प्रापर्टी टैक्स की वृध्दि तत्काल रोके
कांग्रेसियों की प्रशासक व निगमायुक्त से मांग
अमरावती/ दि.22 – महापालिका ने हाल ही में प्रापर्टी टैक्स में जबरदस्त वृध्दि की है. इस बारे में शहर के सभी लोगों को नोटीस भेजा गया है. इससे पहले 30 अगस्त को इस बारे में मुलाकात कर विरोध दर्शाया था. इसके बाद भी जनता पर मनमर्जी से अनापसनाप टैक्स ठोका गया. फिर से इसपर विचार विमर्श कर बढाया हुआ टैक्स लागू न करे, ऐसी मांग को लेकर कांग्रेस के पदाधिकारियों ने मनपा के प्रशासक व निगमायुक्त डॉ. प्रवीण आष्टीकर को ज्ञापन सौंपा.
ज्ञापन सौंपकर चर्चा करते समय कांग्रेस पार्टी के शहराध्यक्ष बबलू शेखावत, पूर्व महापौर विलास इंगोले, पूर्व महापौर मिलिंद चिमोटे आदि अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे. उन्होंने इस दौरान कहा कि, बढाए हुए टैक्स का नियम बनाते समय किन नियमों का पालन किया है, साथ ही महाराष्ट्र पालिका अधिनियम के किस नियम के तहत कदम उठाया, इसकी जानकारी तत्काल दी जाए, ऐसी मांग की गई थी. परंतु आपने खूद ही तीन दिनों के अंदर पूरी जानकारी देने का आश्वासन देने के बाद भी कोई जानकारी नहीं दी. इसके विपरित बडी ही जल्दबाजी में घर टैक्स का बढाया हुआ नोटीस शहरवासियों को भेजने का काम युध्द स्तर पर शुरु किया.
उन्होंने कहा कि, पहले ही कोरोना से जनता पीडित हुई है. इस तरह टैक्स बढाकर जनता पर लादना अन्यायकारक है. इस बढे हुए टैक्स के कारण जनता की कमर टूट जाएगी. जनता इतना अधिक टैक्स भरने के लिए सक्षम न होने के कारण लोगों में काफी नाराजी है. जब तक महापालिका में जनप्रतिनिधि थे तब तक इस तरह का निर्णय लेने के लिए कोई प्रयास नहीं किया और इतना बडा निर्णय लेते समय शहर की जनता व हमें विश्वास में नहीं लिया, यह बात उचित नहीं. बढाया गया घर टैक्स रद्द कर उसपर विचार विमर्श व एकमत होने तक लागू न करे, ऐसी भी मांग इस समय की गई. साथ ही संबंधित दस्तावेज दो दिन में प्रस्तुत किये जाए, अन्यथा कांग्रेस पार्टी आंदोलन की भूमिका अपनायेंगी, ऐसी भी चेतावनी सौंपे गए ज्ञापन में दी गई.