पांच हजार की रिश्वत लेते धरा गया पीएसआय
नांदगांव खंडेश्वर थाने में है नियुक्ति

* पीएसआय का एक साथीदार भी पकडा गया
* ट्रैक्टर टॉली छोडने के लिए मांगी थी रिश्वत
* एसीबी ने जाल बिछाकर दोनों को रंगेहाथ पकडा
अमरावती/दि.19 – ग्रामीण पुलिस के नांदगांव खंडेश्वर पुलिस स्टेशन में तैनाती रहनेवाले पुलिस उपनिरीक्षक दर्शन पुंडलिक दिकोंडवार (38) तथा उनके एक सहयोगी को भ्रष्टाचार प्रतिबंधक ब्यूरो द्वारा एक व्यक्ति से 5 हजार रुपए की रिश्वत स्वीकार करते हुए रंगेहाथ धरदबोचा गया. इस व्यक्ति से पीएसआय दिकोंडवार ने उसकी ट्रैक्टर ट्रॉली को छोडने हेतु रिश्वत की रकम मांगी थी और इस काम में सुकेश अनिल सारडा नामक व्यक्ति ने पीएसआय दिकोंडवार का साथ दिया था.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक शिकायतकर्ता व्यक्ति के पिता के नाम पर रहनेवाली ट्रैक्टर ट्रॉली को नांदगांव खंडेश्वर पुलिस थाने में पीएसआय के तौर पर तैनात रहनेवाले दर्शन दिकोंडवार ने पकडा था और इस ट्रैक्टर ट्रॉली को छोडने हेतु 5 हजार रुपए की रिश्वत मांगते हुए, इससे संबंधित संदेश सुकेश अनिल सारडा के जरिए शिकायतकर्ता को दिया था. जिसके बाद सुकेश सारडा ने शिकायतकर्ता को फोन करते हुए रकम लेकर आने हेतु कहा. ऐसे में शिकायतकर्ता द्वारा इसकी जानकारी भ्रष्टाचार प्रतिबंधक ब्यूरो से कर दी गई. जिसके बाद मामले की पडताल करते हुए एसीबी के दल ने नांदगांव खंडेश्वर पुलिस थाने के पास अपना जाल बिछाया और जैसे ही पीएसआय दर्शन दिकोंडवार ने अपने सहयोगी सुकेश सारडा के जरिए शिकायतकर्ता से रिश्वत की रकम स्वीकार की वैसे ही एसीबी के दल ने दोनों को रिश्वत की रकम स्वीकार करते हुए रंगेहाथ धरदबोचा.
यह कार्रवाई एसीबी के पुलिस अधीक्षक मारुती जगताप, अपर पुलिस अधीक्षक सचिंद्र शिंदे, पुलिस उपअधीक्षक अभय आष्टेकर व मंगेश मोहोड के मार्गदर्शन तथा पुलिस निरीक्षक चित्रा मेसरे के नेतृत्व में पीआय केतन माजरे, पोहेकां प्रमोद रायपूरे, पोकां शैलेश कडू, वैभव जायले, चालक पीएसआय सतीश किटुकले के पथक द्वारा की गई.