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तय लक्ष्य से 24 करोड कम हुई संपत्ति कर की वसूली

जब्ती की कार्रवाईयों के बावजूद भी लक्ष्यपूर्ति नहीं

* बडे बकायदारों से अब भी कर वसूली है बाकी
* संपत्ति कर की वसूली हो रही पुरानी दरों से ही
* शहर में है 301106 संपत्तियां
अमरावती/दि.14 – मनपा द्वारा प्रति वर्ष की तुलना में इस वर्ष संपत्ति कर वसूली हेतु बैडे पैमाने पर उपाययोजनाएं की गई है. लेकिन इसके बावजूद आर्थिक वर्ष के खत्म होते-होते कर वसूली का मामला तय लक्ष्य की तुलना में 24 करोड रुपयों से कम रह गया. मनपा के इतिहास में पहली बार बकाया कर वसूली हेतु संपत्ति जब्ती की कार्रवाई शुरु करने के बावजूद मनपा 120 करोड रुपए की वसूली तक नहीं पहुंच पाई. जिसके लिए कुछ बडे बकायदारों की उदासीनता को मुख्य वजह कहा जा सकता है. जहां एक ओर संभावित कार्रवाई से बचने हेतु सर्वसामान्य संपत्तिधारक अपनी और बकाया रहनेवाले कर की अदायगी कर रहे थे, वहीं इसका बडे संपत्तिधारकों पर कोई भी परिणाम होता दिखाई नहीं दिया. जिसके चलते मनपा कर वसूली को लेकर अपने उद्देश्य से दूर रही.
बता दें कि, अमरावती मनपा क्षेत्र में नए सिरे से किए गए सर्वेक्षण व मूल्यांकन के तहत शहर में 3 लाख 1 हजार 106 संपत्तियां रहने की जानकारी सामने आई और पुराने सर्वेक्षण की तुलना में 1 लाख 30 हजार संपत्तियां बढ गई. जिसमें से 55 हजार संपत्तियों पर पहली बार ही कर लगाया गया और 80 हजार संपत्तियां ऐसी थी, जिनमें कुछ सुधार करने के साथ ही मंजिलों की संख्या बढाई गई और ऐसे बदलावानुसार इन संपत्तियों पर लगनेवाले कर में भी बदलाव किया गया. परंतु इसी बीच संपत्ति कर की नई दरों को राज्य सरकार की ओर से स्थगिती मिलने के चलते वर्ष 2005 से पहले वाली पुरानी दरों से ही संपत्ति कर लगाया गया.
उल्लेखनीय है कि, मनपा की आय का मुख्य स्त्रोत संपत्ति कर ही है. लेकिन इसके बावजूद हर साल संपत्ति कर की वसूली 40 से 50 करोड रुपयों से उपर नहीं हो पाती थी. जिसके चलते इसके कारणों की खोजबीन करते हुए आवश्यक उपाययोजनाएं की गई. जिसके तहत अवकाश वाले दिन भी संपत्ति कर की वसूली को खुला रखा गया. प्रत्येक वॉर्ड में संपत्ति कर वसूली हेतु शिविर आयोजित किए गए और बकाया संपत्ति कर के दंड में 100 से 25 फीसद तक छूट दी गई. साथ ही ऑनलाईन पद्धति से संपत्ति कर अदा करने की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई. इसके अलावा 31 मार्च को सहुलियत की कालावधि और आर्थिक वर्ष समाप्त हो गया तथा मनपा द्वारा इस दौरान जब्ती की कार्रवाई करनी शुरु की गई. लेकिन अब भी कई बडे प्रतिष्ठानों, सरकारी कार्यालय, मॉल, मंगल कार्यालय, अस्पताल व होटलों की ओर संपत्ति कर बकाया है. जिनके खिलाफ मनपा को एक बार फिर परिणामकारक उपाय करते हुए मैदान में उतरना होगा तभी अपेक्षित संपत्ति कर की वसूली हो पाएगी. क्योंकि सर्वसामान्य करदाताओं की ओर 1 से 15 हजार रुपए तक संपत्ति कर बकाया रहता है. जिसे सर्वसामान्य नागरिकों द्वारा अदा भी कर दिया जाता है. परंतु बडे बकायदार सहज तरीके से अपना संपत्ति कर अदा नहीं करते. जिनके खिलाफ कठोर कार्रवाई किए जाने की जरुरत प्रतिपादित की जा रही है.

