10 वर्ष के संघर्ष को सफलता मिलने पर प्रकल्पग्रस्तों ने मनाया जश्न
बलीराजा प्रकल्पग्रस्त संघर्ष संगठन के प्रयास हुए सफल
वरुड/दि.4– विदर्भ के प्रकल्पग्रस्त किसानों की समस्या के लिए विगत 10 वर्ष से मनोज चव्हाण के नेतृत्व मं विदर्भ बलीराजा प्रकल्पग्रस्त संघर्ष संगठन की लडाई शुरू थी. जिसकों आखिर में सफलता प्राप्त हुई हैं. हाल ही में 26 सितंबर को सह्याद्री अतिथी गृह मुंबई मं नियामक मंडल की में राज्य के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस की अध्यक्षता में संपन्न हुई बैठक में विदर्भ के सरल खरीदी धारक प्रकल्पग्रस्त किसानों को प्रतिहेक्टरी पांच लाख रुपये सानुग्रह अनुदान को मंजूरी दी गई हैं. सरकार के इस फैसले से विदर्भ के किसानों व प्रकल्प ग्रस्तों में भारी उत्साह देखा जा रहा हैं. जिसके चलते वरुड तहसील में हजारों प्रकल्पग्रस्तों ने जश्न मनाया और रैली निकाली. इस समय मनोज चव्हाण तथा विदर्भ बलीराजा प्रकल्प ग्रस्त संघर्ष समिति के संघर्ष को मिली सफलता तथा विधायक प्रताप अडसड के प्रयासों का आभार माना.
विजयी रैली गजानन महाराज मंदिर से विश्रामगृह बस स्थानक, मुलताई चौक, केदार चौक से गजानन महाराज मंदिर में सभा लेकर कार्यक्रम का समापन किया गया. इस समय संजय गीद, दिलीप कदम, राजु लोनकर, राजेश चौधरी, लक्ष्मण बोडके, राजु तिवसकर, गजानन चौबीतकर, निलेश पाटील, जेष्ठ मार्गदर्शक भाजीखाये गुरुजी, प्रदिप तराल, अमन भाई, अरविंद फुले, सिमा बोडखे, रामकृष्ण पाटील, सुमण घोरपडे, मधुकर धुर्वे, बलीराम काले, लक्ष्मण बारस्कर, पुरुषोत्तम बिडकर, चंद्रकांत तायवाडे, सुलोचना ताई उपासे, अरुण दारोकार, नरेंद्र कुंभारे, प्रविण दुपारे, प्रकाश भाऊ, यशवंत वाडीवे, विलास मगर्दे, प्रकाश बोबडे, मोहन बोबडे इत्यादि उपस्थित थे.