अमरावती

सरकारी शालाओं व नौकरी में निजी करण को लेकर शुरु किया धरना आंदोलन

आजाद सामाज पार्टी ने मांगा जवाब

अमरावती/दि.29– सरकारी शालाओं व नौकरी में निजी करण के विरोध में आजाद समाज पार्टी व्दारा जिलाधिकारी कार्यालय के सामने बेमुद्त धरना आंदोलन शुरु किया है. धरना व्दारा राज्य में हो रहे निजीकरण को लेकर संगठन ने सांसद व विधायकों से जवाब मांगा है.
महाराष्ट्र राज्य में कम से कम 50 से 60 प्रतिशत जनता गांव खेडे में रहकर जिला परिषद की शालाओं में अपने बच्चों को पढाती है. लेकिन आज सरकार इन सरकारी शालाओं का निजी करण करने से शालाओं की फिस अन्य सुविधाएं नहीं मिल पाएगी. इसी तरह सरकारी नौकरियों में निजी करण के कारण राज्य के कई होनहार विद्यार्थी सरकारी नौकरी से वंचित रह जाएगे. सरकारी स्थानों पर निजी करण को लेकर आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) ने आक्रमक रुप दिखाते हुए 27 सितंबर ेसे जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष धरना आंदोलन शुरू किया है. इस समय महाराष्ट्र राज्य मुख्य महासचिव मनीष साठे, किरण गुडधे, सनी चव्हाण,रविन्द्र फुले, अनिल फुलझेले, विजय सवई, रवी हजारे, अक्षय पांडे, नानासाहब धुले, मिलिंद मेश्राम, अतुल डकराम, रविन्द्र बागडे, प्रविण आठवले, अश्विनी मेश्राम, दिलीप पाटील सुलेचा मेश्रआम, रेश्मा घोरपडे, सीमा दहिले, बेबी भालाघरे, ज्योती धावडे, वंदना बोरकर, ललिता गावंडे, हर्षा इंगले, मालता कोकणे, पुजा शंभरकर, विना स्वर्गे, प्रज्ञा दांडगे, प्रतिक्षा वासनिक, वर्षा मोहोड,सुनंदा गवई,विशाखा मेश्राम आदि उपस्थित थे.

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