अमरावती/दि.19– कोरोना के बाद ठप अर्थचक्र फिर एक बार गतिमान हो रहा है. जिससे दीपावली के बाद से बाजार में तेजी आयी है. प्रॉपर्टी खरेदी-बिक्री के व्यवहार भी तेजी से बढे है. जिससे इस व्यवहार से 31 मार्च तक 94.12 करोड इतना मुद्रांक शुल्क शासन को तिजोरी में जमा हुआ. इस वर्ष मार्च अंत तक 16 हजार व्यवहारों का पंजीयन होने की जानकारी खरेदी-बिक्री कार्यालय से मिली.
मुद्रांक शुल्क में छूट तथा कुछ नियमों में हुए बदलाव के बाद ग्राहकों द्बारा घर खरीदने पर जोर बढ गया है. जिससे अमरावती में निर्माण व्यवसाय फिर एक बार पूर्ण क्षमता से शुरु हो गया है. निर्माण साहित्योें के दाम बढने से घरों की कीमतें भी बढ गयी है. लेकिन इसके बाद भी ग्राहक वर्ग अपनी स्थिति अनुसार प्रॉपर्टी खरीद रहा है. यहीं वजह है कि, निर्माण क्षेत्र व्यवसायी भी उत्साहित है.
विगत वर्ष भर में घर, भूखंड, दुकानें आदि के 16 हजार व्यवहार हुए है. कोरोना की तीसरी लहर का असर मई महिने मेें दिखा. इस महीने में व्यवहार पंजीयन कम हुए. लेकिन हर महीने 1200 से 1500 व्यवहार हुए और मई महीने में केवल 551 व्यवहार हुए. इन व्यवहारों से अच्छी आय प्रशासन को हुई है. वैसे भी प्रॉपर्टी खरेदी-बिक्री के व्यवहार मार्च महीने में सर्वाधिक होते है. लेकिन विगत वर्ष की तुलना में इस वर्ष जून महीने में सर्वाधिक प्रॉपर्टी खरेदी-बिक्री हुई.