अमरावती

किसान विरोधी कानून का निषेध

केंद्र सरकार व्दारा पारित

  • अभा किसान सभा, राज्य किसान यूनियन, आयटक व सीटू ने इर्विन चौक में मानवी श्रृंखला तैयार कर विरोध प्रदर्शन

अमरावती/दि.5 – केंद्र सरकार व्दारा किसान विरोधी कानून पारित किये गए. इस बात से नाराज किसानों की ओर से दिल्ली में किसान विरोधी कानून के खिलाफ आंदोलन शुरु किया है. किसानों के इस आंदोलन को रोकने के लिए सरकार की तरफ से आंसू गैस का इस्तेमाल किया जा रहा है, किसानों को हाईवे पर रोका जा रहा है, कई किसानों को डिटेन कर लिया है ताकि किसानों को आंदोलन स्थल पर पहुंचने और आंदोलन में हिस्सा लेने के लिए रोकने का प्रयास किया जा रहा है. इस केंद्र सरकारी की नीति के निषेधार्थ गुरुवार को अभा किसान सभा, राज्य किसान यूनियन, आयटक व सीटू ने इर्विन चौक में मानवी श्रृंखला तैयार कर सरकार का निषेध व्यक्त किया.
केंद्र सरकार की किसान विरोधी नीति के खिलाफ आंदोलन में नारेबाजी कर रहे किसानों पर दिल्ली में अन्याय, अत्याचार कर किसानों की आवाज बंद करने की कोशिश केंद्र सरकार कर रही है. सरकार ने किसानों के हित को मद्देनजर रखते हुए तीन कानून रद्द करना चाहिए, बिजली बिल रद्द करने का प्रस्ताव को तत्काल मंजूरी दी जाए तथा किसानों के खेती उत्पादन में आने वाले खर्च के डेढ गुना समर्थन मूल्य मिलना चाहिए आदि मांग उन्होंने की है. इस वक्त अशोक सोनारकर, सुभाष पांडे, जे.एम.कोठारी, चंद्रकांत बानुबाकोडे, लक्ष्मण धावडे, राजेंद्र भामोरे, सुनील घटाले, नीलकंठ ढोके, बालासाहब कुटेेमाटे, नंदू नेतनवार, अमोल क्षीरसागर, अतुल पिंगले, गजानन ढोके, राहुल तेलमोरे, नंदकिशोर नेतनवार, चित्रा बोरकर, पद्मा गजभिये, योगिता रोंबे, कांता पोटे, रंजना नागपुरे, विद्या नेतनवार, साफिया खान, नीलू मेश्राम, शंकुतला चक्रे, रेहाना खान, वर्षा तायडे आदि मौजूद थी.

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