रिद्धपुर में प्रस्तावित मराठी भाषा विद्यापीठ की स्थापना के लिए प्रक्रिया शुरु
5 को मंत्रालय में बैठक
* उच्च शिक्षा मंत्री की अध्यक्षता में चर्चा
* अमरावती से महंत कारंजेकर बाबा समिति में
अमरावती/दि.1- जिले के रिद्धपुर में प्रस्तावित मराठी भाषा विद्यापीठ की स्थापना के लिए राज्य सरकार ने प्रक्रिया शुरु कर दी है. रिद्धपुर को महानुभाव पंथियों की काशी के रूप में पहचाना जाता है. साहित्य संस्कृति मंडल के अध्यक्ष डॉ.सदानंद मोरे की अध्यक्षता में 11 जुलाई को पांच सदस्यीय समिति स्थापित की गई थी. इस समिति का विस्तार किया गया है. जिसमें अब और 6 सदस्यों को शामिल किया गया है. इनमें अमरावती से महंत कारंजेकर बाबा की नियुक्ति की गई है. विश्वविद्यालय स्थापना को लेकर विभिन्न मुद्दों पर विचार विमर्श करने के लिए समिति के अध्यक्ष और सभी 13 सदस्यों की बैठक 5 सितंबर को उच्च शिक्षा मंत्री की अध्यक्षता में मुंबई मंत्रालय में होगी. मंत्रालय के तीसरी मंजिल पर कक्ष क्रमांक 302 में यह बैठक आयोजित की है. इस बैठक में अगले दो माह में सर्वसमावेशक रिपोर्ट सरकार को पेश की जाएगी. उच्च और तकनीकी शिक्षा विभाग ने इस संदर्भ में जीआर जारी किया है.
कई दिनों से की जा रही थी मांग
मराठी भाषा विद्यापीठ के लिए विधायक, मराठी साहित्य महामंडल, अखिल भारतीय महानुभाव साहित्य युवा मंच, विश्व महानुभाव वासनिक परिषद ऐसी विभिन्न संगनों की ओर से मांग की जा रही है. जिसके मद्देनजर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बजट सत्र में रिद्धपुर में मराठी भाषा विद्यापीठ की स्थापना करने की घोषणा की. जिसके बाद अब इस दिशा में समिति स्थापित की गई है.
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समिति में इन सदस्यों का समावेश
साहित्य संस्कृति मंडल के अध्यक्ष डॉ.सदानंद मोरे की अध्यक्षता में मराठी भाषा विद्यापीठ की स्थापना के लिए 11 जुलाई को समिति का विस्तार किया गया. इस समिति में डॉ.रमेश वरखेडे, डॉ.दिलीप धोंडगे, डॉ.केशव देशमुख, डॉ.रुपाली शिंदे, डॉ.अविनाश आवलगांवकर, महंत कारंजेकर बाबा, डॉ.छाया महाजन का समावेश किया गया है.