दलित छात्र की पिटाई का वर्धा में निषेध
महात्मा गांधी हिंदी विवि के विद्यार्थियों ने दर्शाया विरोध
वर्धा-/दि.16 राजस्थान के जालोर जिले मेें 9 वर्षीय दलित छात्र इंद्र कुमार मेघवाल को कथित स्वर्ण शिक्षक छैल सिंह ने इसलिए पीटा था क्योंकि उस बच्चे ने शिक्षक के मटके से पानी पी लिया था. यह मटका कथित तौर पर शिक्षक के पानी पीने के लिए अलग से रखा गया था. बच्चे द्वारा पानी पी लिए जाने के कारण शिक्षक छैल सिंह नाराज हो गया था और बच्चे की बुरी तरह से पिटाई कर दी. पिटाई से बच्चे के कान की नस फट गई थी. इस घटना में बच्चे को गंभीर चोट आई, जिसके कारण बच्चे की अस्पताल में उपचार के दौरान करीबन 23 दिन बाद मौत हो गई.
इस घटना के सार्वजनिक होने के बाद से ही देश के अलग-अलग हिस्सों में लोगों के बीच गुस्सा देखने को मिला. जिसके तहत महात्मा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा के छात्र-छात्राओं ने घटना के विरोध में मार्च व श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया. विरोध मार्च विश्वविद्यालय के सावित्री बाई छात्रावास से होते हुए समता भवन के सामने डॉ. आंबेडकर की प्रतिमा के पास आते ही सभा का रुप ले लिया. सभा का संचालन करते हुए शोधार्थी चंदनकर ने संपूर्ण प्रकरण से अवगत करवाया. इस समय शोधार्थी नीरज ने कहा कि देश को आजाद हुए 75 वर्ष हो गए. फिर भी देश में छुवाछुत,जातिय भेदभाव, वर्गीय असमानता जैसी गंभीर समस्या आज भी जीवित है. क्योंकि समाज की संकीर्ण मानसिकता है जो आधुनिकता से दूर भागती है. कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के 25 से 30 छात्र-छात्राओं ने शामिल हो अपना विरोध दर्शाया.