मोर्शी/दि.३ – बलरामपुर व हाथरस में युवती पर किए गए सामुहिक अत्याचार की घटना का स्थानीय तहसील कार्यालय के सामने माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पक्ष द्वारा निषेध व्यक्त किया गया. २ अक्तूबर महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर राष्ट्रपति महात्मा गांधी की प्रतिमा का पूजन कर हाथरस व बलरामपुर की घटना का निषेध व्यक्त किया गया. उसी प्रकार केंद्र सरकार के किसानों,कामगारो व आदिवासियों के विरोधी कानून का भी निषेध व्यक्त कर प्रदर्शन किया गया.
इस अवसर पर निषेध व्यक्त करते हुए माकापा द्वारा कहा गया है कि, कोरोना काल में सरकार द्वारा खेती,वन नैसर्गिक साधन बडे उद्योगपतियों के हाथ में सौंपे जाने का प्रकार किया गया. जिसमें कामगारों को वंचित करने का खेल सरकार द्वारा किया जा रहा है. सरकार की इस नीति के विरोध में नारेबाजी कर प्रदर्शन माकपा द्वारा किया गया. इस समय देवीदास राउत, विनोद जोशी, एड. शिवाजी देशमुख, प्रा. विजय रोडगे, गजानन पेठे, सुरेश वराडे, अशोक मते, राजीव नितनवले, नितिन गवली, हरिभाऊ जूनघरे, सुभाष चव्हाण ,गोपाल मुरयेते उपस्थित थे.