरह से अभाव है. साथ ही दलित बस्ती वासियों की समस्याओं को अनदेखा किया जा रहा है. अत: प्रशासन द्वारा इस ओर ध्यान दिया जाये. इस आशय की मांग बोरगांव दोरी गांववासियोें द्वारा जिलाधीश को सौंपे निवेदन में की गई है.
इस ज्ञापन में कहा गया कि, वासनी मध्यम प्रकल्प के डूबित क्षेत्र में जाने की वजह से बोरगांव दोरी का पुनर्वसन किया गया. लेकिन पुनर्वसन करते समय गरीब बस्ती के लोगों को विश्वास में नहीं लिया गया. पुनर्वसित गांव में जहां पर समाज मंदिर का निर्माण हुआ है, वहीं पर दलित बस्ती दी जाये. साथ ही बुध्दविहार के लिए भूखंड आवंटित किया जाये. दलित बस्ती के नागरिकोें द्वारा ईश्वर चिठ्ठी के हिसाब से आवंटित प्लॉट को मान्य नहीं किया जायेगा. यदि जल्द ही इस मांग पर ध्यान नहीं दिया जाता है, तो गांव की दलित बस्ती के नागरिक जिलाधीश कार्यालय के सामने आमरण अनशन करेंगे.
ज्ञापन सौंपते समय बोरगांव दोरी के सरपंच सदानंद इंगले व ग्रापं सदस्य विनोद ढाकुलकर सहित गुणवंत जवंजाल, श्रीकृष्ण धाडसे, गजानन व्यवहारे, रमेश जवंजाल, गणेश पावडे, पंकज जवंजाल, राहुल अतकरे, बाबुराव इंगले, संजय व्यवहारे, सुरेश इंगले, जीवन इंगले व अक्षय इंगले आदि उपस्थित थे.