भंडारा से दबोचा गया वासनिक
चंद्रपुर – /दि.7 समाज माध्यम और मेट्रो मनी पर जाली आईडी तैयार कर महिलाओं को ठगने वाले प्राध्यापक को स्थानीय अपराध शाखा ने भंडारा से दबोचा. आरोपी का नाम सोहम वासनिक हैं. वह भंडारा जिले के भागडी गांव का रहने वाला हैं. आरोपी से 290 ग्राम सोना सहित 12 लाख रुपए का माल जब्त किया गया. यह जानकारी अपराध शाखा के निरीक्षक बालासाहब खाडे ने दी. उन्होंने बताया कि, आरोपी सोहम वासनिक ने भंडारा, यवतमाल और नागपुर की महिलाओं से जालसाजी की हैं.
सुमित बोरकर बनकर पहचान
आरोपी ने सोशल मीडिया पर सुमित बोरकर के नाम से खाता बनाया. वह एक कॉलज में लेक्चरल हैं. उसमें महिलाओं से मित्रता कर जाल में फांसा. कुछ दिन पहले जिले के कोठारी गांव की विधवा महिला से सोशल मीडिया पर दोस्ती की. उनका विश्वास हासिल किया. कुछ दिन पहले उनके घर रहने आ गया. जब सबेरे महिला मॉर्निंग वॉक के लिए गई तो मौका पाकर घर से 240 ग्राम सोना उडा दिया. इस बारे में महिला ने कोठारी थाने में शिकायत की.
तकनीकी जांच में अटका
निरीक्षक बालासाहब खाडे और उपनिरीक्षक अतुल कावले ने तकनीकी जांच में आधार पर आरोपी का भंडारा होने का पता लगा लिया. फिर खाडे और कावले के साथी नीतेश महात्मे, जमीर पठान, अनुप डांगे, प्रसाद धुलगंडे, मयूर येरने, प्रमोद कोटनाके आदि ने आरोपी सोहम को दबोचा.
ऐसे फैलाया जाल
आरोपी सोहम वासनिक ने फेसबुक, मट्रोमनी, जीवनसाथी आदि सोशल मीडिया पर बनावट आईडी बनाई. उसने महिलाओं से संपर्क किया. उन्हें खूदको आकोला सरकारी मेडिकल कॉलेज में कार्यरत स्त्री रोग तज्ञ बताया. यह भी कहा कि, उसकी पत्नी का निधन हो गया हैं और उसे एक बेटी हैं. उसने 1 लाख 44 हजार रुपए की जाली वेतन रसीद तैयार कर उस पर दूसरे व्यक्ति का फोटो लगाकर महिलाओं को भेजे. उसने विवाह करने का प्रबोधन भी दिया. फिर महिलाओं के घर जाकर उन्हें कुछ दिक्कत बताकर पैसे और जेवरात की डिमांड की. पैसे ने देने पर वह चोरी करने लगा.