समृद्धि महामार्ग प्रभावित किसानों की समस्याएं हल की जाएं
किसानों ने जिलाधीश पवनीत कौर को सौंपा ज्ञापन
अमरावती/दि.8- नागपुर-मुंबई समृद्धि महामार्ग किसान संघर्ष समिति द्बारा आज स्थानिय जिलाधीश पवनीत कौर के जरिये राज्य सरकार को ज्ञापन भेजा गया है. जिसमें कहा गया कि, जिन 10 जिलों से होकर समृद्धि महामार्ग गुजरता है. उन जिलों के कई किसानों की जमीनें इस महामार्ग हेतु अधिग्रहित की गई है. ऐसे में रास्ते के दोनो ओर मौजूद खेतों में आने जाने के लिए स्वतंत्र रास्ते की जरुरत है. जिसके लिए महामार्ग महामंडल द्बारा कुल नियोजन ही नहीं किया गया है. जिससे रास्ते के दोनों ओर आने वाले में काफी समस्या व दिक्कतों का सामना करना पडता है. अत: समृद्धि महामार्ग के दोनों ओर खेतों व गांवों में आने जाने हेतु रास्ते बनाये जाये.
इस ज्ञापन में यह भी कहा गया कि, राज्य रास्ते विकास महामंडल द्बारा महामार्ग के दोनो ओर सर्विस लेन बनाने के साथ ही महामार्ग से बारिश के पानी की निकासी के लिये भी आवश्यक प्रबंध किये जाये. इसके साथ ही महामार्ग में जमीन अधिग्रहित होने के चलते जिन खेतों के 20 गुंठे व उससे कम आकार वाले टुकडे बचे है. उन्हें भी सरकार द्बारा उचित मुआवजा देकर अधिग्रहित कर लिया जाये. क्योंकि राज्य में टुकडा बंदी कानून लागू रहने के चलते 20 गुंठे वाले खेतों की कानूनी तौर पर पूरी तरह से बंद है. इसी तरह इस महामार्ग में जिन किसानों के खेतों का अधिग्रहण हुआ है, उन्हें मुआवजा देने के संदर्भ में सामने आ रही शिकायतों का जल्द से जल्द निपटारा किया जाए. ज्ञापन सौंपते समय तुकाराम भस्मे सहित श्रीकांत कोठाले, रमेश कोठाले, अनिल आगले, लिलेश्वर आगले, नंदकिशोर आगले, रविंद्र हताले, सुभाष काले, अनिल जांगडा, मंगेश गावंडे, रमेशराव मरगडे, श्रीराम सिचडे, विनोद वैद्य, श्रीराम वैद्य, ओमकार कुर्जेकर, केशव तांदुलकर तथा मारोती वंजारी आदि उपस्थित थे.