अमरावती

जनसहभागिता के साथ ही जनजागरूकता है जरूरी

  •  जिले में संक्रमण की रफ्तार अब भी नहीं हुई कम

  •  कोविड संक्रमण की चेन तोडने प्रशासन व जनता के बीच समन्वय आवश्यक

अमरावती/प्रतिनिधि दि.14 – विगत वर्ष केंद्र तथा राज्य सरकार द्वारा घोषित लॉकडाउन में स्वयंस्फूर्त रूप से जनसहभाग प्राप्त हुआ था. जिसकी वजह से वह लॉकडाउन काफी हद तक सफल रहा. इसी तरह विगत फरवरी माह के दौरान अमरावती जिला प्रशासन द्वारा लागू किये गये लॉकडाउन का भले ही आंशिक तौर पर विरोध हुआ था, किंतु इसे भी अमरावती की जनता द्वारा व्यापक स्तर पर प्रतिसाद मिला था. लेकिन राज्य सरकार द्वारा 5 अप्रैल से घोषित किये गये लॉकडाउन तथा 14 अप्रैल की शाम से लागू किये जानेवाले नये लॉकडाउन का अमरावती शहर व जिले सहित समूचे राज्य में तीव्र विरोध हो रहा है और इसमें जनसहभागिता का सर्वथा अभाव है, जिसकी वजह से लॉकडाउन लागू रहने के बावजूद कहीं पर भी लॉकडाउन जैसा कोई माहौल दिखाई नहीं दे रहा. ऐसे में इस लॉकडाउन को सफल बनाने के लिए जनसहभागिता के साथ-साथ जनजागरूकता को बढाया जाना बेहद जरूरी है. जिसके लिए प्रशासन एवं आम नागरिकों के बीच आपसी समन्वय स्थापित किया जाना बेहद आवश्यक है.
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, इस समय भले ही अमरावती जिले में लॉकडाउन का यह कहते हुए विरोध किया जा रहा है कि, अब पहले की तुलना में कोविड संक्रमित मरीजों के मिलने की संख्या कम हो गई है. किंतु इस बात को बिल्कुल भी नहीं भुलना चाहिए कि, विगत 13 दिनोें के दौरान कोविड संक्रमितों की संख्या एक बार फिर धीरे-धीरे बढ रही है और 250 से 300 का आंकडा अब रोजाना 500 के स्तर को पार कर रहा है. साथ ही आये दिन कोरोना संक्रमण की वजह से मरीजों की मौत भी हो रही है. जारी माह में विगत 13 दिनों के दौरान 4 हजार 679 संक्रमित मरीज पाये जा चुके है और 170 मौतें हो चुकी है. इन आंकडों को अपने आप में बेहद चिंताजनक कहा जा सकता है. वहीं गत रोज अमरावती के आसपास स्थित जिलों में भी कोविड संक्रमण को लेकर भयावह हालात रहे. ऐसे में उस तरह के हालात यहां पर पैदा न हो, इस लिए समय रहते प्रतिबंंधात्मक उपायों व नियमोें का पालन करना बेहद जरूरी है. अन्यथा हालात बिगडते देर नहीं लगेगी.
यहां पर सर्वाधिक ध्यान दिलाये जानेवाली बात यह है कि, इन दिनों लॉकडाउन एवं कोविड प्रतिबंधात्मक नियमों का सबसे अधिक उल्लंघन जिले के ग्रामीण एवं तहसील क्षेत्रोें में ही हो रहा है और इन दिनों सर्वाधिक कोविड संक्रमित मरीज ही ग्रामीण क्षेत्रों से ही पाये जा रहे है. इस समय अमरावती शहर की तुलना में ग्रामीण क्षेत्र में पाये जानेवाले मरीजों की संख्या करीब तीन गुना अधिक है. ऐसे में प्रशासन को लॉकडाउन से संबंधित विषय को लेकर तहसील एवं ग्रामीण क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देना होगा. साथ ही साथ शहर के जिन इलाकों में लॉकडाउन एवं कोविड प्रतिबंधात्मक नियमोें का खुलेआम उल्लंघन हो रहा है, उसे भी रोकने हेतु कडे व प्रभावी कदम उठाने होंगे. अन्यथा एक-दूसरे को देखते हुए आपसी प्रतिस्पर्धा के तहत लॉकडाउन काल के दौरान ही धीरे-धीरे पूरे बाजार को खुलने में देर नहीें लगेगी.

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