अमरावती/प्रतिनिधि दि.25 – आंगनवाडी सेविकाओं ने राज्य सरकार के मोबाइल फोन को लौटाने के लिए आंदोलन शुरु किया है. घटिया दर्जे और तकनीकी खामियां होने का आरोप लगाते हुए आंगनवाडी सेविकाओं ने अपने मोबाइल फोन लौटाकर नये स्मार्ट फोन शासकीय कामकाज निपटाने के लिए तत्काल देने के अलावा अंग्रेजी भाषा का पोषण टैकर एप पूरी तरह से रद्द कर वह मराठी भाषा में उपलब्ध कराया जाए, इसी तरह बढ रही महंगाई को देेखते हुए अंगनवाडी सेविका, मिनी आंगनवाडी सेविका व सहायकों के मानधन में तीगुना बढोतरी करने की मांग इंटक की ओर से जिलाधिकारी के माध्यम से पालकमंत्री यशोमती ठाकुर व सीएम उध्दव ठाकरे को निवेदन भेजा गया है.
बता दें कि सरकार की ओर से साल 2019 में आंगनवाडी सेविकाओं को दिए गए मोबाइल घटिया किस्म के हैं. मोबाइल फोन में इंटरनल स्टोरेज काफी कम है. इस कारण मोबाइल फोन में पोषण ट्रैकर एप ठिक ढंग से नहीं चल पाता है. आंगनवाडी सेविकाओं को इस एप को अपने निजी फोन में डाउनलोड करना पडता है. इस कारण आंगनवाडी सेविकाओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड रहा है.
एप में कई तरह की तकनीकी खामियां हैं. आंगनवाडी सेविकाओं की ओर से बच्चों के जन्म से लेकर तो 6 साल पूरे होने तक पुरक पोषण आहार दिया जाता है. बच्चे की आयु 6 साल पूरा होने के बाद एप से नाम डिलीट हो जाना चाहिए, लेकिन एप में उस बच्चे का नाम डिलीट नहीं होता है. अंग्रेजी भाषा में एप होने के कारण आंगनवाडी सेविकाओं को उसमें बच्चों के स्वास्थ्य, वजन, उंचाई संबंधी जानकारी अपलोड करने में भी बडी असुविधा होती है.
बीते 6 माह से राज्य सरकार से नया मोबाइल फोन देने की मांग कर रहे हैं, किंतु राज्य की महिला व बाल विकास मंत्री तथा पालकमंत्री एड.यशोमती ठाकुर ने इस संदर्भ में कोई ठोस निर्णय नहीं लिया है. राज्य में तकरीबन 1 लाख 5 हजार आंगनवाडी सेविकाएं हैं. सरकार व्दारा इन आंगनवाडी सेविकाओं को मोबाइल फोन उपलब्ध करवा दिये थे, लेकिन यह सभी मोबाइल फोन घटिया किस्म के है. इसलिए अंगनवाडी सेविकाओं को नए स्मार्ट फोन उपलब्ध कराकर दिये जाए. इसके अलावा अंग्रेजी भाषा का पोषण टैकर एप पूरी तरह से रद्द कर वह मराठी भाषा में उपलब्ध कराया जाए, इसी तरह बढ रही महंगाई को देेखते हुए अंगनवाडी सेविका, मिनी आंगनवाडी सेविका व सहायकों के मानधन में तीगुना बढोतरी करने की मांग इंटक की ओर से जिलाधिकारी के माध्यम से पालकमंत्री यशोमती ठाकुर व सीएम उध्दव ठाकरे को निवेदन भेजा गया है. निवेदन सौंपते समय इंटक के रतन गुजर, सीमा पाखरे, संजय मापले, शालीनीताई देशमुख, माधुरी देशमुख चंदा नवले, संगीता कोकाटे, विमल बोरकुटे, माला धुमाल, करुणा तायडे, सुनंदा धंदर, वंदना धाकडे, रुपाली थोरात, उज्वला गावंडे, रेखा गुंबले, ज्योती डोंगरे, वंदना शेलोकार, बबीता बोहरिया, सुषमा चौकडे, सीमा वानखडे, मिना गोमासे, रेखा राउत, मिरा ढोके, विद्या शिंगणे, साधना काले, रंजना कडू, मिरा सोलव, मंजू जगताप, निलीमा घंटेवार, विद्या अभ्यंकर, उज्वला खवसे, मिना शहाणे, प्रिती भगत, रुपाली हिरुलकर आदि मौजूद थे.