अमरावती

मनोरोगी महिला को उसके परिवार से मिलाया

12 दिनों से अपने परिवार से बिछडी थी महिला

* मेलघाट के पत्रकारों का सराहनीय कार्य
चिखलदरा/दि.28- रिवार से करीब 12 दिनों से बिछडी मनोरोगी महिला को मेलघाट के पत्रकारों ने उसके परिवार से मिलाया. इन पत्रकारों ने सराहनीय कार्य किया है. बतादें कि, सुनीता नत्थू पाटीदार नामक महिला पिछले दो साल से मनोरोगी है. इस महिला का मूल गांव मध्यप्रदेश का नवापुर गांव है. यह गांव बैतुल जिले में आता है.तथा तहसील भैसदेही है. जिले के शिरसोड गांव निवासी माधव पाटीदार के साथ उसका विवाह हुआ था. कुछ दिन पूर्व ही सुनीता ने एक स्वस्थ बालक को जन्म दिया. सबकुछ अच्छा चल रहा था. किंतु अचानक कुछ गुंडों ने सुनीता की आंखों के सामने उसके पति माधव की हत्या कर दी. जिसका गहरा सद्मा सुनीता लगा. वह मानसिक रूप से बीमार होकर गांव गांव भटकने लगी. मेलघाट के चिखलदरा तहसील के जारीदा गांव में मनोरोगी सुनीता पहुंची. यहां के यात्री शेड में वह पिछले कुछ दिनों से रह रही थी.
यहां के पत्रकारों को इसकी जानकारी मिलने पर पत्रकार प्रशांत पंडोले, महिला मुक्ति मोर्चा चिखलदरा तहसील अध्यक्ष व पत्रकार नितिन वरखड़े, मंगेश निवतकर ने विलंब न करते हुए महिला से भेंट कर उसे चाय, नाश्ता दिया और कहा कि, हम तुम्हारे भाई है, घबराने की जरूरत नहीं. पत्रकारों ने महिला के साथ आत्मीयता से बातचीत कर संपूर्ण जानकारी ली. महिला ने बताया कि, वह पहले खंडवा में रहती थी और अब नवापुर में रहती है. इस जानकारी के आधार पर भैसदही के सहयोगी पत्रकार मित्र गणेश राय से संपर्क किया और संबंधित महिला की फोटो और वीडियो मोबाईल पर भेजा. गणेश राय ने तुरंत पुलिस थाना भैसदेही में सुनीता की जानकारी दी. टी.आय. अंजना धुर्वे ने गुमशुदा लोगों की दर्ज शिकायत के आधार पर जानकारी प्राप्त की. सुनीता की मां सुमन पडलक ने भैसदेही थाना में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी. सुमन पडलक की भैसदेही पुलिस थाना के सामने ही चाय की दुकान है. इस प्रकार से मनोरोगी सुनीता पाटीदार की पहचान होने से पत्रकारों ने उस महिला को उसके परिवारों के हवाले कर दिया. सुनीता के परिवार ने सभी पत्रकारों का आभार व्यक्त किया.

Related Articles

Back to top button