अमरावतीमहाराष्ट्र

गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना ही एकवीरा की संस्कृति : प्राचार्य लिझेश

कहा-विद्यार्थी हमारा आईना

दर्यापुर/दि.16-एकवीरा स्कूल, दर्यापुर तहसील में एकमात्र सीबीएसई मान्यता प्राप्त स्कूल है, जो कई वर्षों से गुणवत्ता और आधुनिक शिक्षा का अग्रणी संस्थान रहा है. इस स्कूल के कई छात्र आज देश भर में चिकित्सा, इंजीनियरिंग, प्रशासन, अनुसंधान और विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत हैं. महाराष्ट्र में ही नहीं बल्कि पूरे देश में एकवीरा की व्याप्ती बढ रही है.
कुछ दिन पहले फीस वृद्धि संदर्भ में तनाव का वातावरण निर्माण हुआ था. इस पर विचार विमर्श करने के बाद शालेय विश्वस्त मंडल व पालक समिति ने आपसी सहमति बन गई. देखा जाए तो विद्यार्थी स्कूल का आईना होकर अनेक पालकों ने स्कूल की शिक्षा के बारे में संतोष जताया है. तो कुछ पालकों ने अपनी समस्या विश्वस्त मंउल के सामने रखने पर उसका निपटारा भी पालक समिति में किया गया. मीडिया में तरह-तरह की चर्चाएं इस स्कूल के बारे में गई थी, जो कि, तथ्यहीन है, ऐसा विश्वस्त अतुल मेघे ने बताया. प्रत्यक्ष में स्कूल का संचालन करते समय विश्वत मंडल को कई समस्याओं का सामना करना पडता है. निजी स्कूल रहने से आर्थिक समस्या निर्माण होती है. फीस वृद्धि होने पर स्कूल का सर्वांगीण विकास होता है. उच्च शिक्षा देने के लिए विविध जिले से शिक्षकों को बुलाना पडता है और उन्हें अधिक पारिश्रमिक देना पडने से मजबूरन फीस वृद्धि का निर्णय लेना पडता है. तहसील की एकमात्र सीबीएसई मान्यता प्राप्त शाला एकवीरा होकर अन्य स्कूलों की तुलना में अधिक अंतर इस स्कूल में होता है. व अन्य पैटर्न की स्कूलों के साथ सीबीएसई की तुलना कभी हो नहीं सकती, यह पालकों को समझने की जरूरत है.

योग्य मार्ग निकाला गया है
एकवीरा स्कूल की स्पर्धा तहसील की स्कूलों के साथ न होकर जिला स्तर पर है. वर्तमान स्थिति में लागू फीस स्ट्रक्चर इसके लिए पर्याप्त नहीं था. इसलिए फीस वृद्धि की गई थी. देश के किसीभी सीबीएसई स्कूल की फीस की अपेक्षा एकवीरा स्कूल की फीस काफी कम है और पालकों की अपील पर योग्य मार्ग निकाला गया है.
-अतुल मेघे, विश्वस्त

हमेशा पालकों के साथ रहेंगे
सीबीएसई स्कूल चलाने के लिए आर्थिक सहायता पर्याप्त होनी चाहिए. पालकों ने भी शालेय फीस का भुगतान समय पर करके छात्रों की शैक्षणिक सुविधा को टालना चाहिए. स्कूल ने फीस के लिए छात्रों के बजाय पालकों से बातचीत करना चाहिए. किसी भी स्कूल की मनमानी कदापि बर्दाश्त नहीं करेंगे. हम हमेशा पालकों के साथ रहेंगे.
-मनोज तायडे, तहसील अध्यक्ष
मनसे

गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हमारा मुख्य उद्देश्य
एकवीरा स्कूल विद्यार्थी केंद्रीत स्कूल होकर सीबीएसई के नियमानुसार चलाने के लिए आर्थिक सहायता स्कूल में पर्याप्त होना जरूरी होता है. छात्रों को प्रात्यक्षिक पर अधिक जोर देना पडता है. शिक्षा विषयक समस्या रहने पर पालकों ने हमसे संपर्क करना चाहिए. छात्रों को बेहतर औरप गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना हमारा मुख्य उद्देश्य है.
-लिझेश रामकृष्णन, प्राचार्य

शाला और छात्रों का सर्वांगीण विकास
स्कूल ने महत्वपूर्ण विषय पर गंभीरता से विचार करके लगभग मांगे मंजूर की है. उनका उद्देश्य शाला और छात्रों का सर्वांगीण विकास दिखाई देता है. इसके लिए उनके सहकार्य के लिए मैं आभार व अभिनंदन व्यक्त करना हूं.
-किशोर बुरघाटे, पालक प्रतिनिधि,
एकवीरा स्कूल ऑफ ब्रिलियंट्स, दर्यापुर

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