* राठीनगर, हमालपुरा, रुक्मिणीनगर और राजेंद्र कॉलोनी के गणेशोत्सव मंडल को दी भेंट
* हर मंडल में बाप्पा की आरती भी की
अमरावती/दि.26– देश में मनाया जाता गणेशोत्सव का त्यौहार वित्तिय व्यवस्था का बलशाली स्थान है. उत्सव निमित्त हजारों-करोडों रुपए का व्यवहार होता है और लाखों लोगों को रोजगार मिलता है. उत्सव यानी केवल आनंदोत्सव नहीं बल्कि यह वित्तिय व्यवस्था को गति देने का साधन है. भारत यह उत्सव और त्यौहारों की भूमि है. 14 विद्या और 64 कला के अधिपति रहनेवाले गणपति बाप्पा का उत्सव सभी तरह बडे उत्साह के साथ मनाया जा रहा है. अपार भक्ति, सेवा और समर्पण मंगलकारक आचार-विचार और उच्चार के कारण यह उत्सव और अधिक मंगलमय होगा. गणेशजी की पहले पूजा क्यों की जाती है. समाज में कोई भी नया कार्य, नया शुभारंभ करने के पूर्व सर्वप्रथम गणेशजी की पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद क्यों लिया जाता है, क्योंकि गणेशजी यह भगवान महादेव और आदिपरादी शक्ति पार्वती माता के पुत्र है. समाज प्रबोधन के हक का मंच यानी सार्वजनिक गणेशोत्सव है. इस मंच का इस्तेमाल कर समाज को एकजुट रखना और उन्हें उचित दिशा देने की जिम्मेदारी इस निमित्त होती है, ऐसा प्रतिपाद विधायक सुलभाताई खोडके ने किया.
रविवार 24 सितंबर को राठीनगर, हमालपुरा, रुक्मिणीनगर, राजेंद्र कॉलोनी, कांग्रेसनगर के सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल को उन्होंने भेंट देकर विघ्नहर्ता के दर्शन व आरती की. अपने सत्कार के अवसर पर उन्होंने उपस्थितों को संबोधित करते हुए उपरोक्त प्रतिपादन किया. सर्वप्रथम विधायक सुलभा खोडके ने राठीनगर स्थित सरस्वती गणेश मंडल में बाप्पा के दर्शन कर आराधना व उपासना की और आरती भी की. इस महाआरती में सरस्वती गणेश मंडल के पदाधिकारी व परिसर के नागरिक बडी संख्या में उपस्थित थे. इस अवसर पर उनका सत्कार किया गया. पश्चात हमालपुरा के बालवीर गणेशोत्सव मंडल में सुलभाताई खोडके ने भेंट देकर स्वराज्य संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का वंदन कर माल्यार्पण किया. इस अवसर पर सुलभाताई खोडके, संजय खोडके, यश खोडके के हाथों विघ्नहर्ता गणेश प्रतिमा का वंदन, पूजन व माल्यार्पण कर आरती की गई. इस अवसर पर सप्तसुरो का साज, सामूहिक वंदना, एक ही स्वर में मंत्रपुष्पांजलि के कारण वातावरण भक्तिमय हो गया. हमालपुरा के राजा के रुप में पहचाने जाने वाले इस महोक्कट के विशाल रुप के बाप्पा के चरणों में सभी ने उत्साहपूर्वक जयघोष किया. इस अवसर पर बालवीर गणेशोत्सव मंडल की तरफ से सलुभाताई खोडके का सत्कार किया गया. पश्चात सुलभाताई खोडके ने सायंसकोर मैदान के रुक्मिणी गणेशोत्सव मंडल भेंट देकर समस्त भक्तजनों की मनोकामना पूर्ण करने की प्रार्थना की और सामूहिक आरती समारोह में वे उपस्थित रही. मंडल की तरफ से पौधा देकर सुलभाताई खोडके का सत्कार किया गया. केदारधाम की आकर्षक झांकी साकार करने के साथ पर्यावरण पूरक उपक्रम चलाने की अभिनव संकल्पना की उन्होंने प्रशंसा की. इन तीनों मंडल को भेंट देने के बाद सुलभाताई खोडके मालटेकडी परिसर के पास के राजेंद्र कॉलोनी चौक, कांग्रेस नगर से रुक्मिणी मार्ग परिसर के कार्यसिद्धी गणेशोत्सव मंडल को भी भेंट दी. इस अवसर पर मंडल के पदाधिकारी व कार्यकर्ता समेत परिसर के नागरिक बडी संख्या में उपस्थित थे.