फासे पारधी आदिवासियों को जमीन उपलब्ध कराये
आदिवासी फासे पारधी समाज संगठना की संभागीय आयुक्त से मांग
* इर्विन चौक से निकाला विशाल मोर्चा
अमरावती/ दि. 15– अमरावती विभाग के फासे पारधी आदिवासी, भटके विमुक्त पिछले 75 वर्षों से संवैधानिक सुख, सुविधाओं से वंचित है. वे आज भी जानवरों की तरह जीवन जीने के लिए विवश है. वे जिस जगह पर रह रहे है, वह जमीन उनके नाम पर की जाए और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए, ऐसी मांग को लेकर आदिवासी फासे पारधी समाज संगठना के बैनरतले संभागीय आयुक्त को ज्ञापन सौंपा.
सौंपे ज्ञापन में उन्होंने कहा है कि, उनकी ओर राजनेता व सरकार ध्यान नहीं देती. संवैधानिक दिया अधिकार उन्हें नहीं मिल पा रहा हेै. अपनी मांगों को पूरा कराने के लिए आदिवासी फासे पारधी संगठना के बैनरतले इर्विन चौक से गर्ल्स हाईस्कूल चौक, जिलाधिकारी कार्यालय, आरटीओ कार्यालय होते हुए विभागीय आयुक्त कार्यालय तक ले जाया गया. मोर्चे के माध्यम से विभागीय आयुक्त को सौंपे ज्ञापन में उन्होंने कहा है कि, पिछले कई पीढियों से वे जिस जगह पर रह रहे है, वन विभाग वह जमीन उनसे छिनने का प्रयास कर रहा है. वह जमीन उनके नाम की जाए, जिनके पास जमीन नहीं है, उन्हें शासन स्तर पर जमीन उपलब्ध करवाये. उन्होंने जो गांव को नाम दिया है, उस गांव को स्वतंत्र दर्जा देकर महसूल विभाग में पंजीयन करवाये, उन्हें गांव में रास्ते, पानी, बिजली, स्कूल, रोजगार, शौचालय, घरकुल, समाजभवन आदि दिये जाए. उन्हें नागरिकता का प्रमाणपत्र देने के लिए विशेष अभियान चलाए, ऐसी मांग करते समय एड.डॉ. अरुण जाधव, बाबूसिंग पवार, संतोष पवार, सागर पवार, प्रमोद वालवे, सलीम घोसले, मनोज सोलंके, अभय पवार, संतोष जाधव, शानदास भोसले समेत अन्य समाजबांधव उपस्थित थे.