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इर्विन चौक के सौंदर्यीकरण के लिए 1 करोड़ रुपए उपलब्ध कराए

मनपा के पूर्व शिक्षण सभापति आशिष गावंडे ने सांसद नवनीत राणा से की मांग

अमरावती/दि.2- इर्विन चौक स्थित महामानव डॉ. बाबासाहब आंबेडकर पुतला परिसर का सौंदर्यीकरण व बाबासाहब का अष्ट धातू का पुतला निर्माण करने 1 करोड़ रुपए की निधि उपलब्ध कर देने की मांग को लेकर मनपा के पूर्व शिक्षण सभापति आशिष गावंडे ने सांसद नवनीत राणा को ज्ञापन सौंपा है.
सांसद नवनीत राणा को सौंपे ज्ञापन में कहा गया है कि इर्विन चौक परिसर में भारतरत्न डॉ. बाबासाहब आंबेडकर के पुतले के आसपास बड़ा परिसर है. इस परिसर का सौदर्यीकरण करना आवश्यक है. अंबानगरी में डॉ. बाबासाहब आंबेडकर दो दफा आये थे. उन्हीं के कारण अमरावती से मंदिर प्रवेश मुवमेेंट की शुरुआत हुई थी. सराफा बाजार परिसर के इंद्रभुवन थिएटर में 13 व 14 नवंबर 1927 को डॉ. बाबासाहब आंबेडकर की अध्यक्षता में सत्याग्रह परिषद आयोजित की गई थी. इस परिषद को सफलता भी मिली थी. इस परिषद के 9 साल बाद बाबासाहब ने 14 नवंबर 1936 को अमरावती दूसरा दौरा किया था. इस दौेरे के समय उन्होंने धर्म परिवर्तन करने का संदेश देते हुए जनजागरण किया था. उसके बाद भारतीय संविधान के शिल्पकार डॉ. बाबासाहब आंबेडकर का इर्विन चौक में पूर्णाकृति पुतला बैठाकर 14 अप्रैल 1972 को
इर्विन चौक के सौंदर्यीकरण के लिए
पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील के हाथों उसका अनावरण कर उद्घाटन किया था. इस कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि के रुप में पूर्व राज्यपाल स्व. रा.सू. गवई मौजूद थे. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व जि.प. अध्यक्ष रावसाहब इंगोले ने की थी. कुछ वर्ष पूर्व विधायक रवि राणा व शहर के जागरुक नागरिकों के प्रयास से इर्विन चौक का नामकरण भारतरत्न डॉ. बाबासाहब आंबेडकर चौक किया गया. इस पुतले को लेकर भीम अनुयायियों की पवित्र भावना जुड़ी रहने से और अभिवादन करने के लिए लाखोंं की संख्या में हर वर्ष बाबासाहब के जन्मदिन व महापरिनिर्वाण दिवस के अवसर पर आते रहते हैं. लेकिन अभिवादन करने आने वाले अनुयायियों को उचित व्यवस्था के अभाव में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. इस कारण विधायक रवि राणा द्वारा भीम टेकड़ी का जिस तरह सौंदर्यीकरण किया गया, उसी तरह इर्विन चौक का नागपुर से संविधान चौक व यवतमाल के बस स्टैंड चौक की तरह सौंदर्यीकरण व भीम टेकड़ी की तरह डॉ. बाबासाहब आंबेडकर के अष्टधातू का पुतला बैठाने 1 करोड़ रुपए की निधि दी जाए.

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