पूर्व मनपा आयुक्त व्दारा मंजूर प्रस्तावों को रोका
आयुक्त पवार ने संबंधितों को दी कडी चेतावनी
अमरावती/दि.4- स्थानीय महानगरपालिका के तत्कालीन आयुक्त प्रवीण आष्टीकर के पास उनकी सेवानिवृत्ति के बाद शेष किए गए फाइल देयक व प्रस्ताव पर हस्ताक्षर करने से मौजूदा आयुक्त देवीदास पवार ने साफ तौर पर इंकार कर दिया. साथ ही यह चेतावनी भी दी है कि, ऐसे मामले पेश करने पर संबंधितों के खिलाफ अनुशासन भंग की कार्रवाई की जाएगी. इस परिपत्रक के चलते महानगरपालिका में किस तरह का कामकाज चल रहा है, यह एक बार फिर अधोरेखित हुआ है.
बता दें कि विगत 30 जून को तत्कालीन आयुक्त डॉ. प्रवीण आष्टीकर अपने पद से सेवानिवृत्त हुए. लेकिन इसके बाद भी कुछ देयक प्रस्ताव व फाइल को उनके हस्ताक्षर से मंजूर करवाया गया. इन देयको में नगरोत्थान व नियोजन समिति की ओर से मिली निधि के जरिए किए जाने वाले कामों का समावेश रहने की बात सामने आई. वहीं कुछ प्रस्ताव अधिकारियों की सेवा से संंबंधित है.
उल्लेखनीय है कि डॉ. प्रवीण आष्टीकर की सेवानिवृत्ति के बाद आयुक्त पद की अतिरिक्त जिम्मेदारी अतिरिक्त आयुक्त देवीदास पवार की ओर सरकार व्दारा सौंपी गई है. जिसके चलते 30 जून के बाद सभी तरह के प्रस्ताव देयक व फाइल को मंजूरी के लिए आयुक्त देवीदास पवार के पास लाया जाना अपेक्षित था. लेकिन कुछ विभाग प्रमुखों, अधिकारियों व ठेकेदारों में विगत जुलाई माह में भी सेवानिवृत्त आयुक्त आष्टीकर के पास अपने कुछ देयक फाइल व प्रस्ताव पेश करते हुए उन पर ‘बैक डेट’ में मंजूरी व हस्ताक्षर लिए. ऐसी लिखित शिकायतें मौजूदा आयुक्त देवीदास पवार के पास पहुंची. जिसकी गंभीरतापूर्वक दखल लेते हुए आयुक्त देवीदास पवार ने हाल ही में अंदर बट्टे के व्यवहारों को लेकर एक परिपत्रक जारी करते हुए सभी विभाग प्रमुखों और अधिकारियों को एक तरह से कडी चेतावनी दी है. जिसमें कहा गया है कि किसी भी प्रस्ताव, देयक व फाइल को तत्कालीन आयुक्त के पास पिछले माह की तारीख में पेश करने की बजाए मौजूदा आयुक्त के पास मंजूरी के लिए पेश किया गया. साथ ही जिन विभागों के प्रस्ताव पेश नहीं होंगे उन विभागों के संंबंधित अधिकारियोें के खिलाफ अनुशासन भंग की कडी कार्रवाई की जाएगी.