अमरावती

अमर जवान ज्योति विलीन करने का विरोध प्रदर्शन

बहादुर पूर्व सैनिक कल्याणकारी बहुउद्देशीय संगठना का आंदोलन

अमरावती दि.24 – राजधानी दिल्ली में इंडिया गेट पर पिछले 50 सालों से अधिक समय से प्रज्वलित अमर जवना ज्योति को केंद्र सरकार व्दारा विलीन करने के विरोध में आज बहादुर पूर्व सैनिक कल्याणकारी बहुउद्देशीय संगठना के बैनरतले पूर्व सैनिकों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए जिलाधीश के माध्यम से सैनिक कल्याण कार्यालय संचालक को ज्ञापन भिजवाया.
सौंपे ज्ञापन में पूर्व सैनिकों ने कहा है कि, देश की राजधानी दिल्ली में इंडिया गेट पर पिछले 50 साल पूर्व वर्ष 1971 के युध्द में पाकिस्तान पर ऐतिहासिक जीत और उसमें शहीद सैनिकों के सम्मान में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 26 जनवरी 1972 में लौ अमर जवान ज्योति का उद्घाटन किया था. अमर ज्योति की स्मृतियां अतुल्य है. हम वहां देश के शहीद वीर जवानों को सलामी देते हैं. हमारे वीर जवानों के लिए जल रही अमर ज्योति को बुझाया जा रहा है. जिससे सैनिकों को मनोबल कम न हो, अमर जवान ज्योति को प्रज्वलित रखा जाए, देश में एक ज्योति की बजाय बहुसंख्या जगह पर इस तरह की ज्योति का निर्माण होने से देश के प्रति गौरव की बात है. अगर किसी के जैसी कोई चीज नहीं बना सकते है तो उसे ही तोड दो, नई केंद्र सरकार का यह मंत्र है. अमर जवान ज्योति शहादत का प्रतिक है और केंद्र बजट कम करने के लिए देश की ऐतिहासिक धरोहर को बुझा रही है. केंद्र सरकार का शहीद जवानों के प्रति यह रवैया बहुत ही शर्मनाक है. इस वजह से जिले के पूर्व सैनिक इसका निषेध करते है, इस आशय का ज्ञापन सौंपते समय पूर्व सैनिक प्रदीप गायकवाड, एन.डब्ल्यू काले, दिपक वानखडे, जि.आर.शेरेकर, वी.एम.पाटील, अशोक बुंधे, पी.एस.कोष्टी, अरुण गवई, राजु गोंडाणे, जी.बी.चव्हाण, बी.एस.राय, पांडुरंग सुर्वे आदि उपस्थित थे.

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