अमरावती

कोरोना संक्रमण से राष्ट्रध्वज का उत्पादन घटा

बाजारों में बडे राष्ट्रध्वजों की किल्लत

अमरावती/प्रतिनिधि दि.१४ – कोरोना संक्रमण के चलते राष्ट्रध्वज के उत्पादन में भी कमी आई है. जिसमें बडे राष्ट्रध्वजों की बाजारों में किल्लत महसूस की जा रही है. केवल छोटे आकार के ही राष्ट्रध्वज बाजारों में उपलब्ध है. स्वतंत्र दिवस के अवसर पर चौक-चौहारों पर लगने वाले राष्ट्रध्वज देशभक्ति का वातावरण निर्माण करते है और इस समय तिरंगे ध्वजों की बिक्री काफी बढ जाती है. खास कर खादी से बने राष्ट्रध्वजों की विशेष मांग होती है. किंतु इस साल कोरोना संक्रमण के चलते राष्ट्रध्वज की भारी किल्लत निर्माण हो रही है.
विदर्भ में खादी के तिरंगे राष्ट्रध्वज की आपूर्ति मराठवाडा स्थित नांदेड खादी ग्रामोद्योग से की जाती है. लॉकडाउन के कारण कारीगरों की कमी के चलते यहां पर भी उत्पादन में कमी आई है और आपूर्ति भी घटी है. हर साल की तुलना में इस साल केवल 25 प्रतिशत ही राष्ट्रध्वज उपलब्ध हुए है. लॉकडाउन के चलते इस साल तिरंगे की आपूर्ति काफी प्रभावित हुई है. स्वतंत्रता दिवस पर खादी से बने तिरंगे ध्वजों की उसकी गुणवत्ता के कारण काफी मांग होती है. 2 बाय 3 फीट से लेकर 8 बाय 12 फीट के आकार वाले ध्वज बनाये जाते है. जिसमें उनकी आकार के अनुसार ही उनकी कीमत 600 रुपए से 900 रुपए के बीच होती है. शासकीय कार्यालय व शैक्षणिक संस्थाओं में इन ध्वजों की सार्वांधिक मांग होती है.

  • केवल छोटे आकार के ही ध्वज उपलब्ध

कोरोना की पार्श्वभूमि पर लगाये गये लॉकडाउन के चलते आपूर्ति कम होने के कारण इस साल केवल छोटे आकार के लिए ध्वज उपलब्ध है. बडे आकार के ध्वजों की मांग की जा रही है. किंतु पर्याप्त आपूर्ति नहीं होने की वजह से केवल छोटे आकार के ही तिरंगे बाजारों में उपलब्ध है.

  • राष्ट्रध्वज के दाम स्थिर

जब आपूर्ति कम होती है, तो मांग अधिक होती है, तो जिसमें दामों में वृद्धि हो जाती है. किंतु राष्ट्रीय ध्वज की कीमत शासन द्बारा निश्चित की जाती है. इसके लिए तिरंगे के दाम स्थिर है.

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