प्रो. डॉ. राजश्री गोडेकर का आचार्य पदवी मिलने पर सत्कार
राष्ट्रीय चर्मकार महासंघ का उपक्रम
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अमरावती /दि.28– समाज में उल्लेखनीय कार्य कर रहे चर्मकार बंधुओं को प्रेरित करने के मकसद से राष्ट्रीय चर्मकार महासंघ द्वारा सम्मानित किया जाता है. हाल ही में संत गाडगेबाबा अमरावती विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में प्रो. डॉ. राजश्री गोडेकर (वानखड़े) को आचार्य की उपाधि से सम्मानित किया गया. इस निमित्त डॉ. गोडेकर का हाल ही में राष्ट्रीय चर्मकार की तरफ से सत्कार किया गया.
इस अवसर पर प्रकाश शेलापुरकर, पी. बी. वनस्कर, प्रमोद सावले, बालकृष्ण गव्हाले, जिला अध्यक्ष निलेश जामठे, जिला सचिव विजय शेकोकर, शहराध्यक्ष योगेश पखाले, अधिकारी/कर्मचारी सेल जिला सचिव पांडुरंग गोंडेकर, प्रमोद इंगले, भुरघाटे, डॉ. पंकज वानखड़े, रमेश वानखड़े, आशा वानखड़े प्रमुख रुप से उपस्थित थे. उनका आचार्य की उपाधी का विषय ‘शुरुआत के लिए एक गैर-आक्रामक विधि का विकास कंप्यूटर विजन दृष्टिकोण का उपयोग करके हाइपोक्सिया का पता लगाना’ एक चिकित्सा अध्ययन है और उन्होंने हाइपोक्सिया का पता लगाने के लिए एक उपकरण बनाया है और उनका पेटेंट प्रकाशित किया गया है. कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रकाश शेलापुरकर थे. अपने भाषण के दौरान, उन्होंने वानखड़े दंपति को समाज के लिए उनकी उल्लेखनीय उपलब्धियों के लिए बधाई दी. एक कामकाजी महिला होने के बावजूद, डॉ. राजश्री ने अपने परिवार और नौकरी को बनाए रखते हुए, डॉ. राजश्री द्वारा किए गए शोध को आगे बढ़ाया. शहराध्यक्ष योगेश पखाले ने आशा व्यक्त की कि यह शोध चिकित्सा एवं उपचार दोनों पहलुओं पर बड़े पैमाने पर प्रयोग कर अनेक लोगों को जीवनदान देने में अवश्य उपयोगी होगा.