
अमरावती/दि.29- सेवानिवृत्त प्राध्यापिका प्रा. संगीता भारत थुल की पुस्तक ‘हृदयस्पर्शी’ का हाल ही में मेघा पब्लिकेशन हाउस व्दारा प्रकाशन किया गया. यह पुस्तक मैंने पढी इस पुस्तक में 50 गीतो का वर्णन किया गया है. सही मायनों में यह पुस्तक हृदय को छूने वाली है ऐसा डॉ. गोविंद कासट ने कहा. हाल ही में संपन्न एकता रैली में यह पुस्तक मुझे दी गई थी जिसे पढकर आनंद हुआ.
लेखिका ने इस पुस्तक को गीत गोविंदकार पंडित मनोहर कविश्वर व श्रीमती कविश्वर को अर्पित की है. पुस्तक में ग.दि. माडगुलकर, सुरेश भट, मंगेश पाडगांवकर, शांता शेलके, जगदीश खेबुडकर, सुधीर मोघे, हृदयनाथ मंगेशकर, यशंवत देव, सुधीर फडके, श्रीधर फडके, अरुण दाते, लता मंगेशकर, आशा मंगेशकर, उषा मंगेशकर, सुधीर फडके के गीतों का भी वर्णन किया गया है. सही अर्थों में यह पुस्तक हृदयस्पर्शी है.