अमरावती

500 रुपए के फटे नोटों का प्रमाण बढ़ा

तीन टुकड़े हुए नोट कमिशन एजंट के पास

अमरावती/दि.19 – नोटबंदी के बाद रिजर्व बैंक के चलन में 50 रुपए की नोट आयी. मात्र हलके कागज के कारण इन तीन वर्षों में ये नोट खराब होने लगी है. इन नोटों का इस्तेमाल करने से ये नोट फटने लगे हैं. ऐसी फटी हुई नोटें लेकर नागरिक बैंक में आ रहे हैं. सप्ताह में 50 से अधिक ग्राहक ऐसी नोट लेकर बैंकों में पहुंचे हैं. अब जो बैंक फटी हुई नोट नहीं लेते, ऐसी नोटों को परवानाधारक व्यापारी कमिशन पर बदलकर दे रहे हैं.
8 नवंबर 2016 को 1000 रुपए व 500 रुपए की पुरानी नोट व्यवहार से अलग हुई. पश्चात रिजर्व बैंक ने नयी 500 रुपए के और दो हजार रुपए की नोट इस्तेमाल में लायी. 500 रुपए की नोट का आकार 66 एमएम बाय 150 एमएम रखा गया है. लेकिन 500 रुपए की नई नोट हाथ में लेते ही उस समय नागरिकों ने ये नोट हल्के कागज से तैयार किए जाने का आरोप किया था. वहीं बार-बार इस्तेमाल करने से ये नोट जल्दी ही खराब होगी, ऐसा भी कहा था. नयी नोट चलन में आकर तीन वर्ष पूर्ण हुए हैं. नागरिकों का कहना है कि अब सत्य साबित हो रहा है. क्योंकि बैंक के पास बड़ी संख्या में 500 रुपए के नये खराब नोट ग्राहक लाकर देने की जानकारी बैंक के अधिकारियों ने दी. इनमें 2 टुकड़ों वाली नोट, बार-बार इस्तेमाल किए जाने से खराब हुई नोट, रंग फीका हुई नोट, इतना ही नहीं तो 3 से 4 टुकड़े हुई नोट की संख्या अधिक है. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में नोट बदलकर दी जाती है. बैंक दो टुकड़ों वाली नोट को स्वीरती है, लेकिन वह नोट चिपकाकर देनी चाहिए. तीन टुकड़े वाली या नंबर खराब हुई या नंबर पर का टुकड़ा गिर जाने वाली नोट बैंक द्वारा स्वीकारी नहीं जाती.
तीन टुकड़ों की नोट बैंक में स्वीकारी नहीं जाती, ऐसी नोटों को आखिरकार ग्राहक शहर के कमिशन एजंट के पास ले जा रहे हैं. कमिशन एजंट ने बताया कि हर रोज 500 की 5 से 10 नोट ला रहे हैं. ये नोट 30 प्रतिशत कमिशन लेकर बदलकर दी जा रही है. यहां से इन फटी नोट शहर के रिजर्व बैंक के सामने बैठे कमिशन एजंट के पास पहुंचाई जाती है. वे कमिशन एजंट रिजर्व बैंक में नोट जमा करते हैं, यह जानकारी एक कमिशन एजंट ने दी.

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