* कई संपत्तिधारकों को कर बकाया रखने की आदत
विगत अनेक वर्षो से कई संपत्तिधारकों को कर बकाया रखने की मानो आदत ही लग गई है. कितनी भी योजनाएं चलाई जाए, कितने ही बार आवाहन किए जाए और कार्रवाई का भय दिखाया जाए, तो भी वे अपने संपत्ति कर की अदायगी नहीं करते. जिसके चलते कई लोगों की ओर 1 लाख रुपए से अधिक का संपत्ति कर बकाया है. ऐसे बकायदारों की सूची तैयार कर मनपा ने अपने जब्ती पथकों के जरिए कार्रवाई करनी शुरु की है. लेकिन इसके बाद भी कुछ संपत्तिधारक कर अदायगी हेतु समय मांग रहे है और कुछ लोगों ने अलग-अलग किश्तो में कर अदा करने की छूट मिलने हेतु निवेदन किया है.

* तीन लाख संपत्तियों में 77 हजार से अधिक खुले भूखंड
मनपा क्षेत्र में रहनेवाली तीन लाख से अधिक संपत्तियों में लगभग 77 हजार खुले भूखंडों का समावेश है. जिनसे मनपा को कोई संपत्ति कर नहीं मिलता. ऐसे में 2 लाख 23 हजार 423 संपत्तियों से ही मनपा को नियमित एवं बकाया संपत्ति कर वसूल करना था. जिसमें से अब तक करीब 50 फीसद संपत्तिधारकों ने अपना कर अदा कर दिया है. वहीं शेष लोगों में से कई लोगों की ओर या तो संपत्ति कर बकाया है अथवा इसमें से कई लोगों ने नियमित संपत्ति कर अदा नहीं किया है.

* विकास कामों पर पडेगा प्रभाव
मनपा ने वर्ष 2025-26 हेतु पेश किए गए बजट में कई विकास कामों पर कैची चला दी है. क्योंकि, आय कम रहने की वजह से कामों पर खर्च नहीं किया जा सकता. 31 मार्च बित जाने के बावजूद मनपा की संपत्ति कर वसूली अपेक्षित नहीं हो पाई है. यद्यपि मनपा ने 31 मार्च तक 120 करोड रुपए की वसूली का लक्ष्य तय किया था. परंतु संपत्ति कर की प्रत्यक्ष मांग इससे लगभग दोगुना है. ऐसे में मात्र 50 फीसद के आसपास संपत्ति कर वसूल होने के चलते शहर के सर्वसाधारण विकास काम जैसे कि, रास्ते, नाली, स्ट्रीट लाईट, उद्यान, समाज मंदिर, खुले मैदानों पर तार की बाड, कच्चे रास्तों का गिट्ीकरण व उखडे रास्तों की दुरुस्ती जैसे काम निश्चित रुप से प्रभावित होंगे.

* अन्य वर्षों की तुलना में इस वर्ष संपत्ति कर की वसूली काफी समाधानकारक हुई. विगत आर्थिक वर्ष में मनपा ने 120 करोड रुपए की कर वसूली का लक्ष्य तय किया था. जिसमें से करीब 96 करोड रुपए वसूल किए गए है. ऐसे में अब मनपा द्वारा बकाया संपत्ति कर की वसूली हेतु जब्ती की कार्रवाई शुरु की जाएगी. जिसे निरंतर जारी रखा जाएगा.
– सचिन कलंत्रे
आयुक्त व प्रशासक
अमरावती मनपा.

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