अमरावतीमहाराष्ट्र

जिला बैंक के कर्मचारियों की वेतनवृद्धि का प्रस्ताव मंजूर

2012 के बाद संचालक मंडल की 25वीं बैठक में निर्णय

* विरोधी रहे अनुपस्थित

अमरावती/दि. 29– जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक में कार्यरत कर्मचारियों को वेतन वृद्धि देने के संदर्भ का प्रस्ताव गुरुवार को संचालक मंडल की बैठक में मंजूर किया गया. 2012 से कर्मचारियों को किसी भी तरह की वेतन वृद्धि नहीं मिली थी. इस कारण 12 साल बाद वेतन वृद्धि का निर्णय लिया गया है. लेकिन इस बैठक में विरोधी अनुपस्थित थे. इस कारण इस निर्णय के संदर्भ में उनकी भूमिका अभी भी स्पष्ट नहीं हुई है.

जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक के संचालक मंडल की बैठक गुरुवार को बैंक के सभागृह में संपन्न हुई. इस बैठक में विविध विषय को मंजूरी दी गई. इसमें कर्मचारिचों के वेतन वृद्धि का भी प्रश्न सभा में रखा गया था. बैंक के नियमित कर्मचारियों में से वेतन की गारंटी पर ओवर ड्रॉफ्ट तथा व्यक्तिगत कर्ज व अन्य कर्ज लेने वाले कर्मचारियों का 30 लाख का दुर्घटना बीमा निकालना, 50 हजार से अधिक डिपॉजिट रकम, मृतक डिपॉजिटर के वारिस को लौटाना, केंद्र शासन की तरफ से फसल कर्ज वितरण कर प्राप्त होने वाला 2 प्रतिशत ब्याज लौटाने की सुविधा 2 प्रतिशित की बजाए 1.50 प्रतिशत के मुताबिक प्राप्त होने वाली रहने से फसल कर्ज वितरण पर लगाए जाने वाले ब्याज दर पर विचार करने संदर्भ का विषय सभा में रखा गया. सभा में जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक के अध्यक्ष विधायक बच्चू कडू, उपाध्यक्ष अभिजीत ढेपे, चित्रा डहाणे, अजय मेहकरे, जयप्रकाश पटेल, नरेशचंद्र ठाकरे, रवींद्र गायगोले, आनंद काले उपस्थित थे.

* फर्जी प्रस्ताव लिखने का विरोधियों का आरोप
6 दिसंबर को हुई बैठक में बैंक के मुख्यालय परिसर में छत्रपति शिवाजी महाराज का पुतला तथा मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजना के तहत जिला उद्योग के्ंरद के साथ बैंक को संलग्नित करने बाबत प्रस्ताव को मंजूरी दी. लेकिन इस बैठक में यह दोनों प्रस्ताव पारित न होने का विरोधियों का कहना है. सभा में इस विषय पर चर्चा ही न होने से वह मंजूर न रहने की बात विरोधियों ने कही.

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